महाराष्ट्र की सियासत बीजेपी और शिवसेना के बीच नई सरकार गठन को लेकर गतिरोध अभी भी जारी है। एक तरफ़ बीजेपी ने दावा किया है कि अगले 48 घंटों में सरकार का गठन हो जाएगा। बीजेपी के वरिष्ठ नेता धीर मुनगंटीवार ने बुधवार (6 नवंबर) को कहा कि महाराष्ट्र का गठबंधन (शिवसेना-बीजेपी) बरक़रार है और लोग कभी भी ख़ुशख़बरी की उम्मीद कर सकते हैं। उन्होंने ‘हम साथ-साथ हैं’ का संदेश दिया। वहीं, शिवसेना का कहना है कि उन्हें बीजेपी की तरफ़ से सरकार बनाने का कोई भी प्रस्ताव अभी तक नहीं मिला है।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक़, शिवसेना अभी भी अपने 50-50 के फ़ार्मूले पर आधारित अपनी माँग पर क़ायम है। लेकिन बीजेपी ने यह साफ़ किया है कि मुख्यमंत्री पद पर वो पीछे नहीं हटेगी। इस राजनीतिक गतिरोध पर विराम लगाने के लिए बीजेपी गुरुवार (7 नवंबर) को राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी से मुलाक़ात करेगी।
शिवसेना सांसद संजय राउत का कहना है कि वो महाराष्ट्र के राज्यपाल से मिल चुके हैं। रिपब्लिकन पार्टी ऑफ़ इंडिया के रामदास अठावले भी राज्यपाल से मिल चुके हैं। अगर अब बीजेपी नेता राज्यपाल से मिलकर सरकार बनाने का दावा करने जा रहे हैं, तो उन्हें सरकार बनानी चाहिए।
Sanjay Raut, Shiv Sena: We met Maharashtra Governor, Republican Party of India’s Ramdas Athawale also met him. And if BJP leaders are meeting Governor tomorrow, to stake claim then they should form govt as they are the single largest party, we have been saying it. pic.twitter.com/JXqLQNQybY
— ANI (@ANI) November 6, 2019
वहीं, अगर एनसीपी की बात करें तो वो अभी भी सरकार बनाने के पक्ष में नहीं है, यह बात पार्टी सुप्रीमो शरद पवार कई बार स्पष्ट कर चुके हैं। पवार का कहना है कि एनसीपी और कॉन्ग्रेस मिलकर भी 100 सीटें नहीं जुटा सकती, ऐसे में सरकार बनाने की बात तो दूर की है। साथ ही पवार ने मुख्यमंत्री बनने की अफ़वाह को भी एक सिरे से यह कहते हुए ख़ारिज कर दिया कि वो चार बार मुख्यमंत्री बन चुके हैं, इसलिए अब वो मुख्यमंत्री नहीं बनेंगे।
महाराष्ट्र की मौजूदा विधानसभा का कार्यकाल अगले दो दिनों में ख़त्म होने वाला है। दैनिक जागरण ने पीटीआई के सूत्रों के हवाले से लिखा कि अगले सप्ताह विधानसभा का तीन दिवसीय विशेष सत्र बुलाया जा सकता है, जिससे नए विधायकों को शपथ दिलाई जाए। हालाँकि, यह तस्वीर अभी तक साफ़ नहीं हो सकी है कि महाराष्ट्र में किसकी सरकार का गठन होगा।
ग़ौरतलब है कि महाराष्ट्र की 288 सदस्यीय विधानसभा में भाजपा को 105 और उसकी सहयोगी शिवसेना को 56 सीटें मिली हैं। कॉन्ग्रेस ने 44 और उसकी सहयोगी एनसीपी ने 54 सीटों पर जीत हासिल की है। ऐसे में शिवसेना के साथ यदि कॉन्ग्रेस और एनसीपी आ जाते हैं तो सरकार बन सकती है। लेकिन, पवार ने नतीजों के तुरंत बाद कह दिया था कि उनकी पार्टी विपक्ष में बैठेगी। उन्होंने कहा था कि जनादेश भाजपा-शिवसेना गठबंधन को सरकार बनाने के लिए मिला है। इसके बाद से एनसीपी लगातार अपने इस रुख को दोहरा रही है।