Sunday, November 17, 2024
Homeदेश-समाजहिन्दुओं के 18 घरों को बनाया गया निशाना, फूँक दी गई गाड़ियाँ: 'इज्तेमा' में...

हिन्दुओं के 18 घरों को बनाया गया निशाना, फूँक दी गई गाड़ियाँ: ‘इज्तेमा’ में शामिल मुस्लिमों पर लगा आरोप

तेलंगाना स्थित निज़ामाबाद के सांसद अरविन्द धर्मपुरी ने भी आरोप लगाया कि आगजनी व पत्थरबाजी करने वाली हिंसक भीड़ ने हिन्दुओं की संपत्ति व उनके घरों को निशाना बनाया। उन्होंने स्थानीय पुलिस पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि पुलिस भी एआईएमआईएम के साथ है क्योंकि उसे केसीआर की पार्टी का समर्थन प्राप्त है।

तेलंगाना के भैंसा में हिन्दुओं-मुस्लिमों के बीच तनाव भड़कने की ख़बर आई है। रविवार (जनवरी 12, 2020) की आधी रात को एक समुदाय ने दूसरे समुदाय की गाड़ियों में आग लगा दिया। दरअसल, अभी तक इस मामले का मूल कारण नहीं पता चल सका है। मीडिया में चल रही ख़बरों के अनुसार, भैंसा में कुछ लोग अपने बाइक का साइलेंसर निकाल कर फर्राटे भर रहे थे, जिससे दूसरे समुदाय के कुछ लोगों ने आपत्ति जताई। इसके बाद पहले समुदाय की गाड़ियों को फूँक डाला गया

सोशल मीडिया पर लोगों ने इस घटना के कई वीडियो शेयर किए। एक वकील ने सोशल मीडिया पर इस घटना के बारे में जानकारी देते हुए बताया कि मुस्लिमों ने हिन्दुओं के 18 घरों को लूट लिया और कई गाड़ियों को आग के हवाले कर दिया। मीडिया रिपोर्ट्स में दोनों तरफ़ से पत्थरबाजी की बात कही जा रही है लेकिन एक पूर्व-बैंकर ने इस घटना को लेकर बड़ा दावा किया है। उसने बताया कि ‘इज्तेमा’ के कारण कई बाहरी लोग इस इलाक़े में आए हुए थे। बता दें कि इज्तेमा में हज़ारों-लाखों की संख्या में मुस्लिम जुटते हैं और अपने मजहबी रीति-रिवाज वगैरह को पूरा करते हैं।

सोशल मीडिया पर कई दिनों से ‘इज्तेमा’ को लेकर पोस्ट्स शेयर किए जा रहे थे। फेसबुक पर शेयर किए गए पोस्ट्स में लगातार अपील की जा रही थी कि लोग 11 व 12 जनवरी को ‘इज्तेमा’ में भारी संख्या में सम्मिलित हों। बताया गया था कि ‘इज्तेमा’ का कार्यक्रम निर्मल जिले में होगा।

‘द न्यूज़ मिनट’ की ख़बर के अनुसार, बी बोजन्ना नामक स्थानीय निवासी ने बताया कि उन्हें रात को काफ़ी शोरगुल सुनाई दिया और जब वो सुबह उठे तो उनकी बाइक क्षतिग्रस्त थी। उन्होंने कहा कि उनके घर के ऊपर भी जम कर पत्थरबाजी की गई। हिंसा भड़कने की ख़बर के बाद इलाक़े में भारी पुलिस बल की तैनाती कर दी गई है और एसपी ख़ुद क्षेत्र में कैम्प कर रहे हैं। जिले में इंटरनेट सर्विस भी ठप्प कर दी गई है, ताकि अफवाहों के कारण कोई वारदात न हो।

भाजपा ने आरोप लगाया है कि असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी एआईएमआईएम ने लोगों को भड़का कर हिंसा को बढ़ावा दिया। भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव पी मुरलीधर राव ने कहा कि ओवैसी की पार्टी पिछले कई दिनों से इलाक़े में गुटबंदी कर के हिंसा की साज़िश रच रही थी। उन्होंने दावा किया कि राज्य की सत्ताधारी पार्टी टीआरएस ने भी एआईएमआईएम की करतूतों में पूरा सहयोग दिया। इस हिंसा में अब तक 11 लोगों के घायल होने की ख़बर है। भैंसा तेलंगाना के निर्मल जिले में स्थित है।

घायलों में तीन पुलिस के अधिकारी भी शामिल हैं। इलाक़े में कर्फ्यू लगा कर स्थिति को नियंत्रित किया गया। पुलिस क्षेत्र की लगातार पेट्रोलिंग कर रही है। घायलों में से 10 को इलाज के बाद डिस्चार्ज कर दिया गया है। 2008 में इसी इलाक़े में एक मस्जिद के आगे हिंसा भड़क गई थी। दुर्गा पूजा के विसर्जन के दौरान जुलुस जैसे ही मस्जिद के पास पहुँचा, हिंसा भड़क गई।

तेलंगाना स्थित निज़ामाबाद के सांसद अरविन्द धर्मपुरी ने भी आरोप लगाया कि आगजनी व पत्थरबाजी करने वाली हिंसक भीड़ ने हिन्दुओं की संपत्ति व उनके घरों को निशाना बनाया। उन्होंने स्थानीय पुलिस पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि पुलिस भी एआईएमआईएम के साथ है क्योंकि उसे केसीआर की पार्टी का समर्थन प्राप्त है। उन्होंने गृह मंत्री अमित शाह से इस मामले में कार्रवाई करने की अपील की।

Join OpIndia's official WhatsApp channel

  सहयोग करें  

एनडीटीवी हो या 'द वायर', इन्हें कभी पैसों की कमी नहीं होती। देश-विदेश से क्रांति के नाम पर ख़ूब फ़ंडिग मिलती है इन्हें। इनसे लड़ने के लिए हमारे हाथ मज़बूत करें। जितना बन सके, सहयोग करें

ऑपइंडिया स्टाफ़
ऑपइंडिया स्टाफ़http://www.opindia.in
कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

संबंधित ख़बरें

ख़ास ख़बरें

PM मोदी ने कार्यकर्ताओं से बातचीत में दिया जीत का ‘महामंत्र’, बताया कैसे फतह होगा महाराष्ट्र का किला: लोगों से संवाद से लेकर बूथ...

पीएम नरेन्द्र मोदी ने महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव से पहले प्रदेश के कार्यकर्ताओं से बातचीत की और उनको चुनाव को लेकर निर्देश दिए हैं।

‘पिता का सिर तेजाब से जलाया, सदमे में आई माँ ने किया था आत्महत्या का प्रयास’: गोधरा दंगों के पीड़ित ने बताई आपबीती

गोधरा में साबरमती एक्सप्रेस में आग लगाने और 59 हिंदू तीर्थयात्रियों के नरसंहार के 22 वर्षों बाद एक पीड़ित ने अपनी आपबीती कैमरे पर सुनाई है।

प्रचलित ख़बरें

- विज्ञापन -