Saturday, September 28, 2024
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दलितों का गाँव सूना, भगवा झंडा लगाने पर महिला का घर तोड़ा… पूर्व DGP ने दिखाया ममता बनर्जी के भतीजे के क्षेत्र का हाल, कहा – गायें-मुर्गे तक लूट कर ले गए TMC के गुंडे

बृज लाल ने दिखाया कि कैसे दलित-जनजातीय समाज के लोग, मत्यपालन और मजदूरी करने वाले लोग चुनाव के बाद से ही गाँव से गायब हैं, वो पलायन कर गए हैं।

उत्तर प्रदेश के DGP रहे बृज लाल ने पश्चिम बंगाल में भाजपा कार्यकर्ताओं पर हुए अत्याचार के बारे में ग्राउंड जीरो से वीडियो बना कर बताया है। असल में भाजपा अध्यक्ष JP नड्डा ने पश्चिम बंगाल में हिंसा की जाँच के लिए एक समिति का गठन कर पूर्व केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद, त्रिपुरा के पूर्व मुख्यमंत्री विप्लब देव, राज्यसभा सांसदों बृज लाल और कविता पाटीदार को वहाँ भेजा है। इन्होंने पीड़ितों से बात की, पुलिस के समक्ष उनकी शिकायतें दर्ज कराईं और साथ ही चेताया कि भाजपा कार्यकर्ताओं को प्रताड़ित न किया जाए।

दलित बहुल अलताबेरिया गाँव पहुँचे बृज लाल ने बताया कि पूरा गाँव खाली पड़ा है। बता दें कि ये डायमंड हार्बर लोकसभा क्षेत्र के अंतर्गत आता है, जहाँ से मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के भतीजे अभिषेक ने लगातार तीसरी बार चुनाव जीते हैं। बृज लाल ने दिखाया कि कैसे दलित-जनजातीय समाज के लोग, मत्यपालन और मजदूरी करने वाले लोग चुनाव के बाद से ही गाँव से गायब हैं, वो पलायन कर गए हैं। इन गरीबों के मुर्गे, गायें और अन्य जानवरों को भी TMC के गुंडे लूट कर ले गए हैं।

वहीं बृज लाल ने एक अन्य वीडियो भी जारी किया, जिसमें भाजपा की समिति पीड़ितों की बातें सुन रही है। इसमें महिला सांसद कविता पाटीदार बता रही हैं कि जगह-जगह उसी कहानी को दोहराया जा रहा है। भाजपा समर्थकों के पेट में लाठी मारी जा रही है, उनका सामाजिक बहिष्कार किया जा रहा है। लोगों को खेत में काम नहीं करने दिया जा रहा, उनकी जमीनें ले ली जा रही हैं। कविता पाटीदार ने बताया कि महिलाओं का घर से निकलना दूभर है, घर में डॉक्टर नहीं आएँगे, मंदिरों में एंट्री बैन कर दी जा रही है।

बृज लाल ने दक्षिण परगना के मस्जिदबाड़ी स्थित एक दलित बस्ती का भी वीडियो दिखाया, जहाँ एक दलित महिला छोटी सी दुकान चला कर अपना जीवन-यापन करती थी। उन्होंने बताया कि उक्त दुकान को तोड़ दिया गया, क्योंकि उसके बेटे ने पंचायत चुनाव में भाजपा की तरफ से चुनाव लड़ा था। बृज लाल ने कहा कि संविधान-संविधान चिल्लाने वाली ममता बनर्जी के राज में एक दलित चुनाव नहीं लड़ सकता, TMC के गुंडों ने घर और दुकान तोड़ डाला। वहीं एक अन्य महिला का घर तोड़ा गया, क्योंकि वो पूजा करती थीं, उन्होंने भगवान की प्रतिमा रखी थी और घर पर भगवा झंडा लगा रखा है।

उन्हें धमकाया गया, उनके घर में तोड़फोड़ हुई। कैमरे के सामने खौफ के कारण वो महिला कुछ बोलने को तैयार नहीं है। गरीबों की बस्ती में कई घर और दुकान टूटे हुए दिखे। ये वो इलाके हैं जहाँ गरीबों के घर भी मिट्टी के हैं। बरईपुरा स्थित भाजपा कार्यालय में कई कार्यकर्ताओं ने शरण ले रखी है। वो अपने परिवार के साथ यहाँ आए हैं। उनमें महिलाएँ-बच्चे भी हैं। पार्टी ने गद्दे बिछा कर उनके लिए इंतज़ाम किया है। इन लोगों को पुलिस-प्रशासन पर भी भरोसा नहीं है।

पश्चिम बंगाल में भाजपा नेताओं को उनके कार्यकर्ताओं ने ही घेरा और स्पष्ट कहा कि किसी ने उनकी परवाह नहीं की। उन्होंने कहा कि हिंसा के कारण उन्हें विस्थापित होना पड़ा, कोई उनका हाल तक पूछने नहीं आया। इन्होंने कहा कि इन्हें सिर्फ भाजपा समर्थक होने के कारण विस्थापित होना पड़ा। TMC पीड़ित भाजपा कार्यकर्ताओं के विरोध प्रदर्शन पर भी राजनीति कर रही है और कह रही है कि ये दिखाता है कि भाजपा में आपस में भी जंग चल रही है।

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ऑपइंडिया स्टाफ़
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कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

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