Saturday, November 23, 2024
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राजनीति से संन्यास की घोषणा कर TMC में शामिल हुआ ‘BJP का बंदर’, बाबुल सुप्रियो ने CM ममता बनर्जी को बताया था ‘क्रूर महिला’

"मुझे वाकई लगता है कि बंगाल के लोगों ने भारतीय जनता पार्टी को मौका नहीं देकर और भ्रष्ट, अक्षम, बेईमान सरकार को चुनकर और क्रूर महिला को सत्ता में वापस लाकर ऐतिहासिक गलती की है।"

मोदी सरकार में कैबिनेट मंत्री रह चुके सांसद बाबुल सुप्रियो शनिवार (सितंबर 18, 2021) को औपचारिक रूप से तृणमूल कॉन्ग्रेस (TMC) में शामिल हो गए। उन्होंने कुछ दिन पहले ही बीजेपी से इस्तीफा दिया था। टीएमसी सांसद अभिषेक बनर्जी और डेरेक ओ ब्रायन की मौजूदगी में उन्होंने तृणमूल कॉन्ग्रेस की सदस्यता ग्रहण की।

बाबुल सुप्रियो के पार्टी में शामिल होने पर टीएमसी की तरफ से बयान जारी कर बताया गया है कि टीएमसी के राष्ट्रीय महासचिव अभिषेक बनर्जी और राज्यसभा सांसद डेरेक ओ ब्रायन की मौजूदगी में पूर्व केंद्रीय मंत्री और मौजूदा सांसद बाबुल सुप्रियो टीएमसी में शामिल हो गए हैं। हम इस मौके पर हम उनका पार्टी में स्वागत करते हैं। इसके साथ ही उन्होंने ट्वीट में लिखा, “खेला होबे।”

जुलाई में राजनीति से संन्यास की घोषणा की थी

बता दें कि जुलाई के महीने में पूर्व केंद्रीय मंत्री और बंगाल में बीजेपी के बड़े नेताओं में शुमार रहे बाबुल सुप्रियो ने राजनीति को अलविदा कह दिया था। उन्होंने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट लिख कर कहा था कि वे राजनीति में सिर्फ समाज सेवा के लिए आए थे। अब उन्होंने अपनी राह बदलने का फैसला लिया है।

कहा था कि किसी पार्टी में शामिल नहीं होंगे

जुलाई महीने में जब उन्होंने राजनीति से संन्यास का ऐलान किया था तो उन्होंने था कि लोगों की सेवा करने के लिए राजनीति में रहने की जरूरत नहीं है। वे राजनीति से अलग होकर भी अपने उस उदेश्य को पूरा कर सकते हैं। उनकी तरफ से पोस्ट में पहले इस बात पर भी जोर दिया गया कि वे हमेशा से बीजेपी का ही हिस्सा रहे हैं और रहेंगे। उन्होंने यहाँ तक कहा था कि वे टीएमसी या कोई दूसरी पार्टी में शामिल नहीं होंगे। 

इस दौरान उन्होंने आश्वासन दिया था कि वो सब सुन कर कहते हैं कि वो किसी और पार्टी में नहीं जा रहे। उन्होंने कहा कि वो तृणमूल कॉन्ग्रेस (TMC), कॉन्ग्रेस या CPI(M) में नहीं जा रहे, कहीं नहीं। उन्होंने बताया कि किसी ने उन्हें फोन नहीं किया। उन्होंने कहा कि वो एक टीम के खिलाड़ी हैं और हमेशा एक टीम का समर्थन करते हैं। लेकिन अब लगभग डेढ़ महीने बीतने के बाद उन्होंने टीएमसी का दामन थाम लिया है।

उल्लेखनीय है कि बंगाल में टीएमसी की जीत पर बाबुल सुप्रियो ने ट्वीट करते हुए लिखा था, “न तो मैं ममता बनर्जी को बंगाल में उनकी जीत के लिए बधाई दूँगा और न ही मैं यह कहना चाहता हूँ कि मैं लोगों के फैसले का सम्मान करता हूँ क्योंकि मुझे वाकई लगता है कि बंगाल के लोगों ने भारतीय जनता पार्टी को मौका नहीं देकर और भ्रष्ट, अक्षम, बेईमान सरकार को चुनकर और क्रूर महिला को सत्ता में वापस लाकर ऐतिहासिक गलती की है। हाँ, एक कानून का पालन करने वाले नागरिक के रूप में, मैं एक लोकतांत्रिक देश में लोगों द्वारा लिए गए निर्णय का ‘पालन’ करूँगा। इतना ही!! इससे कुछ ज्यादा नहीं-कुछ कम नहीं।”

बाबुल सुप्रियो के टीएमसी ज्वॉइन करने पर टीएमसी नेता कुणाल घोष ने भी खुशी जाहिर की है साथ ही इस ओर भी इशारा किया है कि बीजेपी से और भी लोग टीएमसी में शामिल होना चाहते हैं। कुणाल घोष ने कहा, “बहुत सारे लोग बातचीत में हैं वो लोग बीजेपी में संतुष्ट नहीं हैं। आज एक आ रहा है कल एक आना चाहता है। यह प्रक्रिया चलती रहेगी। वेट एंड वॉच।”

गौरतलब है कि बाबुल सुप्रियो को टीएमसी नेता बीजेपी का बंदर तक कह चुका है। दरअसल, भाजपा कार्यकर्ताओं द्वारा कट मनी के मसले पर आसनसोल नगर निगम कार्यालय के बाहर प्रदर्शन किया जा रहा था। इस दौरान आसनसोल में शुक्रवार (जुलाई 5, 2019) को भड़की हिंसा के बाद पुलिस ने भीड़ को तितर-बितर करने के लिए लाठीचार्ज किया और साथ ही भाजपा के 13 कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार भी किया।

इस घटना के बाद आसनसोल के मेयर और टीएमसी नेता जे तिवारी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस किया और भाजपा कार्यकर्ता के बारे में बात करते हुए कहा था, “वे हमला करने के इरादे से आए थे, लेकिन निगम के गेट को छू भी नहीं सके। बाबुल सुप्रियो, अगर तुम भाजपा के बंदर हो, तो हम आसनसोल में तुम्हारे लिए पिंजरा तैयार कर चुके हैं। हम तुम्हारे जैसे बंदरों को अपने पास रखने की क्षमता रखते हैं।”

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ऑपइंडिया स्टाफ़
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कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

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