ओवैसी की पार्टी (AIMIM) के पूर्व नेता और मजलिस बचाओ तहरीक के नेता अमजद उल्लाह खान ने ट्विटर पर तस्वीरें शेयर करते हुए भाजपा और आरएसएस पर आरोप लगाया है कि उनके कार्यकर्ताओं ने तेलंगाना के करीमनगर में जय श्री राम न बोलने पर एक मुस्लिम लड़के की पिटाई कर दी थी। इसे दूसरे सोशल मीडिया यूजर्स द्वारा भी शेयर किया जा रहा है।
Muslim youths beaten very badly by BJP/RSS workers in Karimnagar for not saying Jai Shree Ram, there has been comunal incidents happening since @bandisanjay_bjp won elections, why @cpkarimnagar is silent on such comunal elements…?@TelanganaCMO @KTRTRS @KTRoffice @TelanganaDGP pic.twitter.com/8VyyTUMGPh
— Amjed Ullah Khan MBT (@amjedmbt) June 1, 2019
Attack On Muslims in Telangana.
— Idrees (@askidrees) June 1, 2019
Three muslims youths has been attacked by RSS/BJP workers for not saying Jai Shree Ram in Karimnagar district.This is the second comunal tension since 23rd May after BJP candidate won parlmnt election #Mazlom ke liye ladne waly kider ho? pic.twitter.com/WaDIjEna6D
Karimnagar mein .Bjp aur rss k dalal mil hamare 3 musalman gareeb mazloom bachho ko maar kar jai sri ram k naare lagane pe majboor kar unko bohat hi buru tareeqe se pita gya aur 2bachho k haath b todh diye….ye hai modi aur bandi sanjay k achhe din pic.twitter.com/uY0e4cQC00
— Syed Anwar (@SyedAnw68757580) June 1, 2019
Karimnagar mein .Bjp aur rss ke dalal milkar hamare 3 musalman gareeb mazloom bachho ko maar kar jai sri ram k naare lagane pe majboor kar unko bohat hi buri tareeqe se pita gaya aur 2bachho k haath b todh diye….ye hai modi aur bandi sanjay k achhe din…. @asadowaisi pic.twitter.com/X3h0Zq2aeg
— mirtariqfaiyaz (@mirtariq999) June 1, 2019
अमजद का ये आरोप बिल्कुल निराधार है, क्योंकि तेलंगाना के करीमनगर के पुलिस कमिश्नर ने मुस्लिम व्यक्ति का एक वीडियो शेयर करते हुए साफ किया कि उस लड़के को निजी कारणों की वजह से पिटाई की गई है। इसका कोई सांप्रदायिक एंगल नहीं है।
Very Sad Incident!
— Hi Hyderabad (@HiHyderabad) June 1, 2019
Adilabad, Nizamabad, and Now Karimnagar. Law and Order Deteroiting Sir!
उन्होंने बताया कि ये सांप्रदायिक मामला नहीं, बल्कि लव-स्टोरी का मामला है और पिछले कुछ दिनों से एक किशोर लड़की को परेशान करने के लिए लड़के को पीटा गया है। पुलिस ने उन 5 लोगों के खिलाफ आईपीसी की विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज किया है, जिन्होंने उसकी पिटाई की थी। इसके साथ ही, उस मुस्लिम लड़के के पिता ने ये भी बात स्वीकारी है कि इसमें उनके बेटे की गलती थी, जिसकी वजह से उसकी पिटाई की गई और उन्होंने इस बात के लिए माफी भी माँगी। साथ ही उन्होंने ये भी स्पष्ट किया कि इस घटना का कोई सांप्रदायिक एंगल नहीं था।
— CP KARIMNAGAR (@cpkarimnagar) June 1, 2019
इस घटना की सच्चाई के सामने आने के बाद लोगों ने मामूली सी घटना को सांप्रदायिक रंग देकर नफरत फैलाने के लिए अमजद उल्लाह खान को निशाने पर ले लिया। लोगों ने उससे फेक खबर को डिलीट करने के लिए कहा।
Delete it, it’s fake, fight happened because of love affair, to gain sympathy these Muslim youth gave it communal color to the incident.
— Mubashir (@rubusmubu) June 1, 2019
Its had been clear through videos that it was whole and sole personal issue that has been given rise to unnecessary distress among people . The person he -himself condemned and also his father has condemned that it is no where related to politics or political parties.
— jamalmohammed (@mohdjamalBJP) June 1, 2019
आए दिन मामूली सी मारपीट की घटना को कुछ लोग सांप्रदायिक रंग देने का भरपूर प्रयास करते हैं। अभी पिछले दिनों 25 मई को गुरुवार की रात कथित तौर पर एक मुस्लिम युवक (बरकत अली) की टोपी फेंकने और जबरन जय श्री राम बुलवाने का मामला सामने आया था। मगर, जब पुलिस ने इसकी तहकीकात की, तो पता चला कि मुस्लिम युवक के साथ मारपीट हुई थी। लेकिन इस दौरान न तो किसी ने उसकी टोपी फेंकी और न ही उसकी शर्ट फाड़ी गई। जाँच के दौरान सीसीटीवी फुटेज देखने के बाद ये बात निकल कर सामने आई कि दो युवकों के बीच कहासुनी के बाद हाथापाई हुई और इस दौरान मुस्लिम युवक की टोपी गिर गई, जिसे उसने खुद ही उठाकर अपनी जेब में रखा, किसी दूसरे ने उसकी टोपी को हाथ तक नहीं लगाया। इस मामले में भी पुलिस ने कहा था कि शराब के नशे में की गई मामूली सी मारपीट की घटना को कुछ असामाजिक तत्व सांप्रदायिकता का रंग देने का प्रयास कर रहे हैं।