Friday, November 15, 2024
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मोदी 2002 फिर से करना चाहता है: इमरान खान- देसी लिबरलों की जुगलबंदी जारी

ट्विटर पर वैश्विक हिन्दू समुदाय के कई जाने-माने चेहरों और हैंडल्स ने इमरान खान को आईना दिखाया। अमेरिकी हिन्दुओं के संगठन 'हिन्दू अमेरिकन्स' ने भी खुद अपने देश में हिन्दुओं की हत्याएँ और उनपर अत्याचार करने के बाद दूसरे देशों को अल्पसंख्यकों के बारे में उपदेश देने के दोगलेपन पर इमरान को लताड़ा।

कश्मीर मुद्दे पर ऐसा लग रहा है पाकिस्तानी प्रधानमंत्री इमरान खान की स्क्रिप्ट वहाँ के सेना नहीं, हिंदुस्तान वाला पत्रकारिता का समुदाय विशेष और लिबरल गैंग लिख रहा है। तभी मोदी को गरियाने में भी इमरान खान अपने देश की नहीं, हिंदुस्तानी मोदी-विरोधियों की भाषा बोले जा रहे हैं। पहले उन्होंने मोदी-RSS की तुलना हिटलर और उसकी नाज़ी पार्टी से की, और अब दुनिया को बताते फिर रहे हैं कि मोदी कश्मीर में 2002 जैसा दंगा कराने वाले हैं।

हिंदुस्तान के बहाने दुनिया को दी जिहाद की धमकी

हिंदुस्तान के स्वतंत्रता दिवस पर इमरान खान ने ट्विटर पर न केवल “कश्मीरियों पर अत्याचार हो रहा है” का पुराना राग अलापा, बल्कि आरोप यह भी लगाया कि कश्मीर में “आरएसएस के गुंडे” भेजे जा रहे हैं, और “गुजरात के मुस्लिमों का मोदी द्वारा जैसा जातीय हत्याकांड किया गया”, वही कश्मीर में होगा। यही भाषा मोदी के प्रधानमंत्री बनने के पहले देसी लिबरलों की होती थी, जब वे मुस्लिमों को आतंकित करना चाहते थे।

इमरान खान इतने पर ही नहीं रुके। उन्होंने 1995 में स्रेबेनिका में बोस्नियाई मुस्लिमों के ख़िलाफ़ हुए सामूहिक और जातीय हत्याकांड और उस पर तत्कालीन विश्व समुदाय की तथाकथित चुप्पी के बहाने अपने देश के दुनिया में अलग-थलग पड़ जाने पर खीझ उतारी। साथ ही इसका बदला जिहाद से लेने की धमकी भी “कश्मीर के जवाब में इस्लामी जगत में उग्रवाद और अंतहीन हिंसा” के नाम पर दी।

वैश्विक हिन्दू समुदाय ने लताड़ा

ट्विटर पर वैश्विक हिन्दू समुदाय के कई जाने-माने चेहरों और हैंडल्स ने इमरान खान को आईना दिखाया। लेखक संक्रांत सानु ने गुजरात मामले के प्रोपेगंडा को आड़े हाथों लेते हुए इमरान को याद दिलाया कि गुजरात दंगों में मारे जाने वालों में से एक तिहाई हिन्दू थे, जिनमें से कई दंगा रोकने की कोशिश कर रही “मोदी की पुलिस” (गुजरात पुलिस) की गोलियों का शिकार हुए थे। उन्होंने साथ ही कश्मीर में हिन्दुओं के हुए असली हत्याकांड की भी याद दिलाई।

अमेरिकी हिन्दुओं के संगठन ‘हिन्दू अमेरिकन्स’ ने भी खुद अपने देश में हिन्दुओं की हत्याएँ और उनपर अत्याचार करने के बाद दूसरे देशों को अल्पसंख्यकों के बारे में उपदेश देने के दोगलेपन पर इमरान को लताड़ा। संगठन ने आरोप लगाया कि बलूचिस्तान-बांग्लादेश (तत्कालीन पूर्वी पाकिस्तान) से लेकर कश्मीर तक पाकिस्तान ने गैर-मुस्लिमों की हत्याएँ की हैं, और दुनिया आज हिंदुस्तान के साथ खड़ी है, जिहादी पाक के साथ नहीं।

हिन्दू अमेरिकन्स ने पाकिस्तान को यह भी याद दिलाया कि मुस्लिम-बहुल देशों में से भी किसी ने उसका इस मामले में साथ नहीं दिया है। इमरान खान के दुनिया को दहशतगर्दी की धमकी देने की तुलना भी अलकायदा और आईएस (दाएश) जैसे जिहादी संगठनों की धमकी से की।

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ऑपइंडिया स्टाफ़
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कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

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