उत्तर प्रदेश की योगी सरकार में मंत्री आनंद स्वरूप शुक्ल ने मुस्लिम समाज से बड़ा आह्वान किया है। उन्होंने कहा है कि मुस्लिमों को चाहिए कि वे मथुरा (Mathura) का सफेद भवन हिंदुओं को सौंप दे। साथ ही कहा है कि देश के सभी मुस्लिमों की घर वापसी (Ghar Wapsi) होनी चाहिए।
उत्तर प्रदेश के संसदीय कार्य राज्य मंत्री आनंद स्वरूप शुक्ल ने मंगलवार (7 दिसंबर 2021) को कहा, “मुस्लिम समुदाय को आगे आकर मथुरा में श्रीकृष्ण की जन्मस्थली पर स्थित ‘सफेद भवन’ (मस्जिद) को हिंदुओं को सौंप देना चाहिए।” उन्होंने कहा कि अदालत ने अयोध्या मामले का समाधान कर दिया है। लेकिन काशी (वाराणसी) और मथुरा सफेद ढाँचे हिंदुओं को आहत करते हैं। उनका इशारा दोनों जगहों पर इस्लामिक आक्रांताओं द्वारा मंदिर ध्वस्त कर बनाई गई मस्जिद को लेकर था।दो जगहों काशी और मथुरा में बनी मस्जिद को लेकर दिया है।
आनंद स्वरूप ने आगे कहा, “वह समय भी आएगा जब मथुरा में हर हिंदु को आहत करने वाले सफेद ढाँचे को अदालत की मदद से हटा दिया जाएगा। डॉ. राम मनोहर लोहिया ने कहा था कि भारत के मुसलमानों को यह मानना होगा कि राम और कृष्ण उनके पूर्वज थे और बाबर, अकबर व औरंगजेब आक्रमणकारी थे। इसलिए अपने आप को उनके द्वारा बनाए गए किसी भी भवन से न जोड़ें।” उन्होंने कहा कि मुस्लिम समुदाय को आगे आना चाहिए और मथुरा के श्री कृष्ण जन्मभूमि परिसर में स्थित सफेद भवन को हिंदुओं को सौंप देना चाहिए। एक समय आएगा, जब ये भवन मुसलमानों द्वारा हिंदुओं को सौंप दिए जाएँगे।
आनंद स्वरूप ने शिया वक्फ बोर्ड के पूर्व अध्यक्ष वसीम रिजवी के हिंदू धर्म अपनाने पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि हर मुस्लिम को इसका अनुसरणकरना चाहिए।मुसलमान वसीम रिजवी से कुछ सीखें। उन्होंने कहा, “देश में सभी मुसलमान धर्मांतरित हैं। अगर वे अपना इतिहास देखेंगे तो पाएँगे कि 200 से 250 साल पहले वे हिंदू धर्म से इस्लाम में धर्मांतरित हुए थे। हम चाहेंगे कि उन सभी की ‘घर वापसी’ हो। भारत की मूल संस्कृति ‘हिंदुत्व’ और ‘भारतीयता’ की है जो एक-दूसरे के पूरक हैं।”
शुक्ल ने समाजवादी पार्टी और उसके संस्थापक मुलायम सिंह यादव को हिंदू विरोधी बताते हुए कहा, “उन्होंने अयोध्या में निहत्थे कारसेवकों पर गोली चलाने का आदेश दिया था। अब वहाँ भव्य मंदिर बनाया जा रहा है।”