पश्चिम बंगाल में 27 मार्च को होने वाले पहले चरण के मतदान से पहले हिंसा तेज हो गई है। नंदीग्राम में केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान की पदयात्रा पर हमला किया गया। वहीं नॉर्थ 24 परगना के भाटपाड़ा में बीजेपी सांसद अर्जुन सिंह के आवास सह कार्यालय पर बमबारी की गई। बीजेपी (BJP) ने दोनों घटनाओं के लिए तृणमूल कॉन्ग्रेस (TMC) को जिम्मेदार ठहराया है। हालाँकि टीएमसी ने इन आरोपों को खारिज कर दिया है।
मीडिया रिपोर्टों के अनुसार नंदीग्राम के सोनचुरा में गुरुवार (18 मार्च 2021) को केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान की रैली थी। इस दौरान अचानक से हिंसा होने लगी। कुछ लोगों ने बीजेपी कार्यकर्ताओं को पीट दिया। आरोप है कि हमला करने वाले टीएमसी से जुड़े थे।
Mamata Didi should fight elections in a democratic way. After Suvendu Adhikari’s ‘padayatra’ started today, our Yuva Morcha leader was attacked here, in front of me. Appeal to the Election Commission to deploy paramilitary force here: Union Min Dharmendra Pradhan in Nandigram, WB pic.twitter.com/wtqjaXuJYY
— ANI (@ANI) March 18, 2021
धर्मेंद्र प्रधान ने कहा कि ममता बनर्जी को लोकतांत्रिक तरीके से चुनाव लड़ना चाहिए। शुभेंदु अधिकारी की पदयात्रा शुरू होने के बाद बीजेपी युवा मोर्चा के नेता पर उनके सामने हमला किया गया। उन्होंने कहा कि मैं चुनाव आयोग से अर्धसैनिक बलों की तैनाती की अपील करता हूँ। रिपोर्ट में बताया गया है कि बीजेपी कार्यकर्ता का हमले में सिर फट गया।
नंदीग्राम वही सीट है जहाँ से मुख्यमंत्री ममता बनर्जी खुद मैदान में हैं। यहीं नामांकन के बाद उनके पैर में चोट लगी थी, जिसे टीएमसी ने ‘हमले’ के तौर पर प्रचारित करने की कोशिश की थी। ममता का मुकाबला बीजेपी के शुभेंदु अधिकारी से है, जिन्होंने कुछ महीने पहले ही ममता कैबिनेट और टीएमसी से इस्तीफा दिया था।
बंगाल के मंत्री और टीएमसी नेता फिरहाद हाकिम ने बीजेपी के आरोपों को खारिज करते हुए कहा है कि वह अपने कार्यकर्ताओं को काबू में नहीं रख पा रही है। इसकी वजह से बीजेपी के पुराने और नए कार्यकर्ताओं के बीच झड़प हुई। उन्होंने इसे शुभेंदु बीजेपी बनाम पुरानी बीजेपी का झगड़ा बताया। हाकिम ने कहा कि बीजेपी राजनीति को सांप्रदायिक रंग देने की कोशिश कर रही है। अपनी अंदरुनी लड़ाई छिपाने के लिए टीएमसी पर आरोप लगा रही है।
They (BJP) are unable to tackle their own workers, so, there is a clash between the old BJP and the new BJP, Suvendu BJP vs the old BJP. They are blaming TMC as they don’t have control over their workers. They are communalising politics: West Bengal Min & TMC leader Firhad Kahim pic.twitter.com/nQqZHxbo74
— ANI (@ANI) March 18, 2021
इधर भाटपाड़ा के जगदाल इलाके में बुधवार को अर्जुन सिंह के आवास सह कार्यालय ‘मजदूर भवन’ को निशाना बनाया गया। उन्होंने आरोप लगाया कि इलाके में करीब 15 जगहों पर टीएमसी कैडरों ने बम फेंके। सीसीटीवी कैमरों को भी तोड़ दिया गया।
This evening, more than a dozens bombs were hurled at nearby my office-cum-residence ‘Mazdoor Bhawan’.
— Arjun Singh (@ArjunsinghWB) March 17, 2021
This attack was done by @AITCofficial goons. The local residents are in fear. Administration should ensure safety of the citizens. @BJP4India @BJP4Bengal @ECISVEEP @blsanthosh pic.twitter.com/7letVArRAU
बीजेपी सांसद ने ट्विटर पर एक वीडियो साझा करते हुए कहा है कि बम हमलों के बाद से स्थानीय लोग दहशत में है। उन्हें स्थानीय पुलिस से कोई मदद नहीं मिल रही।
After the bombing incident in the evening near my office-cum-residence, when I returned in the night, bomb was hurled targeting my vehicle and that too in presence of @WBPolice.
— Arjun Singh (@ArjunsinghWB) March 17, 2021
Serious condition of lawlessness in the area.
Where is administration?@ECISVEEP @CEOWestBengal pic.twitter.com/4v9HqphaRB
एक अन्य ट्वीट में तस्वीर साझा करते हुए उन्होंने आरोप लगाया है कि बंगाल पुलिस की मौजूदगी में हमलावरों ने उनकी गाड़ी पर बम फेंके। पार्टी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष मुकुल रॉय ने कहा है कि इस घटना से चुनाव आयोग को अवगत कराया जाएगा।
गौरतलब है कि यह पहला मौका नहीं है जब बंगाल में बीजेपी कार्यकर्ताओं और नेताओं को निशाना बनाने के आरोप टीएमसी पर लगा है। बीते दिसंबर में पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा के काफिले तक को निशाना बनाया गया था। वहीं गुरुवार को बंगाल के पुरुलिया में एक रैली को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि इन चुनावों में टीएमसी साफ हो जाएगी।