राहुल गाँधी ने देश में संपत्ति के बँटवारे को लेकर एक खतरनाक बयान दिया था, जिस पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने करारा प्रहार किया। उन्होंने हैदराबाद में कहा था कि उनकी पार्टी सत्ता में आने के बाद वित्तीय एवं संस्थागत सर्वे कराएगी, ताकि पता चले कि देश में अधिक संपत्ति किन लोगों के पास है, साथ ही संपत्ति का पुनः बँटवारा भी सुनिश्चित कराएगी। अब पूर्व क्रिकेटर वेंकटेश प्रसाद ने समझाया है कि आखिर क्यों राहुल गाँधी का ये फॉर्मूला गलत है।
वेंकटेश प्रसाद ने IPL का उदाहरण देकर इसे समझाया है। उन्होंने कहा कि एक राजनीतिक पार्टी ने अपने घोषणा-पत्र में वादा किया है कि वो संपत्ति के फिर से बँटवारा करेगी और अमीरों से लेकर गरीबों को देगी। वेंकटेश प्रसाद ने कहा कि गरीबों के उत्थान की ज़रूरत है, लेकिन राहुल गाँधी की सोच निराश करने वाली है। उन्होंने कहा कि ये उसी तरह हुआ, जैसे कोई कहे कि हम ‘राजस्थान रॉयल्स (RR)’ और ‘कोलकाता नाइट राइडर्स (KKR)’ से 4 पॉइंट्स लेकर तालिका में सबसे नीचे की तीनों टीमों में बाँट दें।
वेंकटेश प्रसाद ने कहा कि इसके बाद नीचे की तीनों टीमें भी प्लेऑफ में पहुँच जाएगी। बता दें कि प्लेऑफ में IPL की शीर्ष 4 टीमें ही पहुँचती हैं और ये जीत के पॉइंट्स से तय होता है। फ़िलहाल RCB (रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु) अंक तालिका में सबसे निचले पायदान पर है, जबकि विराट कोहली और ग्लेन मैक्सवेल जैसे दिग्गज खिलाड़ी इस टीम का हिस्सा हैं। राहुल गाँधी का फॉर्मूला लगाया जाए तो प्लेऑफ में विजेता के रन हारने वाले को देकर RCB को भी फाइनल में पहुँचाया जा सकता है।
One of the political party’s manifesto is to redistribute the wealth of the rich to the poor. The really poor need to be uplifted but this thought process is so pathetic.
— Venkatesh Prasad (@venkateshprasad) April 22, 2024
It is like saying If we take 4 points from RR and 4 from KKR and SRH and re-distribute it to the bottom 3…
बता दें कि पीएम मोदी ने पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के बयान की याद दिलाई है, जिसमें उन्होंने कहा था कि देश की संपत्ति पर पहला हक़ मुस्लिमों का है। प्रधानमंत्री ने इसे अर्बन नक्सलियों की सोच बताते हुए कहा कि कॉन्ग्रेस माताओं-बहनों के मंगलसूत्र तक छीन लेगी। राजस्थान के बाँसवाड़ा में पीएम मोदी ने कहा कि संपत्ति इकट्ठी कर के कॉन्ग्रेस घुसपैठियों में बाँट देगी, उन्हें देगी जिनके ज्यादा बच्चे हैं। उन्होंने जनता से पूछा कि क्या किसी को आपकी मेहनत से कमाई संपत्ति ऐंठने का अधिकार है क्या?