ऑस्ट्रेलिया (Australia) की क्रिकेट टीम 4 मार्च 2022 से पाकिस्तान में तीन टेस्ट, तीन एकदिवसीय और एक टी-20 यानि कि सात मैचों की सीरीज खेलेगी। इसके लिए ऑस्ट्रेलिया की टीम पाकिस्तान के दौरे पर आ रही है। पहला टेस्ट मैच रावलपिंडी में खेला जाएगा। ऐसा 24 साल बाद हो रहा है, जब ऑस्ट्रेलिया की टीम पाकिस्तान का दौरे पर है। इससे पहले साल 1998 में ऑस्ट्रेलिया की टीम ने पाकिस्तान का दौरा किया था।
हालाँकि, अब 24 साल के बाद एक बार फिर से ऑस्ट्रेलिया वहाँ पर मैच खेलेगी। पहला मुकाबला 4 मार्च को रावलपिंडी में शुरू होगा, जो आठ मार्च तक चलेगा। उसके बाद कराची में 12-16 मार्च तक दूसरा टेस्ट मैच होगा। इसके बाद तीसरा और अंतिम टेस्ट मैच 21-25 मार्च तक लाहौर में होगा। वहीं 29 मार्च से वनडे सीरीज की शुरुआत होगी। पाँच अप्रैल को एकमात्र टी20 मैच खेला जाएगा।
हालाँकि, लंबे समय से दुनिया भर के देश सुरक्षा कारणों से अपनी टीमों को पाकिस्तान भेजने से हिचकते रहे हैं। पाकिस्तान प्रायोजित आतंकवाद के कारण सभी देशों को ये लगने लगा कि अगर वो अपनी टीमों को पाकिस्तान में खेलने के लिए भेजते हैं तो वहाँ पर उनकी सुरक्षा को खतरा पैदा हो सकता है। ऐसा होने के पीछे कई वजहें भी हैं।
दरअसल, 2009 में श्रीलंका की टीम पाकिस्तान में क्रिकेट सीरीज खेलने के लिए गई थी। उस दौरान 3 मार्च को लाहौर में स्टेडियम जाते वक्त आतंकियों ने श्रीलंकाई बस पर हमला कर दिया था। उन पर ताबड़तोड़ गोलियाँ बरसाई गईं। रॉकेट प्रोपेल्ड गन (आरपीजी) से भी हमले किए गए। इस आतंकी हमले में आठ लोगों की मौत हो गई थी। इसके अलावा श्रीलंकाई क्रिकेट टीम के तत्कालीन कप्तान महेला जयवर्धने, कुमार संगाकार, अजंता मेंडिस, थिलन समरवीरा, थरंगा परानाविताना औऱ चमिंडा वास बुरी तरह से घायल हो गए थे। फिर भी ड्राइवर मेहर खलील ने बस को तेज स्पीड में भगाकर क्रिकेटरों की जान बचाई और उन्हें सुरक्षित स्टेडियम तक पहुँचाया था।
उस घटना के 13 साल बीत गए हैं, लेकिन अब तक पाकिस्तान में हालात नहीं बदले हैं। आतंकपरस्ती का खामियाजा पाकिस्तान को भुगतना पड़ा। पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (PCB) का कहना है कि उस हमले से उसे करीब 20,000 डॉलर (करीब 15,12,850 रुपए) का नुकसान हुआ।
न्यूजीलैंड-इंग्लैड ने रद्द कर दिया था दौरा
इसके पीछे की मुख्य वजह यह है कि कोई भी विदेशी टीम पाकिस्तान में सुरक्षा कारणों के कारण मैच खेलना ही नहीं चाहती है। अभी पिछले साल सितंबर 2021 की ही बात है, जब न्यूजीलैंड की टीम ने पाकिस्तान में मैच खेलने से इनकार कर दिया था। टॉस होने जा रहा था, लेकिन उससे ऐन पहले ही न्यूजीलैंड की टीम ने खेलने से इनकार कर दिया। NZC चीफ एग्जिक्यूटिव डेविड व्हाइट ने कहा था कि उनके लिए खिलाड़ियों की सुरक्षा अधिक महत्वपूर्ण है।
इसी तरह से 20 सितंबर 2021 को इंग्लैंड क्रिकेट बोर्ड (ECB) ने भी सुरक्षा कारणों का हवाला देते हुए मैच को रद्द कर दिया था। इसको लेकर ईसीबी ने कहा था कि ताजा हालातों में पाकिस्तान का दौरा करना किसी भी तरह से सही नहीं है।
अब जब श्रीलंका की घटना के 13 साल बाद ऑस्ट्रेलिया की क्रिकेट टीम वहाँ पर खेलने पहुँची है तो उसे भी धमकी दी जाने लगी है। ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेटर एश्टन एगर की पार्टनर मैडलीन को सोशल मीडिया के जरिए कट्टरपंथियों ने पाकिस्तान दौरा नहीं करने की धमकी दी गई है। इस धमकी में कहा गया है कि एश्टन पाकिस्तान न आएँ। अगर वो पाकिस्तान गए तो जिंदा नहीं बचेंगे। इस धमकी के बाद ऑस्ट्रेलिया भी अपने खिलाड़ियों की सुरक्षा का रिव्यू कर रहा है।