Sunday, November 17, 2024
Homeराजनीति'परिवारवाद' से नहीं उबर पा रही है कॉन्ग्रेस, तीसरी लिस्ट में भी दो बड़े...

‘परिवारवाद’ से नहीं उबर पा रही है कॉन्ग्रेस, तीसरी लिस्ट में भी दो बड़े नेता-पुत्र किए गए शामिल

कॉन्ग्रेस में गाँधी नाम से आगे बढ़ने की रीत पहले भी थी, अब और तेज हो गई है। सांसद या वरिष्ठ नेता लोग अपने 'सुयोग्य' पुत्रों को लोकसभा टिकट दिलवाने में सफल दिख रहे हैं।

देश में स्वतंत्रता को चाहे कितने ही साल क्यों न बीत जाएँ लेकिन कॉन्ग्रेस को देखकर लगता है कि वो अपनी मूल नीतियों से कभी भी डगमगा नहीं सकती। हमेशा से ‘परिवारवाद’ को बढ़ावा देने वाली कॉन्ग्रेस सरकार में आज भी यह दौर चालू है। पहले इसकी बढ़ती सीमा सिर्फ़ हमें गाँधी परिवार तक ही देखने को मिलती थी, लेकिन अब पार्टी से जुड़े नेताओं में भी ‘परिवारवाद’ के प्रति यकीन देखने को मिल रहा है।

लोकसभा चुनावों को मद्देनजर रखते हुए कॉन्ग्रेस ने शुक्रवार (मार्च 16, 2019) को उम्मीदवारों की तीसरी लिस्ट जारी की। इस लिस्ट में असम, मेघालय, नागालैंड, सिक्किम, तेलंगाना और यूपी की 18 सीटों पर खड़े होने वाले उम्मीदवारों के नाम घोषित किए गए। इस तीसरी सूची में एक नाम तनुज पुनिया का भी है। तनुज पुनिया के बारे में बता दें कि वह यूपी के बाराबंकी लोकसभा सीट से कॉन्ग्रेस के वरिष्ठ नेता और राज्यसभा सांसद पीएल पुनिया के बेटे हैं।

पिछले कुछ दिनों से आंतरिक सर्वेक्षण में पीएल पुनिया का नाम आने के बाद वह माँग कर रहे थे कि उनके बेटे तनुज पुनिया को इस बार टिकट दिया जाए। ऐसे में आखिरकार पार्टी ने अपनी ‘रीत’ को आगे बढ़ाते हुए पी एल पुनिया की माँग सुन ली और तनुज पुनिया के नाम पर मुहर लगाते हुए उन्हें टिकट दे दिया। तनुज के अलावा कलियाबोर से कॉन्ग्रेस के वरिष्ठ नेता तरुण गोगोई के बेटे गौरव गोगोई को भी उम्मीदवार के रूप में उतारा गया है।

स्पष्ट है ‘परिवारवाद’ कॉन्ग्रेस में अब सीमित न रहकर अपने विस्तार की ओर आगे बढ़ रहा है। बाक़ी नेताओं ने भी कॉन्ग्रेस में रहकर इसकी राह पकड़ ली है। बता दें कि इस सूची में इन दोनों उम्मीदवारों के अलावा कॉन्ग्रेस ने असम के करीमगंज से स्वरूप दास, सिल्चर से श्रीमती सुष्मिता देव, जोहराट से सुशांत बोरगोहेन, डिब्रूगढ़ से पवन सिंह घटोवार को टिकट दिया है।

इनके अलावा भरत बसनेट को सिक्किम से प्रत्याशी और केएल चिश्ती को नगालैंड से उम्मीदवार बनाया गया है। पूर्व केंद्रीय मंत्री विंसेट एच पाला को शिलॉन्ग से प्रत्याशी बनाया गया है। तेलंगाना की बात करें तो पेडापल्ली से ए चंद्रशेखर, दिलाबाद से रमेश राठौड़, करीमनगर से पोन्नम प्रभाकर, जहीराबाद से के मदन मोहन राव, मेडक से गली अनिल कुमार, मलकाजगिरी से ए रेवंथ रेड्डी को, कोंडा विश्वेश्वर रेड्डी को चेवेला से जबकि पोरिका बलराम नायक महमूदाबाद से प्रत्याशी बनाया गया है।

Join OpIndia's official WhatsApp channel

  सहयोग करें  

एनडीटीवी हो या 'द वायर', इन्हें कभी पैसों की कमी नहीं होती। देश-विदेश से क्रांति के नाम पर ख़ूब फ़ंडिग मिलती है इन्हें। इनसे लड़ने के लिए हमारे हाथ मज़बूत करें। जितना बन सके, सहयोग करें

ऑपइंडिया स्टाफ़
ऑपइंडिया स्टाफ़http://www.opindia.in
कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

संबंधित ख़बरें

ख़ास ख़बरें

महाराष्ट्र में महायुति सरकार लाने की होड़, मुख्यमंत्री बनने की रेस नहीं: एकनाथ शिंदे, बाला साहेब को ‘हिंदू हृदय सम्राट’ कहने का राहुल गाँधी...

मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने साफ कहा, "हमारी कोई लड़ाई, कोई रेस नहीं है। ये रेस एमवीए में है। हमारे यहाँ पूरी टीम काम कर रही महायुति की सरकार लाने के लिए।"

महाराष्ट्र में चुनाव देख PM मोदी की चुनौती से डरा ‘बच्चा’, पुण्यतिथि पर बाला साहेब ठाकरे को किया याद; लेकिन तारीफ के दो शब्द...

पीएम की चुनौती के बाद ही राहुल गाँधी का बाला साहेब को श्रद्धांजलि देने का ट्वीट आया। हालाँकि देखने वाली बात ये है इतनी बड़ी शख्सियत के लिए राहुल गाँधी अपने ट्वीट में कहीं भी दो लाइन प्रशंसा की नहीं लिख पाए।

प्रचलित ख़बरें

- विज्ञापन -