पश्चिम बंगाल के दक्षिण दिनाजपुर जिले के गंगरामपुर में एक प्राथमिक स्कूल की शिक्षिका को रस्सी से बाँधकर घसीटा गया और उसकी पिटाई की गई। टीएमसी के स्थानीय नेता अमल सरकार ने अन्य लोगों के साथ मिलकर इस शर्मनाक घटना को अंजाम दिया। शिक्षिका गाँव में सड़क निर्माण के लिए जबरन अपनी जमीन पर कब्जा किए जाने का विरोध कर रही थी।
जमीन पर कब्जे का विरोध करने पर तृणमूल कॉन्ग्रेस समर्थकों के एक समूह ने शिक्षिका के हाथ-पैर बाँध दिए। तीस फीट तक उसे घसीटते हुए ले गए। पिटाई करने के बाद एक घर में बंद कर दिया। इस घटना का वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। शिक्षिका का नाम स्मृतिखाना दास बताया जा रहा है और वह बीजेपी समर्थक बताई जा रही हैं।
शिक्षिका ने 5 लोगों के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई है। पुलिस इसकी जाँच कर रही है। बताया जा रहा है कि जिला टीएमसी नेतृत्व ने पार्टी नेता अमल सरकार को निष्कासित कर दिया है, जिसकी अगुवाई में ये सब हुआ था।
दरअसल, पंचायत ने हाल ही में सड़क बनाने के लिए एक परियोजना शुरू की थी, जो महिला शिक्षक के घर की भूमि से होकर गुजरेगी। स्मृतिखाना दास ने बताया कि पंचायत को सड़क के लिए उनकी जमीन का एक हिस्सा चाहिए था। पंचायत प्रशासन ने उनकी मर्जी के बिना काम शुरू किया। फिर भी वो गाँव के हित में मुआवजे के बिना 12 फीट चौड़ी सड़क के लिए आवश्यक भूमि देने के लिए तैयार थी। मगर शुक्रवार को उन्हें पता चला कि वे 24 फीट चौड़ी सड़क बनाने की योजना बना रहे हैं और आगे तक उनकी जमीन पर कब्जा लिया। इसके बाद जब शिक्षका ने मौके पर जाकर विरोध किया, तो अमल सरकार और उनके साथियों ने उन पर हमला कर दिया।
शिक्षिका ने आगे कहा कि अमल सरकार और उनके समर्थकों ने उन्हें लोहे की रॉड से मारा और फिर उसके बाद उन्होंने उनके हाथ-पैर बाँध दिए और लगभग 30 फीट तक जमीन पर घसीटते हुए ले गए। इतना ही नहीं, शिक्षिका ने आरोप लगाया कि अमल सरकार और उसके लोगों ने उनकी माँ और बहन के साथ भी मारपीट की।