भाजपा के वरिष्ठ नेता और भारत रत्न लाल कृष्ण आडवाणी को बुधवार को दिल्ली के एम्स में भर्ती कराया गया है। उन्हें रात साढ़े 10 बजे एम्स लाया गया। वरिष्ठ नेता को एम्स के ओल्ड प्राइवेट वार्ड में रखा गया है। उन्हें यूरोलॉजी से संबंधित परेशानी है। यूरोलॉजी के प्रोफेसर डॉ. अमलेश सेठ उनका इलाज कर रहे हैं। एम्स ने अपने बयान में बताया कि लाल कृष्ण आडवाणी की हालत स्थिर है और उन्हें निगरानी में रखा गया है।
जानकारी के मुताबिक, 96 वर्षीय आडवाणी उम्र संबंधित स्वास्थ्य समस्याओं का सामना कर रहे हैं, इसलिए उनका समय-समय पर घर पर ही चेकअप किया जाता है। बुधवार (26 जून 2024) देर शाम को उन्हें कुछ दिक्कत महसूस हुई, जिसके बाद तुरंत उन्हें एम्स ले जाया गया, जहाँ डॉक्टरों ने उन्हें अपनी निगरानी में भर्ती कर लिया। उनकी तबीयत अब ठीक बताई जा रही है।
बता दें कि लाल कृष्ण आडवाणी को इसी वर्ष भारत सरकार द्वारा देश का सर्वोच्च नागरिक सम्मान भारत रत्न से नवाजा गया है। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने दिल्ली में आडवाणी को उनके आवास पर जाकर ‘भारत रत्न’ प्रदान किया था। औपचारिक समारोह में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, गृह मंत्री अमित शाह और लालकृष्ण आडवाणी के परिवार के सदस्य शामिल हुए थे।
लाल कृष्ण आडवाणी ने जून 2002 से मई 2004 तक भारत के उप-प्रधानमंत्री और अक्टूबर 1999 से मई 2004 तक केंद्रीय गृह मंत्री के रूप में कार्य किया। लाल कृष्ण आडवाणी कई बार 1986-1990, 1993-1998 और 2004-2005 तक बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष भी रहे।
लाल कृष्ण आडवाणी का जन्म 8 नवंबर 1927 को सिंध प्रांत (पाकिस्तान) में हुआ था। उन्होंने कराची के सेंट पैट्रिक्स स्कूल से पढ़ाई की है। 1942 में उन्होंने भारत छोड़ो आंदोलन के दौरान गिडूमल नेशनल कॉलेज में दाखिला लिया। इसके बाद उन्होंने 1944 में कराची के मॉडल हाई स्कूल में बतौर शिक्षक नौकरी की। साल 1947 में देश का बंटवारा होने के बाद आडवाणी का परिवार भारत आ गया। उनके दो बच्चें हैं, जिनका नाम प्रतिभा और जयंत हैं।