उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने असदुद्दीन ओवैसी को खुली चेतावनी दी है। सीएम योगी ने कहा है कि अगर राज्य में दोबारा से सीएए के नाम पर भावनाएँ भड़काने की कोशिश हुई तो इस बार उनसे सख्ती से निपटा जाएगा।
कानपुर में बूथ अध्यक्ष सम्मेलन के दौरान पहुँचे योगी आदित्यनाथ ने ओवैसी पर निशाना साधते हुए कहा, “आज मैं चेतावनी दूँगा उस व्यक्ति को जो यहाँ पर सिटीजनशिप अमेंडमेंट एक्ट के तहत भावनाओं को भड़काने की कोशिश कर रहा है।”
वह बोले, “चचा जान और अब्बा जान के अनुयायी सावधान होकर सुन लें, अगर प्रदेश में भावनाओं को भड़काकर माहौल खराब करोगे तो उत्तर प्रदेश सरकार सख्ती के साथ निपटना जानती है।”
चाचा जान और अब्बा जान के अनुयायी सावधान होकर सुन लें, अगर प्रदेश में भावनाओं को भड़काकर माहौल खराब करोगे तो उत्तर प्रदेश सरकार सख्ती के साथ निपटना जानती है। pic.twitter.com/l0eKnqORJm
— Yogi Adityanath (@myogiadityanath) November 23, 2021
सीएम योगी ने ओवैसी को सपा का एजेंट बताया और कहा कि वह सिर्फ भावना भड़काने आए हैं। उन्होंने उत्तर प्रदेश को लेकर कहा कि अब राज्य को दंगों के कारण नहीं बल्कि दंगामुक्त होने के कारण पहचाना जाता है। जनता ने विकास और नए भारत, नए उत्तर प्रदेश का संकल्प लिया है। प्रदेश में दंगा और माफियाओं की सरकार नहीं है। माफियाओं पर बुलडोजर चलाने वाली सरकार है।
ओवैसी समाजवादी पार्टी के एजेंट बनकर…. pic.twitter.com/aRJeS1AP8T
— Yogi Adityanath (@myogiadityanath) November 23, 2021
उन्होंने याद दिलाया कि कैसे प्रदेश 2017 से पहले दंगों के लिए जाना जाता था। उन्होंने कहा कि प्रदेश में परिवारवादी, जातिवादी, वंशवादी सोच के लोगों ने न केवल सामाजिक ताने-बाने को छिन्न-भिन्न किया, बल्कि अपने राजनीतिक लाभ के लिए इस क्षेत्र के विकास को भी बाधित करने में कोई कोर-कसर नहीं छोड़ी थी।
ओवैसी के शब्द
बता दें कि एआईएमआईएम प्रमुख ओवैसी ने मोदी सरकार पर निशाना साधते हुए उत्तर प्रदेश के बाराबंकी में कहा था, “मैं पीएम मोदी और बीजेपी से सीएए को कृषि कानूनों की तरह वापस लेने की अपील करता हूँ क्योंकि ये संविधान के खिलाफ है। अगर वे एनपीआर और एनआरसी पर कानून बनाएँगे तो हम सड़कों पर उतरेंगे और यहाँ एक और शाहीन बाग बनेगा।”