उत्तर प्रदेश के शाहजहॉंपुर में एक ग्रामीण को गोली मारकर साजिद अली फरार है। वह बसपा के प्रदेश अध्यक्ष मुनकाद अली का भाई है। पुलिस कल (31 अक्टूबर, 2019 को) को जब साजिद की तलाश में घर पहुॅंची तो वह गायब हो चुका था। पुलिस सरगर्मी से उसकी तलाश कर रही है।
Uttar Pradesh: BSP state president’s brother, Sajid Ali, goes missing after shooting a villagerhttps://t.co/e8HKzbwJig
— OpIndia.com (@OpIndia_com) November 1, 2019
किठौर इलाके के सर्कल अफ़सर (सीओ) आलोक सिंह के हवाले से मीडिया में घायल का नाम यासीन बताया गया है। हिंदुस्तान टाइम्स की रिपोर्ट के अनुसार यासीन की हालत उसका इलाज कर रहे डॉक्टरों ने स्थिर बताई है।
आलोक सिंह ने मीडिया से बात करते हुए कहा, “पहले तो यासीन के परिवार ने अज्ञात हमलावरों के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई थी। लेकिन बाद में एक ऐसा वीडियो प्रकाश में आया जिसमें यासीन को साजिद अली पर अपने ऊपर फायरिंग करने का आरोप लगाते हुए देखा जा सकता है। यासीन ने बताया कि वे साजिद अली के शाहजहाँपुर रिसोर्ट के पास स्थित तालाब में मछली मारने के लिए गया था। यह सोमवार (28 नवंबर, 2019, दीवाली का अगला दिन) शाम की घटना है। उसे रोकते हुए गोलियाँ चलाई गईं।”
आलोक सिंह ने इस बात की भी पुष्टि की कि साजिद अली का नाम वीडियो फुटेज के आधार पर ही एफआईआर में जोड़ा गया है। उन्होंने आगे बताया, “वह (साजिद अली) भागे हुए हैं और मेरठ के एसएसपी से हमने उनके सिर पर नकद पुरस्कार रखने की सिफारिश कर दी है। हम अदालत से उनके नाम पर एक वारंट पाने का भी प्रयास कर रहे हैं।”
पश्चिमी उत्तर प्रदेश में बसपा पदाधिकरियों के असामाजिक और आपराधिक बर्ताव से जुड़ी यह पहली खबर नहीं है। इसके पहले भी हाल ही में पुलिस ने बसपा के एक और नेता रह चुके और मायावती सरकार में मंत्री रहे हाजी याकूब कुरैशी के घर पर भी छापा मारा था। मेरठ में हुई इस कार्रवाई के तार उनके खिलाफ जमीन पर जबरदस्ती कब्ज़ा और हत्या के प्रयास के आरोप से जुड़े हैं। इस मामले में उन्हें और उनके बेटे इमरान कुरैशी को मुकदमे में भी नामजद किया जा चुका है।