पाकिस्तान में हालात दिन पर दिन बिगड़ते जा रहे हैं और इसके साथ ही प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ की मुश्किलें भी बढ़ती जा रही हैं। वहाँ के लोगों से चाय पीने में कटौती की अपील करने के बाद अब ऊर्जा संकट से निपटने के लिए पाकिस्तान में बिजनेस संचालन के समय को कम कर दिया गया है। पंजाब और सिंध के बाद इस्लामाबाद में भी 9 बजे के बाद मार्केट और शॉपिंग मॉल को बंद कर दिया जाएगा।
इस्लामाबाद के उपायुक्त ने अपने आदेश में कहा है कि सभी दुकानें, शॉपिंग मॉल, बेकरी और कन्फेक्शनरी, कार्यालय, स्टोर रूम, गोदाम और पशु बाजार रात 9 बजे बंद हो जाएँगे। इसके अलावा, मैरिज हॉल, मार्की और प्रदर्शनी हॉल का समय रात 10:00 बजे तक सीमित रहेगा।
इसमें आगे कहा गया है कि सभी वाणिज्यिक या औद्योगिक प्रतिष्ठान, रेस्तरां, क्लब, तंदूर, भोजनालय, कैफे, सिनेमा, थिएटर या सार्वजनिक मनोरंजन के अन्य स्थान और सार्वजनिक पार्क रात 11:30 बजे बंद हो जाएँगे। हालाँकि, अस्पताल, प्रयोगशाला, क्लीनिक, फार्मेसी एवं मेडिकल स्टोर, पेट्रोल पंप, दूध की दुकानों और अन्य आवश्यक व्यवसायों को इससे छूट दी गई है।
Islamabad Administration has implemented closure of business timing regime with in revenue limits of Islamabad. All stake holders are requested to note👇👇 pic.twitter.com/eey9vx20Sl
— Office of Deputy Commissioner Islamabad (@dcislamabad) June 18, 2022
डीजल और फर्नेस ऑयल से उत्पादित बिजली की उच्च लागत के कारण बिजली वितरण कंपनियों ने जुलाई के बिलों में प्रति यूनिट 7.96 रुपए से अधिक की वृद्धि की माँग की है। सेंट्रल पावर परचेजिंग एजेंसी (सीपीपीए) ने पावर सेक्टर रेगुलेटर को अर्जी देकर कहा है कि मई महीने के दौरान विभिन्न स्रोतों से बिजली उत्पादन की कुल लागत 13.8969 रुपए प्रति यूनिट रही।
वहीं, तेल की बढ़ती कीमतों और अन्य वित्तीय समस्याओं के पाकिस्तान रेलवे ने शनिवार (18 जून 20222) को सभी एक्सप्रेस यात्री ट्रेनों के किराए में 5 प्रतिशत और सभी मालवाहक ट्रेनों के माल भाड़े में 10 प्रतिशत की वृद्धि की घोषणा की। यह पिछले एक सप्ताह में दूसरी बार किराए में वृद्धि है।
इस सप्ताह के शुरू में रेल मंत्री ने ईंधन की कीमतों में वृद्धि का बहाना बनाकर एक्सप्रेस ट्रेनों के किराए में 10 प्रतिशत और मालवाहक ट्रेनों के किराए में 15 प्रतिशत की वृद्धि की घोषणआ की थी। इस तरह महंगाई की मार झेल रहे पाकिस्तान के लोगों का जीवन दयनीय हो गया है।
पाकिस्तान महंगाई के साथ-साथ वित्तीय संकट के दौर से गुजर रहा है। इसके साथ ही वहाँ ऊर्जा संकट भी शुरू हो गया है। इसके पहले, वहाँ योजना एवं विकास मंत्री अहसान इकबाल ने 14 जून 2022 को कहा था कि पाकिस्तानी अपनी चाय की खपत को प्रति दिन ‘एक या दो कप’ कम कर सकते हैं, क्योंकि इसका आयात सरकार पर अतिरिक्त वित्तीय दबाव डाल रहा है। उन्होंने कहा था, “हम जो चाय आयात करते हैं, वह कर्ज लेकर आयात की जाती है।”
पाकिस्तान में खाद्य, तेल, गैस से लेकर तमाम चीजों की कीमतों में लगातार वृद्धि देखी जा रही है। इस बीच विदेशी मुद्रा भंडार में भी तेजी से गिरावट दर्ज की गई है। वहाँ का विदेशी मुद्रा भंडार अब सिर्फ दो महीने के आयात के बराबर रह गया है। पाकिस्तान के केंद्रीय बैंक के पास फरवरी के अंत में विदेशी मुद्रा भंडार $16.3 बिलियन (1274 अरब रुपए) से गिरकर मई में $10 बिलियन (781 अरब रुपए) रह गया है।