Friday, November 15, 2024
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लखीमपुर, बीजेपी, हिंदुत्व, भागवत… : आर्यन खान और ‘प्रदर्शनकारी किसानों’ के बचाव में उतरे उद्धव ठाकरे ने एक साथ साधे कई निशाने

"महाराष्ट्र को एक अलग नजरिए से देखा जाता है। अगर महाराष्ट्र में कुछ होता है तो वे कहते हैं कि यहाँ लोकतंत्र की हत्या हुई। अगर महाराष्ट्र में ऐसा है, तो उत्तर प्रदेश में क्या हुआ?"

दशहरा के मौके पर महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने फिर विरोधियों पर जमकर निशाना साधा है। उन्होंने अपने पुरानी साथी बीजेपी पर भी तंज कसा है और संघ प्रमुख मोहन भागवत को भी अपने निशाने पर लिया है। कुछ समय से लगातार हिंदुत्व की बात कर रहे मोहन भागवत को लेकर उद्धव ठाकरे ने बड़ा बयान दे दिया है।

उद्धव का भागवत पर निशाना

कुछ दिन पहले ही भागवत ने कहा था कि इस बात पर किसी को शक नहीं होना चाहिए कि सभी के पूर्वज एक थे। अब इसी बयान पर उद्धव ठाकरे ने संघ प्रमुख को लखीमपुर हिंसा याद दिला दी है। उन्होंने कहा है कि भागवत कहते हैं कि हम सभी के पूर्वज एक हैं। अगर ऐसा है तो ये भी बता दीजिए कि लखीमपुर में प्रदर्शन कर रहे किसानों के पूर्वज कौन है? इसके बाद उद्धव ने बीजेपी पर तंज कसते हुए कहा कि कुछ लोगों की सत्ता की भूख ड्रग्स एडिक्शन जैसी हो गई है।

बीजेपी पर भड़के

वहीं इसके बाद उद्धव ने बीजेपी पर भी जमकर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि लोग सत्ता में रहने के लिए कुछ भी कर सकते हैं। उद्धव ठाकरे ने कहा कि आरएसएस और हमारे रास्ते भले ही अलग हो सकते हैं लेकिन विचारधारा एक ही है। उन्होंने कहा कि हिंदुत्व की विचारधारा की वजह से ही उन्होंने बीजेपी के साथ गठबंधन किया था। लेकिन उन्होंने वादा नहीं निभाया। ठाकरे ने कहा कि अगर बीजेपी ने वादा निभाया होता तो आज दोनों साथ होते। उन्होंने कहा कि उन्होंने अपने पिता से वादा किया था इसीलिए वह सीएम बने हैं। भविष्य में दूसरे शिवसैनिक भी सीएम बनेंगे।

वहीं बीजेपी से गठबंधन टूटने पर सीएम ने स्पष्ट कर दिया कि उनकी साझेदारी सिर्फ और सिर्फ हिंदुत्व पर टिकी थी। अगर देवेंद्र फडणवीस शिवसैनिक सीएम बनाने का वादा पूरा करते, तो कोई समस्या नहीं आती। उद्धव ने यहाँ तक कहा कि वे खुद बाद में वो सीएम कुर्सी छोड़ देते, उन्हें ऐसा खेल पसंद नहीं है।

इस दौरान उन्होंने कहा, “महाराष्ट्र को एक अलग नजरिए से देखा जाता है। अगर महाराष्ट्र में कुछ होता है तो वे कहते हैं कि यहाँ लोकतंत्र की हत्या हुई। अगर महाराष्ट्र में ऐसा है, तो उत्तर प्रदेश में क्या हुआ?”

सीएम ठाकरे ने कहा कि हिंदुत्व का मतलब राष्ट्र प्रेम है। उद्धव ठाकरे ने कहा कि बलसाहेब कहते थे कि पहले हम देशवासी हैं, उसके बाद धर्म आता है। धर्म घर पर रख हम जब बाहर निकलते हैं, तब देश हमारा धर्म होता है। उद्धव ठाकरे ने कहा कि जब हम देश को धर्म बनाकर आगे बढ़ते हैं तो धर्म के नाम पर गलत करने वालों के खिलाफ बोलना भी हमारा कर्तव्य है।

सावरकर पर राजनाथ को घेरा

अपने संबोधन के दौरान उद्धव ने सावरकर मुद्दे पर भी अपनी राय रखी। उन्होंने सीधे रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह को कठघरे में खड़ा करते हुए सवाल कर दिया कि क्या आप इस लायक भी हैं कि सावरकर या गाँधी जी का नाम ले सकें?

उद्धव ठाकरे के संबोधन के दौरान एक वक्त ऐसा भी आया जब मजाकिया अंदाज में एक्टिंग करने लगे। हाल ही में हर्षवर्धन पाटिल ने कॉन्ग्रेस छोड़ बीजेपी का दामन थाम लिया था। उनके उसी फैसले पर चुटकी लेते हुए उद्धव कहा, “पहले मुझे नींद नहीं आती थी, दरवाजे पर टक-टक होती थी तो रोंगटे खड़े हो जाते थे, फिर मैं बीजेपी में चला गया, अब मैं कुंभकरण की तरह सोता हूँ।”

इस समय शिवसेना और महाराष्ट्र की महा विकास अघाड़ी सरकार की ईडी-सीबीआई से भी ठनी है। ऐसे में उद्धव ठाकरे ने इस ट्रेंड के लिए भी बीजेपी को जिम्मेदार माना है। उनकी नजरों में बीजेपी को मर्दों की तरह लड़ाई लड़नी चाहिए। ईडी-सीबीआई का कठपुतली की तरह इस्तेमाल करना गलत है।

इसके अलावा ठाकरे ने हिंदुत्व वाली राजनीति पर भी शिवसेना का स्टैंड साफ कर दिया। स्पष्ट कहा गया कि जब हिंदुत्व खतरे में था तब सिर्फ बाला साहेब ठाकरे ने आवाज बुलंद की थी। जब मुंबई में दंगे हुए थे, तब भी सिर्फ बाल ठाकरे ने आवाज उठाई थी। उन्होंने नारा दिया था- गर्व से कहो हम हिंदू हैं।

आर्यन खान केस पर टिप्पणी

संबोधन के दौरान उद्धव ठाकरे ने आर्यन खान केस पर भी टिप्पणी की। उनकी नजरों में सिर्फ पब्लिसिटी के लिए एक सेलेब को निशाना बनाया जा रहा है। उनके मुताबिक सिर्फ महाराष्ट्र में ड्रग्स की समस्या नहीं है। कई राज्यों में सक्रिय है, लेकिन बदनाम सिर्फ महाराष्ट्र को किया जा रहा है। उन्होंने मुंबई पुलिस की तारीफ करते हुए कहा कि हमारी पुलिस ने 150 करोड़ के ड्रग्स बरामद किए, आप लोग सिर्फ चिमटी भर गाँजा सूँघ रहे हैं।

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ऑपइंडिया स्टाफ़
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कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

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