अफगानिस्तान की राजधानी काबुल में बुधवार (सितम्बर 9, 2020) की सुबह 7:30 बजे बड़ा धमाका हुआ। ये धमाका काबुल के तैमानी क्षेत्र में हुआ। इस धमाके के बाद मौके पर सुरक्षा बलों की तैनाती बढ़ा दी गई है। धमाके के बाद आसमान में धुआँ फ़ैल गया, जिससे स्थानीय लोग दहशत में नज़र आए। पुलिस डिस्ट्रिक्ट 4 में अफगान उप-राष्ट्रपति अमरुल्लाह सालेह को निशाना बना कर हुए धमाके के बाद पूरे क्षेत्र को सील कर के सुरक्षा बलों ने इलाक़े को खाली करा कर घेराबंदी की है।
अभी तक इस बम ब्लास्ट के बारे में बहुत जानकारी नहीं मिल पाई है। कहा जा रहा है कि ये आत्मघाती हमला हो सकता है या फिर कार के जरिए बम ब्लास्ट किया गया हो सकता है। जब ये धमाका हुआ, तब अफगानिस्तान के उप-राष्ट्रपति अमरुल्लाह सालेह का काफिला उसी जगह से गुजर रहा था, जहाँ ये धमाका हुआ। उप-राष्ट्रपति के बेटे एबाद सालेह ने जानकारी दी है कि जब काफिले को निशाना बनाया गया, तब वो अपने पिता के ही साथ थे।
हालाँकि, बताया गया है कि अफगानिस्तान के उप-राष्ट्रपति इस घटना में सुरक्षित हैं। सालेह के मीडिया अधिकारी रिजवान मुराद ने कहा कि इस आतंकी हमले में अफगानिस्तान के उप-राष्ट्रपति को कोई नुकसान नहीं पहुँचा है। जब ये हमला हुआ, तब सालेह अपने घर से दफ्तर जा रहे थे। इस हमले में 2 लोग मारे गए और अभी तक 12 के घायल होने की सूचना है। काफिले के अंत में चल रही गाड़ियों को नुकसान पहुँचा।
Afghan first Vice President Amrullah Saleh escapes bomb attack in Kabul: Spokesman https://t.co/fU7Nb3XHkX pic.twitter.com/lhUbMwXz5D
— Al Jazeera News (@AJENews) September 9, 2020
2 दिन पहले ही अमरुल्लाह सालेह ने पाकिस्तान के साथ सीमा विवाद को उठाया था। अफगानिस्तान के उप-राष्ट्रपति अमरुल्लाह सालेह ने कहा था कि उनके मुल्क का कोई भी नेता डुरंड लाइन को नज़रअंदाज़ नहीं कर सकता है। उन्होंने कहा कि अगर कोई ऐसा करता है तो जीवन भर उसकी निंदा होगी ही, मृत्यु के बाद भी लोग उसकी आलोचना करेंगे। उन्होंने कहा था कि ये एक ऐसा मुद्दा है, जिस पर चर्चा होनी चाहिए, जिसका समाधान निकलना चाहिए।