कोरोना वायरस के संक्रमण में दुनियाभर में लगातार तेजी देखने को मिल रही है। इस बीच कोरोना वायरस का संक्रमण अफगानिस्तान के राष्ट्रपति भवन तक पहुँचने की खबर आ रही है। राष्ट्रपति भवन के करीब 20 कर्मचारी संक्रमित बताए जा रहे हैं।
हालाँकि अभी तक इस बात की जानकारी नहीं मिल सकी है कि राष्ट्रपति अशरफ गनी संक्रमित हैं या नहीं। दो अधिकारियों ने शनिवार (अप्रैल 18, 2020) को इसकी जानकारी दी।
एक अधिकारी ने बताया, “राष्ट्रपति के पैलेस में काम करने वाले करीब 20 लोग कोरोना से संक्रमित हैं। लेकिन इस बात को जाहिर नहीं किया जा रहा है ताकि लोगों में पैनिक न हो।” वहीं दूसरे अधिकारी ने भी कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या की पुष्टि की। साथ ही यह भी कहा कि राष्ट्रपति के प्रशासनिक कार्यालय के 12 लोग इस वायरस से संक्रमित हैं।
अशरफ गनी के प्रवक्ता सादिक सिद्दीकी ने इस पर टिप्पणी करने से इनकार करते हुए स्वास्थ्य मंत्रालय से इस बाबत जानकारी लेने के लिए कहा। स्वास्थ्य मंत्रालय ने भी यह कहते हुए प्रतिक्रिया देने से मना कर दिया कि वह रोगियों की पहचान को उजागर नहीं कर सकते।
एक अधिकारी ने नाम न छापने की शर्त पर रॉयटर्स को बताया कि दूसरे सरकारी विभाग की तरफ से एक संक्रमित फाइल राष्ट्रपति भवन के अंदर भेजा गया और इसी फाइल के संपर्क में आने से कर्मचारी संक्रमित हुए हैं।
एक अधिकारी ने बताया कि रिजल्ट आने के बाद भी काफी कर्मचारी ऑफिस में काम कर रहे थे। लेकिन अब उन्हें और उनके परिवार को क्वारंटाइन कर दिया गया है। सादिक सिद्दीकी ने कहा कि सिविल सेवा आयोग ने पहले ही सरकारी कर्मचारियों को परीक्षण किए जाने तक घर पर रहने के लिए कहा है। इस आदेश को अगले तीन सप्ताह के लिए बढ़ा दिया गया है।
एक सरकारी सूत्र ने रायटर को बताया कि राष्ट्रपति, जो पहले पेट से संबंधित स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं से ग्रसित रह चुके हैं, उनका कर्मचारियों के साथ सीमित संपर्क है। वो वीडियो कॉन्फ्रेंस कॉल के जरिए ही अधिकांश बैठकें करते हैं और अपने सर्किल में भी काफी कम लोगों से मिलते-जुलते हैं।
अफगानिस्तान में शनिवार तक कोरोना वायरस के 933 पॉजिटिव मामले दर्ज किए गए हैं। बता दें कि अफगानिस्तान पहले से ही तालिबान के साथ हिंसक झड़पों की वजह से भोजन और दवा की कमी से जूझ रहा है। अभी तक देश में 30 लोग वायरस से मर चुके हैं, लेकिन स्वास्थ्य अधिकारियों का कहना है कि इसकी संख्या अधिक हो सकती है। टेस्ट सीमित मात्रा में ही हुए हैं, इसलिए इसकी संख्या भी कम रिपोर्ट की गई।