उन्नाव रेप पीड़िता की गाड़ी को टक्कर मारने के मामले में सीबीआई हरकत में आ गई है। जॉंच एजेंसी की तीन सदस्यीय टीम ने बुधवार को रायबरेली में उस जगह पर जॉंच की, जहॉं 28 जुलाई को ऐक्सीडेंट हुआ था। हादसे में पीड़िता की चाची और मौसी की मौत हो गई थी, जबकि पीड़िता और उसके वकील की हालत गंभीर बनी हुई है।
इस मामले में सीबीआई ने विधायक कुलदीप सिंह सेंगर सहित 10 लोगों के खिलाफ नामजद और 15-20 अज्ञात लोगों के खिलाफ हत्या, हत्या का प्रयास, आपराधिक साजिश की धाराओं में केस दर्ज किया है। रेप और पीड़िता के पिता की पिटाई का मामला सामने आने के बाद से सेंगर जेल में है।
Unnao rape survivor’s accident case: A three-member team of Central Bureau of Investigation (CBI) reaches the site of accident in Raebareli for further investigation. pic.twitter.com/7ycrm6sMtp
— ANI UP (@ANINewsUP) July 31, 2019
पीड़िता के परिजनों ने कार ऐक्सीडेंट को साजिश बताते हुए मामले की सीबीआई जॉंच की मॉंग की थी। बताया जा रहा है कि पीड़िता और उसके परिजनों को सेंगर और उसके समर्थक लगातार धमकी दे रहे थे। जिस ट्रक ने कार में टक्कर मारी थी उसके नंबर प्लेट पर कालिख पुती थी। ट्रक का मालिक एक सपा नेता का भाई है। सेंगर सपा में भी रह चुका है।
CJI Ranjan Gogoi asks Secretary-General to explain why there was a delay in placing the letter before it. CJI says ‘will try to do something constructive in this destructive atmosphere.’ https://t.co/bEc9KTHGdJ
— ANI (@ANI) July 31, 2019
इस बीच, सुप्रीम कोर्ट के चीफ जस्टिस रंजन गोगोई ने पीड़िता का पत्र नहीं मिलने के मामले में रजिस्ट्रार से जवाब मॉंगा है। वे कल इस मामले की सुनवाई करेंगे। पीड़िता की मेडिकल रिपोर्ट भी तलब की गई है। गोगोई ने कहा है, “हम प्रयास करेंगे कि पीड़िता के लिए इस विध्वंसकारी माहौल में कुछ बेहतर किया जा सके।” गौरतलब है कि पीड़ित परिवार ने 12 जुलाई को चीफ जस्टिस को चिट्ठी लिखकर सेंगर से मिल रही धमकियों का जिक्र किया था।