Sunday, December 22, 2024
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‘देवबंद से ही निकलते हैं सारे बड़े आतंकी, वह गजवा-ए-हिंद के लिए लड़ रहे हैं’

वह नागरिकता संशोधन कानून (CAA) के खिलाफ लड़ाई नहीं लड़ रहे हैं, बल्कि वह गजवा-ए-हिंद के लिए लड़ाई लड़ रहे हैं। गजवा-ए-हिंद को भारत में लाकर मुस्लिम राष्ट्र बनाना चाहते हैं। हम उनको इस मकसद में कामयाब नहीं होने देंगे।

अपने बयानों से लोकर अक्सर चर्चा में रहने वाले बीजेपी के कैबिनेट मंत्री गिरिराज सिंह ने एक बार फिर आतंकियों को लेकर बयान दिया है। गिरिराज सिंह ने कहा है कि मैं पहले से ही कहता रहा हूँ कि देवबंद आतंकवादियों की गंगोत्री है, क्यों कि सारी दुनियाँ में पैदा हुए बड़े आतंकी यहीं से निकलते हैं।

बीते मंगलवार को जनसंख्या समाधान फाउंडेशन एवं हिंदू जागरण मंच द्वारा आयोजित सीएए के समर्थन कार्यक्रम में केंद्रीय पशुधन मंत्री गिरिराज सिंह सहारनपुर पहुँचे थे, जहाँ कार्यक्रम के बाद मीडिया को संबोधित करते हुए मंत्री गिरिराज सिंह ने कहा, “मैंने एक बार कहा था कि ये देवबंद आतंकवाद की गंगोत्री है, सारे बड़े-बड़े दुनियाँ में जो भी पैदा हुए आतंकवादी, चाहे हाफ़िज सईद मामला हो, ये सारे के सारे लोग यहीं से निकलते हैं।”

इससे पहले कार्यक्रम में जनसंख्या नियंत्रण पर बोलते हुए मंत्री गिरिराज सिंह ने कहा कि देश के अंदर जनसंख्या नियंत्रण जल्द से जल्द लागू होना चाहिए। अन्यथा देश का विकास नहीं हो पाएगा। अगर देश का विकास करना है तो जनसंख्या नियंत्रण कानून बहुत जल्द से जल्द लाना होगा।

केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने कार्यक्रम में शाहीन बाग पर निशाना साधते हुए कहा कि वह नागरिकता संशोधन कानून (CAA) के खिलाफ लड़ाई नहीं लड़ रहे हैं, बल्कि वह गजवा-ए-हिंद के लिए लड़ाई लड़ रहे हैं। गजवा-ए-हिंद को भारत में लाकर मुस्लिम राष्ट्र बनाना चाहते हैं। हम उनको इस मकसद में कामयाब नहीं होने देंगे।

आपको बता दें कि पिछले वर्ष 29 नवंबर को देवबंद के स्वामी ब्रह्मानंद सरस्वती से उनके आश्रम में मुलाक़ात करने के बाद केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने कहा था कि देवबंद आतंकवाद का अड्डा बन गया है। इतना ही नहीं हाफिज सईद और बगदादी जैसे आतंकवादी भी देवबंद से शिक्षा लेते हैं। उन्होंने आगे कहा था कि गुरुकुल से आजतक कोई बच्चा आतंकी नहीं निकला, लेकिन देवबंद से निकले हुए लोग देशभक्त का तो पता नहीं, लेकिन आतंकी जरूर बनते हैं। अब पता नहीं यह शिक्षा का मंदिर है या आतंक का मंदिर।

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ऑपइंडिया स्टाफ़
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कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

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