81 वर्षीय सामाजिक कार्यकर्ता अन्ना हजारे ने महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस और केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री राधा मोहन सिंह के साथ चली गहन बैठक के बाद अपना अनशन ख़त्म करने का निर्णय लिया है। 6 घंटे तक चली बैठक में दोनों बड़े नेताओं ने अन्ना की माँग को सुना और उन्हें लिखित आश्वासन भी दिया।
Here are #AnnaHazare ji’s blessings and thoughts as he guided us throughout a marathon 6 hour but fruitful discussion, got satisfied with our efforts and broke his fast, sometime ago..https://t.co/DNuwjKcc0L pic.twitter.com/TDiSvDPG7Z
— Devendra Fadnavis (@Dev_Fadnavis) February 5, 2019
इस बैठक में महाराष्ट्र के जल संसाधन मंत्री गिरीश महाजन और केंद्रीय रक्षा राज्य मंत्री सुभास भामरे भी उपस्थित रहे। मुख्यमंत्री फडणवीस ने अन्ना को जूस पीला कर उनका अनशन ख़त्म कराया। ग़ौरतलब हो कि अन्ना 7 दिनों से अपनी माँगों को लेकर अनशन पर बैठे थे।
Our interaction with media as #AnnaHazare ji breaks his fast at Ralegan Siddhi, a while ago… (Hindi)https://t.co/DNuwjKcc0L pic.twitter.com/MF03QUlNtr
— Devendra Fadnavis (@Dev_Fadnavis) February 5, 2019
अपना अनशन ख़त्म करते हुए अन्ना हजारे ने कहा:
“कृषि लागत एवं मूल्य आयोग (CACP) को स्वायत्त दर्जा देने, लोकायुक्त विधेयक महाराष्ट्र विधानसभा के अगले सत्र में सदन के पटल पर रखने और लोकपाल के लिए उच्चतम न्यायालय की समय सीमा का पालन करने, इन तीन माँगों के लिए मैंने अपना आंदोलन शुरू किया था। सरकार द्वारा मुझे दिए गए आश्वासन से मैं संतुष्ट हूँ और मैं अपना अनशन खत्म कर रहा हूँ।“
On the Agriculture price commission and other agriculture related demands:
— CMO Maharashtra (@CMOMaharashtra) February 5, 2019
A committee will be formed under Union Minister @RadhamohanBJP and recommendations will be submitted by October 19.
Noted Agriculturist Sompal Shastri to represent Anna Hajare in this committee.
मुख्यमंत्री फडणवीस ने बताया कि 13 फरवरी को लोकपाल सर्च कमिटी की बैठक होगी, जिसमें सुप्रीम कोर्ट के दिशा-निर्देशों के अनुरूप आगे का निर्णय लिया जाएगा। बता दें कि मंगलवार (फरवरी 5, 2019) को अन्ना का अनशन 7वें दिन में प्रवेश कर गया था, जिसके बाद उनका रक्तचाप और शुगर बढ़ गया। उनके वज़न में भी 5 किलोग्राम की कमी दर्ज की गई। अन्ना निम्नलिखित माँगों को लेकर अनशन पर बैठे थे:
- केंद्र में लोकपाल एवं राज्यों में लोकायुक्तों की नियुक्ति
- चुनाव सुधार
- कृषि संकट के समाधान
- स्वामीनाथन आयोग की अनुशंसाओं को लागू करना
अन्ना हजारे से मिलने मुख्यमंत्री व अन्य केंद्रीय मंत्रीगण उनके पैतृक गाँव रालेगण सिद्धि पहुँचे। राधा मोहन सिंह की अध्यक्षता में बनने वाली लोकपाल सर्च कमिटी में अन्ना के सहयोगी सोनपाल शास्त्री भी होंगे। कमिटी एक निश्चित समय में खाका तैयार करेगी, जिस पर केंद्र सरकार निर्णय लेगी। अन्ना ने सरकार के साथ अपनी चर्चा को सकारात्मक बताया।