खबरों की सत्यता के आधार पर न्यूज पब्लिश करने का दावा करने वाले अमेरिकी अखबार यूएसए टुडे (USA Today) अपनी विश्वसनीयता बनाए रखने के लिए बड़ा कदम उठाया है। समाचार पत्र ने कहा कि एक आंतरिक जाँच के बाद उसे पता चला कि उसकी ब्रेकिंग न्यूज रिपोर्टर गैब्रिएला मिरांडा ने कई सारे फेक स्त्रोत और मनगढ़ंत इंटरव्यू का सहारा लेकर रिपोर्ट्स पब्लिश की थी। मामले के सामने आने के बाद कंपनी ने अपनी वेबसाइट से 23 आर्टिकल को डिलीट कर दिया है।
गैब्रिएला मिरांडा ने कई हफ्तों पहले ही वर्जीनिया स्थित अखबार से इस्तीफा दे दिया था। उन पर कथित तौर पर झूठे स्रोतों का फायदा उठाने का आरोप है। खास बात ये है कि USA टुडे फेसबुक (Facebook) का ‘फैक्ट-चेक पार्टनर’ भी है।
साल 2020 में USA टुडे ने अपने फैक्ट चेक नेटवर्क को बढ़ाने के लिए फेसबुक से हाथ मिलाने का ऐलान किया था। उस दौरान गैनेट के न्यूज लीडर और USA टुडे के पब्लिशर पेरेज वाड्सवर्थ ने कहा था, “बिना किसी तुलना के स्थानीय-से-राष्ट्रीय पहुँच वाले मीडिया संगठन के तौर पर हम लोगों को सच्ची सूचनाएँ प्रदान करने की अपनी प्रतिबद्धता को बहुत गंभीरता से लेते हैं। फैक्ट चेक USA टुडे और देश भर में गैनेट न्यूज़रूम में की जा रही पत्रकारिता का अभिन्न अंग है।”
उन्होंने ये भी कहा था, “हम ये मानते हैं कि सोशल मीडिया पर पब्लिश हो रही फेक इन्फॉर्मेशन एक बड़ा मुद्दा है, जिस पर ध्यान देने की जरूरत है। इसलिए फेक इन्फॉर्मेशन की पहचान करने के लिए फेसबुक के फैक्ट चेक कार्यक्रम में शामिल होना हमारे लिए एक स्वाभाविक कदम है। हमें फेसबुक के साथ साझेदारी करने पर गर्व है।”
हालाँकि, इतना लंबा भाषण देने के बाद भी फेसबुक का फैक्ट चेक पार्टनर USA टुडे अपनी ही न्यूज का फैक्ट चेक नहीं कर पाया। डिलीट किए गए आर्टिकल को लेकर USA टुडे ने एक लिस्ट भी जारी की है। इसके साथ ही उसने मिरांडा की स्टोरी को भी सामने रखा। बाद में चैनल ने ट्रेंडिंग कंटेंट और लोकप्रिय स्टोरीज पर फोकस करने के साथ अपने काम के व्यापक स्पेक्ट्रम को शामिल करने के लिए ऑडिट के दायरे को बढ़ाया।
USA टुडे की नोटिस
USA टुडे वेबसाइट पर जारी की गई नोटिस में लिखा है, “बाहरी सुधार का अनुरोध मिलने के बाद गैब्रिएला मिरांडा के रिपोर्टिंग वर्क का ऑडिट किया गया। ऑडिट से ये पता चला है कि रिपोर्ट में जिन व्यक्तियों का उल्लेख किया गया था, वो उस संगठन से जुड़े ही नहीं थे और मनगढ़ंत लगते थे। इनका वेरीफिकेशन नहीं किया जा सका। इसके अलावा कुछ स्टोरीज में ऐसे तथ्यों को शामिल किया गया था, जिनका श्रेय किसी और को दिया जाना चाहिए था।”
मिरांडा ने पूर्व में गेन्सविले टाइम्स के लिए काम किया, जहाँ उन्होंने शिक्षा और हिस्पैनिक मुद्दों को कवर किया। जॉर्जिया विश्वविद्यालय से वर्ष 2021 में ग्रेजुएशन करने वाली मिरांडा ने वहाँ एक स्टूडेंट मैगजीन रेड एंड ब्लैक के लिए काम किया था। न्यूज पब्लिशर ने फैक्ट चेक के मामले में सोर्स कंटेंट को वेरिफाई करने का वादा किया है।
गुरुवार (16 जून 2022) को USA टुडे ने इस मामले को लेकर चर्चा करने के लिए अपने कर्मचारियों के साथ एक वीडियो कॉन्फ्रेंस की। USA टुडे के प्रधान संपादक निकोल कैरोल की अध्यक्षता में ये बैठक हुई। जाँच के बारे में जानकारी देने वाले एक व्यक्ति के अनुसार, USA टुडे ने पाया है कि मिरांडा ने इंटरव्यू टेप सहित अपने न्यूज कंटेंट नकली सबूत बनाकर इन्वेस्टिगेटरों को भी धोखा देने की कोशिश की।
USA टुडे में इसी तरह की घटना 2004 में भी हुई थी। उस दौरान USA टुडे ने पुलित्जर पुरस्कार की फाइनलिस्ट और लेखक जैक केली पर कहानियों को गढ़ने और दूसरी मैगजीन से स्टोरी चोरी करने का आरोप लगाया था। इसके बाद केली ने इस्तीफा दे दिया था और बाद में माफी माँगी थी।