Sunday, November 17, 2024
Homeरिपोर्टअंतरराष्ट्रीयसीरिया की राजधानी में इजरायल ने दागी ताबड़तोड़ मिसाइलें, 15 की मौत: इसी इलाके...

सीरिया की राजधानी में इजरायल ने दागी ताबड़तोड़ मिसाइलें, 15 की मौत: इसी इलाके में है इंटेलिजेंस हेडक्वार्टर, कई वरिष्ठ अधिकारियों के घर

इजरायल ईरान समर्थित लेबनान के हिज्बुल्लाह आतंकवादी संगठन को लगातार निशाना बनाता है। सीरिया में साल 2011 में शुरू हुए युद्ध के बाद इजरायल सीरिया पर सैकड़ों हमले कर चुका है। इजरायल का कहना है कि वह अपनी सीमा पर ईरान के प्रभाव को स्वीकार नहीं करेगा। इस आतंकी संगठन से उसे लगातार खतरा बना रहता है।

इजरायल (Israel) ने रविवार (19 फरवरी 2023) को तड़के सीरिया की राजधानी दमिश्क (Damascus, Syria) में मिसाइल दागी। इस हमले में 15 लोगों की मौत हो गई है, जबकि कई लोग घायल हो गए हैं। इस इलाके में सीरिया की सिक्योरिटी एजेंसी इंटेलीजेंस हेडक्वॉर्टर स्थित है। इसके साथ ही यहाँ कई वरिष्ठ अधिकारियों के घर भी हैं।

सीरियन ऑब्जर्वेटरी फॉर ह्यूमन राइट्स के मुताबिक, इजरायल द्वारा दागी की गई मिसाइल काफर सोउसे में की गई, जो एक 10 मंजिला इमारत पर जाकर गिरी। सीरिया के रक्षा मंत्रालय ने कहा कि इजरायल ने गोलन हाइट्स की तरफ से हवाई हमला किया। मंत्रालय के अनुसार, यह हमला रिहायशी इलाके में की गई है। हालाँकि, यह स्पष्ट नहीं हो पाया है कि इजरायल यह हमला किसी खास व्यक्ति को निशाना बनाकर किया था या कोई अन्य कारण था।

इससे पहले सीरिया में शुक्रवार (17 फरवरी 2023) को एक और हमला हुआ था, जिसमें 53 लोग मारे गए थे। सीरिया की सरकारी मीडिया ने इसके लिए खूंखार आतंकी संगठन ISIS को जिम्मेदार बताया था। रविवार को किए गए हमले को लेकर इराजयल की तरफ से कोई बयान नहीं जारी किया गया है।

सीरिया में किसी भी एयर स्ट्राइक को लेकर आमतौर पर इजरायल बयान नहीं जारी करता है। इजराइल डिफेंस फोर्सेज के मुताबिक, वो उन जगहों पर हमला करती है, जहाँ इजरायल के खिलाफ काम करने वाले आतंकी गुट रहते हैं या फिर जहाँ बड़ी मात्रा में इन गुटों के हथियार रखे होते हैं।

इजरायल ईरान समर्थित लेबनान के हिज्बुल्लाह आतंकवादी संगठन को लगातार निशाना बनाता है। सीरिया में साल 2011 में शुरू हुए युद्ध के बाद इजरायल सीरिया पर सैकड़ों हमले कर चुका है। इजरायल इसमें आतंकियों और सीरियाई सैनिकों को निशाना बनाता है। इजरायल का कहना है कि वह अपनी सीमा पर ईरान के प्रभाव को स्वीकार नहीं करेगा। इस आतंकी संगठन से उसे लगातार खतरा बना रहता है।

इससे पहले इजरायल ने जनवरी में भी सीरिया पर हवाई हमला किया था। सीरियाई सेना ने इसकी जानकारी दी थी। इस हमले में दो सैनिक मारे गए थे, जबकि दो अन्य घायल हुए थे। पिछले साल अगस्त में भी इजरायल ने सीरिया के 2 हवाईअड्डों को निशाना बनाया था। इसमें 6 सीरियाई सैनिकों और 2 आतंकी मारे गए थे। ईरान समर्थक हिज़्बुल्लाह के शीर्ष कमांडर इमाद मोगनियाह को 2008 में काफ़र सूसा में ही एक बमबारी में मार दिया गया था।

बता दें कि लेबनान का हिजबुल्ला समूह शिया मुस्लिमों का आतंकवादी संगठन है। इसके साथ ही यह एक राजनीतिक पार्टी भी है। ईरान और सीरिया के शिया बहुल मुल्क होने के कारण इस आतंकी संगठन को दोनों देशों का समर्थन हासिल है। 1982 में ईरान के रिवॉल्यूशनरी गार्ड्स ने लेबनान में घुसे इजरायली लोगों को मारने के लिए हिजबुल्ला की स्थापना की थी।

Join OpIndia's official WhatsApp channel

  सहयोग करें  

एनडीटीवी हो या 'द वायर', इन्हें कभी पैसों की कमी नहीं होती। देश-विदेश से क्रांति के नाम पर ख़ूब फ़ंडिग मिलती है इन्हें। इनसे लड़ने के लिए हमारे हाथ मज़बूत करें। जितना बन सके, सहयोग करें

ऑपइंडिया स्टाफ़
ऑपइंडिया स्टाफ़http://www.opindia.in
कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

संबंधित ख़बरें

ख़ास ख़बरें

महाराष्ट्र में चुनाव देख PM मोदी की चुनौती से डरा ‘बच्चा’, पुण्यतिथि पर बाला साहेब ठाकरे को किया याद; लेकिन तारीफ के दो शब्द...

पीएम की चुनौती के बाद ही राहुल गाँधी का बाला साहेब को श्रद्धांजलि देने का ट्वीट आया। हालाँकि देखने वाली बात ये है इतनी बड़ी शख्सियत के लिए राहुल गाँधी अपने ट्वीट में कहीं भी दो लाइन प्रशंसा की नहीं लिख पाए।

घर की बजी घंटी, दरवाजा खुलते ही अस्सलाम वालेकुम के साथ घुस गई टोपी-बुर्के वाली पलटन, कोने-कोने में जमा लिया कब्जा: झारखंड चुनावों का...

भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) ने बीते कुछ वर्षों में चुनावी रणनीति के तहत घुसपैठियों का मुद्दा प्रमुखता से उठाया है।

प्रचलित ख़बरें

- विज्ञापन -