Sunday, November 3, 2024
Homeरिपोर्टअंतरराष्ट्रीयपाकिस्तान में जमींदोज कर दिया गया 150 साल पुराना मंदिर: बिजली काट कर पुलिस...

पाकिस्तान में जमींदोज कर दिया गया 150 साल पुराना मंदिर: बिजली काट कर पुलिस की मौजूदगी में चले बुलडोजर, अब यहाँ बनेगा शॉपिंग मॉल

इस मंदिर के प्रांगण में खजानों के गड़े होने की बात भी पहले के ज़माने में कथा-कहानियों में कही जाती थी। ये मंदिर लगभग 500 स्क्वायर यार्ड्स में स्थित था।

पाकिस्तान में 150 वर्ष पुराने मारी माता मंदिर को ध्वस्त कर दिया गया है। ये मंदिर कराची के सोल्जर बाजार में स्थित था। शनिवार (15 जुलाई, 2023) की सुबह जब हिन्दू समाज के लोग उठे तो उन्होंने पाया कि मंदिर को ध्वस्त किया जा चुका है। शुक्रवार की रात को ये घटना हुई। उस समय इलाके की बिजली काट दी गई थी। उसी समय बुलडोजर और खुदाई की मशीनों के साथ मजदूरों को लाया गया। मंदिर में अब केवल बाहरी की दीवारों के अलावा मुख्य द्वार ही बचा है।

बाकी सब कुछ मिट्टी में मिला दिया गया। मंदिर के भीतर की सारी संरचनाओं को जमींदोज कर दिया गया। बुलडोजर और मशीनें लेकर जो लोग ये काम करने आए थे, उनकी सुरक्षा में पुलिस भी तैनात थी। मुखी चोहितराम मार्ग पर जहाँ ये मंदिर स्थित है, वहाँ से कुछ ही दूरी पर सोल्जर बाजार थाना है। इस मंदिर से थोड़ी दूरी पर एक पंचमुखी हनुमान मंदिर भी स्थित है। उसके महंत रामनाथ मिश्रा ने भी इसकी पुष्टि की कि ये मंदिर बहुत पहले से यहाँ था।

इस मंदिर के प्रांगण में खजानों के गड़े होने की बात भी पहले के ज़माने में कथा-कहानियों में कही जाती थी। ये मंदिर लगभग 500 स्क्वायर यार्ड्स में स्थित था। कुछ प्रभावशाली मुस्लिम जमीन माफिया इस पर नजर गड़ाए हुए थे। मंदिर की संरचना काफी पुरानी हो गई थी और इसकी मरम्मत की जरूरत थी। कराची का मद्रासी हिन्दू समुदाय इसकी देखरेख करता था। यहाँ मरम्मत के काम के लिए देवी-देवताओं की कुछ प्रतिमाओं को एक अलग कमरे में स्थानांतरित किया गया था।

मद्रासी हिन्दू समाज ने बताया है कि इमरान हासमी और रेखा उर्फ़ नागिन बाई द्वारा उन पर दबाव बनाया जा रहा था कि वो इस मंदिर की जमीन खाली कर दें। ये भी चर्चा है कि 7 करोड़ रुपए में भूमि माफिया ने इस मंदिर की जमीन को बेच दिया है और अब यहाँ एक शॉपिंग कॉम्प्लेक्स बनाया जाएगा। नावेद के नाम से फर्जी डाक्यूमेंट्स भी बना लिए गए थे। ये ‘एमिनिटी प्लॉट’ (सरकारी, पूजा-स्थल इत्यादि के लिए) था, लेकिन इसे कागजों में कमर्शियल बता दिया गया।

Join OpIndia's official WhatsApp channel

  सहयोग करें  

एनडीटीवी हो या 'द वायर', इन्हें कभी पैसों की कमी नहीं होती। देश-विदेश से क्रांति के नाम पर ख़ूब फ़ंडिग मिलती है इन्हें। इनसे लड़ने के लिए हमारे हाथ मज़बूत करें। जितना बन सके, सहयोग करें

ऑपइंडिया स्टाफ़
ऑपइंडिया स्टाफ़http://www.opindia.in
कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

संबंधित ख़बरें

ख़ास ख़बरें

‘कार्यकर्ताओं के कहने पर गई मंदिर, पूजा-पाठ नहीं की’ : फतवा जारी होते ही सपा प्रत्याशी नसीम सोलंकी ने की तौबा, पार्टी वाले वीडियो...

नसीम सोलंकी अपने समर्थकों सहित चुनाव प्रचार कर रहीं थीं तभी वो एक मंदिर में रुकीं और जलाभिषेक किया। इसके बाद पूरा बवाल उठा।

कर्नाटक में ASI की संपत्ति के भी पीछे पड़ा वक्फ बोर्ड, 53 ऐतिहासिक स्मारकों पर दावा: RTI से खुलासा, पहले किसानों की 1500 एकड़...

कॉन्ग्रेस-शासित कर्नाटक में वक्फ बोर्ड ने राज्य के 53 ऐतिहासिक स्मारकों पर अपना दावा किया है, जिनमें से 43 स्मारक पहले ही उनके कब्जे में आ चुके हैं।

प्रचलित ख़बरें

- विज्ञापन -