उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के प्रति अपनी कुंठा व्यक्त करने के लिए कॉन्ग्रेस अब खुल कर जहर उगलने लगी है। पार्टी की यूथ विंग ने बदायूँ कांड पर सीएम योगी को घेरने के लिए ‘जनाजा’ शब्द का प्रयोग किया है।
“योगी जी, कुर्सी है ये तुम्हारा जनाजा तो नहीं”, Youth Congress (@IYC) targets the Yogi Govt over the rising number of rape incidents in Uttar Pradesh. pic.twitter.com/9U8ZmhchXR
— TIMES NOW (@TimesNow) January 7, 2021
यूथ कॉन्ग्रेस ने अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल पर एक वीडियो शेयर करते हुए कैप्शन लिखा, “योगी जी, कुर्सी है ये तुम्हारा जनाजा तो नहीं, कुछ कर नहीं सकते तो उतर क्यों नहीं जाते।” यह ट्वीट यूथ कॉन्ग्रेस ने बदायूँ में घटी घटना पर सीएम योगी को जिम्मेदार ठहराने के लिए किया था। लेकिन इसमें इस्तेमाल की गई अमर्यादित भाषा ने इसे नैतिकता का मुद्दा बना दिया।
योगी जी,
— Youth Congress (@IYC) January 7, 2021
कुर्सी है ये तुम्हारा जनाजा तो नहीं,
कुछ कर नहीं सकते तो उतर क्यों नहीं जाते। pic.twitter.com/9t7nf2ZeLG
सबसे हैरानी की बात यह देखने को मिली जिस कॉन्ग्रेस ने बदायूँ पर योगी आदित्यनाथ के लिए ऐसी अपमानजनक भाषा का प्रयोग किया, उसी पार्टी ने राजस्थान के नागौर में महिला के साथ हुई हैवानियत पर चुप्पी साधी रखी। इसे उजागर करते हुए यूजर्स ने कहा है कि पार्टी को इससे कोई तकलीफ नहीं है क्योंकि वहाँ मुख्यमंत्री योगी, नहीं बल्कि अशोक गहलोत हैं।
ये आज नागौर राजस्थान की घटना है।पर इसपर कोई तकलीफ नहीं क्योंकि यहाँ मुख्यमंत्री योगीजी नही बल्कि अशोक गहलोत है।जबकि इस युवती के मुंह को और हाथ पैरों पर टैप लगा कर बहुत ही क्रूरता के साथ गैंग रेप कर हत्या कर दी गई।ये घटना बिल्कुल निर्भया कांड जैसी हैं। pic.twitter.com/zVpK6sNDFM
— ummedsingh (@usrp1973) January 7, 2021
बता दें कि राजस्थान के नागौर में हुई घटना में युवती के मुँह और हाथ-पैर को टेप से बाँधकर क्रूरता से सामूहिक दुष्कर्म किया गया। बाद में उसकी कुल्हाड़ी मार कर हत्या कर दी गई। मगर, कॉन्ग्रेस के ट्विटर हैंडल पर आपको इस घटना का जिक्र नहीं मिलेगा।
जिन्होंने पिता के निधन के बेहद कष्टकारी वक़्त भी पिता को आख़िरी बार देखने की बचाए UP की जनता को कोविड से बचाने के लिए अपना दफ़्तर चुना, ऐसे सच्चे संत के लिए @RahulGandhi और @priyankagandhi की कांग्रेस की भाषा देखिए,ये मानवता का अपमान है,इसका परिणाम आपको चुकाना ही पड़ेगा। pic.twitter.com/Tp4WzToozM
— Shalabh Mani Tripathi (@shalabhmani) January 7, 2021
मुख्यमंत्री योगी के लिए आपत्तिजनक भाषा का प्रयोग करने के मामले में सीएम के सूचना सलाहकार शलभ मणि त्रिपाठी लिखते हैं, “जिन्होंने पिता के निधन के बेहद कष्टकारी वक़्त भी पिता को आख़िरी बार देखने की बजाय UP की जनता को कोविड से बचाने के लिए अपना दफ़्तर चुना, ऐसे सच्चे संत के लिए राहुल गाँधी और प्रियंका गाँधी की कॉन्ग्रेस की भाषा देखिए, ये मानवता का अपमान है, इसका परिणाम आपको चुकाना ही पड़ेगा।”
हत्याओं का अमानवीय खेल जिनका शौक-ए-सियासत हो उन @INCIndia के लोगों के मुंह से किसी के लिए “जनाजा” सम्बोधन सामान्य बात है।
— pranay vikram singh (@pranaybharat) January 7, 2021
1984 का सिखों का नरसंहार, 1975 में लोकतंत्र की हत्या सब तुम्हारी उपलब्धियां हैं “जनाजा” प्रेमियों।
आज लग रहा है कि एक “योगी” से ‘लंकेश दल’ डर गया…
प्रणय विक्रम सिंह लिखते हैं, “हत्याओं का अमानवीय खेल जिनका शौक-ए-सियासत हो उन कॉन्ग्रेस के लोगों के मुँह से किसी के लिए ‘जनाजा’ सम्बोधन सामान्य बात है। 1984 का सिखों का नरसंहार, 1975 में लोकतंत्र की हत्या सब तुम्हारी उपलब्धियाँ हैं ‘जनाजा’ प्रेमियों। आज लग रहा है कि एक ‘योगी’ से ‘लंकेश दल’ डर गया।”
सनातनी जिज्ञेश लिखते हैं, “राहुल गाँधी, प्रियंका गाँधी वाड्रा आप की पार्टी के लोग तमीज भूलकर बदतमीजी पर उतर चुके हैंl अब इन्हें आप लोगों ने कुछ नहीं कहा तो कॉन्ग्रेस का जनाजा भी निकलेगा और कब्र के लिए जगह भी ढूँढने आप को ही निकलना पड़ेगा। श्री राम आप को सद्बुद्धि दें, अगर आप उनको मानते हैं तो।”
@RahulGandhi @priyankagandhi वाड्रा
— सनातनी जिज्ञेश (@jigu10) January 7, 2021
आप लोगों पार्टी के लोग तमीज भूलकर बदतमीजी पर उतर चुके है l अब इन्हें आप लोगों ने कुछ नहीं कहा तो कॉंग्रेस का जनाजा भी निकलेगा और कब्र के लिए जगह भी ढूँढने आप को ही निकालना पड़ेगा l बाकी श्री राम ही आप को सद्बुद्धि दे अगर आप उनको मानते हैं तो