ईरान के सिस्तान बलूचिस्तान प्रांत में 9 पाकिस्तानियों की एक अज्ञात बंदूकधारी ने हत्या कर दी है। इसके अलावा इस हमले में कई लोग घायल हैं। पाकिस्तानियों की मौत की पुष्टि ईरान में पाक राजदूत ने भी कर दी है। अभी तक हत्यारे का पता नहीं लग पाया है।
जानकारी के अनुसार, ईरान के सिस्तान बलूचिस्तान के सरावान शहर में आज (27 जनवरी, 2024) को एक अज्ञात बन्दूकधारी ने घुस कर पाकिस्तानियों पर गोलियाँ बरसाईं। यह घटना सारवान शहर के सिरकान इलाके में स्थित एक ऑटोमोबाइल वर्कशॉप में हुई। इसमें मौके पर ही 9 लोग हताहत हो गए जबकि 3 लोग अभी घायल बताए जा रहे हैं।
जानकारी सामने आई है कि सभी मृतक पाकिस्तान के पंजाब प्रांत के शहरों के रहने वाले थे और इस वर्कशॉप में काम करते थे। अभी तक इस हमले की जिम्मेदारी किसी भी संगठन ने नहीं ली है। सुरक्षा एजेंसियाँ भी हमलावरों की जानकारी नहीं जुटा सकी हैं। गौरतलब है कि जिस शहर में यह हमला हुआ वह पाकिस्तान-ईरान सीमा से लगभग 100 किलोमीटर दूर है।
ईरान में पाकिस्तानियों के मारे जाने की पुष्टि तेहरान में मौजूद पाकिस्तानी राजदूत मुदस्सिर टीपू ने भी कर दी है। उन्होंने एक्स (पहले ट्विटर) पर लिखा, “सरावान में 9 पाकिस्तानियों की भयावह हत्या से मैं हैरान हूँ। पाकिस्तानी दूतावास पीड़ित परिवारों की पूरी मदद करेगा। जाहेदान में मौजूद राजदूत पहले से ही घटना स्थल और अस्पताल के लिए निकल चुके हैं जहाँ घायलों का इलाज चल रहा है। हमने ईरान से इस मामले में पूरा सहयोग देने की अपील की है।”
Deeply shocked by horrifying killing of 9 Pakistanis in Saravan. Embassy will extend full support to bereaved families. Counsel Zahidan is already on his way to incident site & hospital where injured are under treatment.We called upon 🇮🇷 to extend full cooperation in the matter.
— Ambassador Mudassir (@AmbMudassir) January 27, 2024
गौरतलब है कि ईरान और पाकिस्तान के बीच सम्बन्ध इस समय काफी निचले स्तर पर हैं। 16 जनवरी, 2024 को ईरान ने पाकिस्तान के भीतर घुस कर हवाई हमले किए थे। ईरान ने कहा था कि उसने पाकिस्तान के भीतर कुछ आतंकी कैम्प तबाह किए हैं। इसके बाद पाकिस्तान ने भी ईरान के भीतर हमले करने का दावा किया था। रिश्ते बिगड़ने पर राजदूतों को भी दोनों देशों ने वापस बुला लिया था। हालाँकि, हाल ही में हुई बातचीत के बाद दोनों देश राजदूत वापस भेजने पर राजी हो गए थे।
इसी चलते इस घटना से एक दिन पहले ही (26 जनवरी, 2024) को ईरान में पाकिस्तान के राजदूत पहुँचे थे। उन्होंने ईरान के राष्ट्रपति इब्राहिम रईसी को यहाँ पहुँचने के बाद अपनी जानकारी भी पेश की थी। इसके कुछ ही समय बाद यह हमला हो गया।