ईरान दुनिया के उन देशों में शामिल है जो कोरोना महामारी से सबसे ज्यादा प्रभावित हैं। लेकिन, इस इस्लामिक मुल्क में लड़ाई दोहरी है। एक तरफ खतरनाक वायरस का संक्रमण और दूसरी ओर आग की तेजी से फैलते अफवाह। ये अफवाह भी जानलेवा साबित हो रहे हैं। असल में ईरान में लोगों के बीच यह बात फैल गई कि मेथनॉल (इंडस्ट्रियल अल्कोहल) पीने से कोरोना संक्रमण का इलाज हो सकता है। इसके सेवन से कोरोना के वायरस मर जाते हैं। बॉडी सैनिटाइज हो जाती है। इस अफवाह पर विश्वास कर कई लोगों ने जहरीली शराब का सेवन कर लिया। इसके कारण अब तक 300 लोग अपनी जान गँवा बैठे हैं, जबकि एक हजार से ज्यादा लोग बीमार हो चुके हैं।
इसमें एक पाँच साल का बच्चा भी शामिल है। उसकी आँखों की रोशनी चली गई है। उसे माता-पिता ने जबरन मेथनॉल पिला दिया था। शुक्रवार (मार्च 27, 2020) को ईरान में संक्रमण के 2926 नए मामले आए। 144 और मौतों के साथ मृतकों का आँकड़ा 2378 हो गया है। अब तक 32,300 लोगों के संक्रमित होने की खबर है।
बता दें कि ईरान में शराब पीना बैन है और लोग अवैध तरीके से इसे ले रहे हैं। सोशल मीडिया पर यह अफवाह ऐसे समय में फैल गई जब लोगों का सरकार पर से भरोसा कम होता जा रहा है। दरअसल, सरकार ने पहले कोरोना के हालात को कम गंभीर दिखाने की कोशिश की, लेकिन धीरे-धीरे हालात खराब होते चले गए। ओस्लो के क्लिनिकल टॉक्सिकॉलजिस्ट डॉ. नूट एरिक होवडा का कहना है कि वायरस से लोग मर रहे हैं और उन्हें यह भी नहीं पता कि इसके अलावा दूसरे खतरे भी उनके आस-पास हैं। उनका कहना है कि लोग अगर ऐसे ही पीते रहे तो और लोगों के बीच यह जहर फैल जाएगा।
वहीं ईरान के स्वास्थ्य मंत्री के सलाहकार डॉक्टर हुसैन हसनैन ने कहा कि दूसरे देशों में बस कोरोना वायरस महामारी ही अकेली समस्या है। मगर यहाँ सरकार को दो मुसीबतों से जूझना पड़ रहा है। उन्होंने बताया कि शराब पीकर आने वाले लोगों का इलाज भी करना है और फिर कोरोना से भी उन्हें बचाना है। हसनैन ने बताया कि दुर्भाग्य से कुछ प्रांतों मे मेथनॉल पीने से मरने वाले लोगों की संख्या में इजाफा हो रहा है।
जानकारी के मुताबिक ईरान में सोशल मीडिया पर यह मैसेज फॉरवर्ड किया गया कि एक ब्रिटिश स्कूल टीचर और दूसरों ने ह्विस्की और शहद से कोरोना वायरस को ठीक कर लिया। अल्कोहल बेस्ड हैंड-सैनिटाइजर्स के मैसेज से भी लोगों ने यह अंदाजा लगा लिया कि अल्कोहल पीने से उनके शरीर के अंदर का वायरस मर जाएगा। वायरस का डर पहले ही था अब कम शिक्षा के कारण इंटरनेट पर उड़ रही अफवाहों के चलते दर्जनों ने ईरान के खुजेस्तान और शिराज में मेथनॉल युक्त अल्कोहल पीना शुरू कर दिया जो किसी जहर से कम नहीं।