वाशिंगटन स्थित कैपिटल हिल में बुधवार (6 दिसंबर, 2021) को डोनाल्ड ट्रंप के समर्थकों ने जबरदस्त हंगामा किया। ये सब उस वक्त हुआ जब कैपिटल हिल में इलेक्टोरल कॉलेज की प्रक्रिया चल रही थी। इसके तहत नवंबर 2020, में हुई जो बाइडन की जीत पर मुहर लगनी थी। हालाँकि इस हंगामे को लेकर लोगों के मत काफी चौंकाने वाले सामने आए हैं। YouGov Polls के अनुसार, 45% रिपब्लिकन्स कैपिटल हिल में हुए बवाल का समर्थन करते हैं।
पाँच मतदाताओं में से एक कैपिटल हिल में हुए हिंसक हंगामे का समर्थन करते हैं। वहीं 52% मतदाता प्रदर्शनकरियों को चरमपंथी मानते हैं और 49% मानते हैं कि वे लोकतंत्र के लिए खतरा हैं। हालाँकि यह घटना राजनीतिक असमानता को मद्देनजर काफी हैरान करने वाली है।
डेमोक्रेट्स के 65% लोगों का मानना है कि विरोध-प्रदर्शन लोकतांत्रिक था, वहीं केवल 12% रिपब्लिकन को ही ऐसा लगता है। वास्तव में रिपब्लिकन को विश्वास है कि प्रदर्शनकारी चरमपंथी, घरेलू आतंकवादी, अपराधी या लोकतांत्रिक विरोधी से अधिक देशभक्त हैं।
बता दें यह असमानता राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प को दोषी ठहराए जाने को लेकर भी देखी गई है। 69% रिपब्लिकन का मानना है कि इस मामले में ट्रम्प को दोष देने का कोई मतलब नहीं है। इसके विपरीत ऐसा मानने वाले डेमोक्रेट का आँकड़ा 96% है।
इसी तरह कैपिटल हिल के हंगामे को 93% डेमोक्रेट लोकतंत्र के लिए खतरा मानते हैं, जबकि 62% रिपब्लिकन इसे इस तरह नहीं देखते हैं। वहीं लगभग हर मामले में इंडिपेंडेंट का डेमोक्रेट्स के रुख के प्रति झुकाव देखा गया है। हालाँकि, बहुत कट्टरता से यह झुकाव नहीं है।
यह पोल्स साबित करते हैं कि वाशिंगटन में जो हुआ वह विश्वास करने योग्य तो नहीं है, लेकिन यह हंगामा अचानक से भी नहीं हुआ है। देश के भीतर चल रहे राजनीतिक मनमुटाव के चलते ऐसा हुआ। वहीं दोनों तरफ के लोग इस बात पर भी सहमत नहीं हो सकते हैं कि कैपिटल हिल हमला करने वाले लोग डेमोक्रेसी के लिए खतरा हैं या नहीं।
गौरतलब है कि वाशिंगटन डीसी में रिपब्लिकन नेशनल कमेटी मुख्यालय से पाइप बम बरामद किए गए और मीडिया पर भी हमला किया गया। हिंसक हंगामे के दौरान चार लोगों के मरने की भी खबर है।