पश्चिम बंगाल में चुनावी हिंसा की वारदातें थमती नज़र नहीं आ रही हैं। तृणमूल के गुंडों द्वारा लगातार विपक्षी पार्टियों, ख़ासकर भाजपा नेताओं को निशाना बनाया जा रहा है। कभी पोलिंग बूथ पर ग्रेनेड फेंकना तो कभी भाजपा कार्यकर्ता को जान से मार देना, लगातार कई हिंसक वारदातों में तृणमूल के गुंडों के नाम आते रहे हैं। अब पश्चिम बंगाल के मिदनापुर संसदीय क्षेत्र के गोपालपुर से हिंसा की ख़बरें आई हैं। यहाँ भाजपा प्रदेश अध्यक्ष दिलीप घोष के काफ़िले पर ही हमला कर दिया गया। वहाँ दिलीप घोष के ख़िलाफ़ विरोध प्रदर्शन चल रहा था। तभी अचानक से उनके काफ़िले पर हमला कर दिया गया और उन्हें खदेड़ा जाने लगा। सूचना मिलने पर पुलिस को बुलाया गया, जिसे भीड़ को काबू करने के लिए काफ़ी मशक्कत करनी पड़ी।
तृणमूल कॉन्ग्रेस कार्यकर्ताओं ने भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष दिलीप घोष पर गाली देने का आरोप लगाया। तृणमूल कार्यकर्ताओं ने कहा कि घोष ने उनके तेल निकालने की बात कही है। आक्रोशित तृणमूल कार्यकर्ताओं ने दिलीप घोष के प्रति नाराज़गी जताते हुए कहा, “जब तक ममता बनर्जी जिंदा है हम दिलीप घोष को यहाँ नहीं घुसने देंगे।” बेलगाम तृणमूल कॉन्ग्रेस कार्यकर्ताओं ने घोष के काफ़िले पर पत्थरबाज़ी भी की और गाड़ियों को नुकसान पहुँचाया। इससे आम राहगीरों को भी अच्छी-ख़ासी परेशानी हुई और कई किलोमीटर लम्बा जाम लग गया। बाद में पुलिस व अन्य लोगों के प्रयासों के बाद घोष के काफ़िले को किसी तरह वहाँ से निकाला जा सका।
पश्चिम बंगाल के गोपालपुर में @BJP4India नेता दिलीप घोष की गाड़ी पर हमला. TV9 भारतवर्ष के रविशंकर ने @DilipGhoshBJP से की बात. #Phase6 #VotingRound6 #AadeshDeshKa pic.twitter.com/QOUGe0U33p
— TV9 भारतवर्ष (@TV9Bharatvarsh) May 12, 2019
बता दें कि मिदनापुर संसदीय सीट पश्चिम बंगाल की 42 लोकसभा सीटों में से एक महत्वपूर्ण संसदीय सीट है। यह संसदीय क्षेत्र 1951 में ही अस्तित्व में आया था। मिदनापुर शहर मेदिनीपुर पश्चिम का मुख्यालय भी है। यह कांग्सताबती नदी के किनारे है। यह संसदीय क्षेत्र सीपीएम के कद्दावार नेता इंद्रजीत गुप्ता की कर्मस्थली रहा है। चुनाव प्रचार अभियान के शुरुआती दौर में ही पीएम मोदी ने रैली कर यहाँ का चुनावी माहौल गर्मा दिया था। मिदनापुर से दिलीप घोष की प्रतिष्ठा दाँव पर है। भाजपा के बढ़ते प्रभाव के कारण तृणमूल खेमा बौखलाया हुआ है और इसीलिए भाजपा नेताओं को लगातार निशाना बनाया जा रहा है।
आज छठे चरण के चुनाव के तहत 3 बजे तक मिदनापुर में 69% वोटिंग की ख़बर आई है। दिलीप घोष ने कहा कि अभी चुनाव शुरू भी नहीं हुए थे, तभी से तृणमूल के गुंडों ने भाजपा कार्यकर्ताओं को डराना-धमकाना शुरू कर दिया था। घोष ने ममता सरकार समर्थित गुंडों के बारे में बात करते हुए आगे कहा, “हमारे लोगों को डराया जा रहा है। राज्य पुलिस ने हमारे कुछ लोगों को गिरफ़्तार किया है। हमारे कार्यकर्ताओं को हर तरह से प्रताड़ित किया जा रहा है। मतदान के दिन हमारे कार्यकर्ताओं को गोली लगने की खबर है। सुबह से ही डर का वातावरण बनाया जा रहा है।” दिलीप घोष ने कहा कि तृणमूल कॉन्ग्रेस हार के डर से हिंसक वारदातों में बढ़ोतरी करते जा रही है।
रामपुरा (पश्चिम मेदिनीपुर) में एक बूथ पर, मेरे लोगों को कल से धमकी दी जा रही थी इसलिए मैं वहां मिलने गया। टीएमसी के गुंडों ने हम पर हमला किया, हमें बूथ के अंदर जाने से रोका गया। ये लोग वोटर्स को वोट देने से रोक रहे हैंः दिलीप घोष, बीजेपी चीफ पश्चिम बंगालhttps://t.co/UnKho5nrme pic.twitter.com/5sVB55Zmrn
— NBT Hindi News (@NavbharatTimes) May 12, 2019
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ में लम्बे समय तक सक्रिय रहे दिलीप घोष ने कहा कि बंगाल में सत्ताधारी दल और पुलिस साथ मिलकार काम कर रही है। उन्होंने कहा कि हमारे कार्यकर्ता तनाव से निपटने के लिए पूरी तरह तैयार हैं। घोष ने 2016 में खड़गपुर सदर विधानसभा क्षेत्र से जीत दर्ज की थी।