इस्लामी मुल्क पाकिस्तान से अफगानिस्तान ने अपने राजदूत सहित सभी राजनयिकों को रविवार (18 जुलाई 2021) को वापस बुला लिया। सिलसिला अलीखिल को अगवा कर प्रताड़ित किए जाने के बाद यह कदम उठाया गया है। सिलसिला पाकिस्तान में अफगान राजदूत नजीबुल्लाह अलीखिल की बेटी हैं। अगवा कर उन्हें कई घंटे तक टॉर्चर किया गया और फिर सड़क किनारे फेंक दिया गया था।
Afghan Ambassador and Senior Diplomats to Islamabad Called Back to Kabul
— Ministry of Foreign Affairs – Afghanistan 🇦🇫 (@mfa_afghanistan) July 18, 2021
July 18, 2021
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अफगानिस्तान के विदेश मंत्रालय ने एक बयान में कहा है, “राजदूत की बेटी के अपहरण के बाद अफगानिस्तान ने राजदूत और वरिष्ठ राजनयिकों को पाकिस्तान से तब तक के लिए वापस बुला लिया, जब तक कि अपहरण के दोषियों की गिरफ्तारी और उन पर मुकदमा चलाने सहित सभी सुरक्षा खतरों का समाधान नहीं हो जाता।” बयान में आगे कहा गया है, “एक अफगान प्रतिनिधिमंडल मामले और सभी संबंधित मुद्दों का आकलन और पालन करने के लिए जल्द ही पाकिस्तान का दौरा करेगा, निष्कर्षों के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी।”
अफगान उपराष्ट्रपति अमरुल्ला सालेह ने स्वीकार किया कि अपहरण के मामले ने राष्ट्र की अंतरात्मा को घायल और प्रताड़ित किया था। उन्होंने ट्वीट किया, “राष्ट्रपति अशरफ गनी ने विदेश मंत्रालय को निर्देश दिया कि इस्लामाबाद से हमारे राजदूत को सभी वरिष्ठ राजनयिकों के साथ वापस बुला लें। अफगान राजदूत की बेटी के अपहरण और उसके बाद की यातना ने हमारे देश के मानस को ठेस पहुँचाई है। हमारे राष्ट्रीय मानस को प्रताड़ित किया गया है।”
President @ashrafghani instructed @mfa_afghanistan to call back our ambassador from Islamabad along with all senior diplomats. The abduction of Afgh ambassador’s daughter & her subsequent torture has wounded the psyche of our nation. Our national psyche has been tortured.
— Amrullah Saleh (@AmrullahSaleh2) July 18, 2021
पाकिस्तान में अफगान राजदूत नजीबुल्लाह अलीखिल की बेटी सिलसिला अलीखिल का 16 जुलाई को इस्लामाबाद में अपहरण कर लिया गया था। अफगानिस्तान के विदेश मंत्रालय की ओर से जारी एक बयान में कहा गया था कि सिलसिला को कैद के दौरान प्रताड़ित किया गया। इस्लामाबाद के जिन्ना सुपर से अज्ञात लोगों ने उनका अपहरण कर लिया था। अज्ञात स्थान पर प्रताड़ित करने के बाद उन्हें इस्लामाबाद के ब्लू एरिया में तहजीब बेकरी के पास छोड़ दिया गया था।
मेडिकल रिपोर्ट में बताया गया था कि सिलसिला को बर्बर तरीके से टॉर्चर किया गया। उसके पैरों की हड्डियों को तोड़ दिया गया है और कलाइयों में कई फ्रैक्चर हैं। उसके घुटनों में काफी चोट है। मेडिकल रिपोर्ट के मुताबिक सिलसिला की कलाई में काफी जोर से रस्सी बाँधी गई थी और मुँह में कपड़ा ठूँसकर उसे बहुत बुरी तरह से पीटा गया था। मेडिकल रिपोर्ट में आशंका जताई गई थी कि सिलसिला के शरीर की कई और हड्डियाँ टूटी हो सकती हैं, जिसका पता एक्सरे और दूसरी जाँच के बाद चल सकेगा।
इस बीच, पाकिस्तानी प्रधान मंत्री इमरान खान ने कानून प्रवर्तन एजेंसियों, इस्लामाबाद पुलिस और आंतरिक मंत्री शेख रशीद को अपहरण मामले की जाँच 48 घंटे के भीतर करने का निर्देश दिया था। उन्होंने सभी एजेंसियों से आरोपितों को पकड़ने के लिए संघीय पुलिस के साथ मिलकर काम करने का भी अनुरोध किया। रविवार को अफगानों के एक बड़े समूह ने काबुल में पाकिस्तान दूतावास के बाहर विरोध प्रदर्शन किया। प्रदर्शनकारियों ने सिलसिला अलीखिल की रक्षा करने में विफल रहने के लिए पाकिस्तानी सेना के खिलाफ नारे लगाए।