पश्चिम बंगाल की तृणमूल कॉन्ग्रेस में अंतर्कलह शुरू हो गई है। मुर्शिदाबाद जिले में शुक्रवार (30 जुलाई) को पार्टी के विधायकों के बीच कलह खुलकर सामने आई। इसका वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो गया है। वायरल वीडियो में भरतपुर से तृणमूल कॉन्ग्रेस के विधायक हुमायूं कबीर पार्टी के एक कार्यक्रम में अन्य विधायक को यह धमकी देते दिखाई दे रहे हैं कि अगर रास्ते में आने की कोशिश की तो हड्डियाँ तोड़ दूँगा। बताया जा रहा है कि हुमायूं कबीर जिले के वरिष्ठ नेता हैं और इससे पहले कॉन्ग्रेस पार्टी में भी रह चुके हैं।
TMC Mla of Bharatpur is threatening TMC Mla of Rejinagar of breaking his legs and hands…(not surprised coz it’s their culture)from the Dias and though it’s an internal matter of TMC but sadly and shamefully it’s no more within 4 walls…@MamataOfficial pic.twitter.com/VYHWeUEvOl
— Agnimitra Paul Official (@paulagnimitra1) July 30, 2021
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, कबीर ने कहा, ”रेजीनगर विधायक रबीउल आलम चौधरी बहुत घमंडी हो गए हैं। अगर आप मेरे रास्ते में आने की कोशिश करेंगे तो मैं आपको सबक सिखाऊँगा, मैं आपकी हड्डियाँ तोड़ दूँगा।” कबीर ने यह भी कहा, “आप और मैं दोनों एक ही पार्टी से जुड़े हुए हैं। अगर आप पानी में रहते हैं तो मगरमच्छ से लड़ने की हिम्मत न करें।”
इसको लेकर तृणमूल कॉन्ग्रेस के महासचिव पार्थ चटर्जी ने अपनी प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि विधायक हुमायूं कबीर को कारण बताओ नोटिस जारी कर दिया गया है। चटर्जी ने मीडियाकर्मियों को बताया, “पार्टी में अन्य विधायकों के बारे में उन्होंने जिस भाषा का इस्तेमाल किया है, वह उचित नहीं है। उन्होंने रेजिनगर के विधायक रबीउल आलम चौधरी को व्यक्तिगत रूप से निशाना बनाया है। पार्टी को यह मंजूर नहीं है।”
उन्होंने कहा कि कबीर को नोटिस का जल्द से जल्द जवाब देने को कहा गया है। वहीं, रबीउल ने भी पार्टी के शीर्ष नेताओं से न्याय की माँग की है। चौधरी ने कहा, “मैंने पार्टी के शीर्ष नेतृत्व को सूचित कर दिया है, अब इस मामले पर क्या कार्रवाई करनी है, ये उन्हें तय करना है।
गौरतलब है कि ममता बनर्जी अपनी पार्टी की कलह को दूर करने की बजाए इन दिनों जावेद अख्तर, शबाना आजमी व अन्य लोगों से मुलाकात कर रही हैं। उन्होंने हाल ही में कहा कि बीजेपी को हराने के लिए विपक्षी दलों को फिर से एकजुट होकर एक मजबूत ताकत के रूप में लड़ना होगा। उन्होंने कहा, “बीजेपी को हराने के लिए सभी का साथ आना जरूरी है… अकेले, मैं कुछ भी नहीं हूँ, सबको मिलकर काम करना होगा। मैं नेता नहीं हूँ, मैं एक कैडर हूँ। सोनिया गाँधी भी विपक्ष की एकता चाहती हैं। कॉन्ग्रेस को क्षेत्रीय दलों पर और क्षेत्रीय दलों को कॉन्ग्रेस पर भरोसा है।”