एपल को सबसे ज्यादा आईफोन बना कर देने वाली फैक्ट्री चीन में है और यहाँ बवाल मचा हुआ है। जेंगझाउ (Zhengzhou) शहर में स्थित फॉक्सकॉन (Foxconn) की फैक्ट्री में हजारों मजदूरों ने विरोध शुरू कर दिया है, लात-घूँसे भी चले हैं।
चायनीज वीडियो शेयरिंग ऐप काइशॉ (Kuaishou) पर फॉक्सकॉन के ही कर्मचारियों ने वहाँ के लाइव वीडियो शेयर किए। वहाँ के कुछ वीडियो ट्विटर पर भी हैं। इन वीडियो में देखा जा सकता है कि हजारों की संख्या में आईफोन (iPhone) बनाने वाले मजदूर विरोध कर रहे हैं, हाथापाई भी होते देखा जा सकता है।
2/2 …live and work separately, not to be mixed with older workers who could have #COVID. But they found they were not separated. So they feel deceived.
— Jennifer Zeng 曾錚 (@jenniferzeng97) November 22, 2022
Also, the contract items were different from what they were told before. #CCPChina, #COVID19, #CCPVirus #ZeroCovid
DEVELOPING: Hundreds of workers at Apple’s main China iPhone plant clashed with security staff after being locked up and separated from loved ones for weeks during Covid outbreak – Bloomberg
— Breaking911 (@Breaking911) November 23, 2022
pic.twitter.com/HttXKJsRfs
At #AAPL #APPLE Supplier #FOXCONN 's #Henan #Zhengzhou production factory, workers rebel again, against the poorly zero-covid policy pic.twitter.com/GNXFio9gdV
— Ray Zhu Love Hong Kong (@RZLHongKong) November 23, 2022
कुछ वीडियो में मजदूरों को मिलने वाले खाने को लेकर शिकायत वाली बात भी है। कुछ वीडियो में यह दिखाया गया है कंपनी के वादे के अनुसार उन लोगों को न तो प्रति घंटे ज्यादा सैलरी दी जा रही है, न ही बोनस का भुगतान नहीं किया गया।
The person is among those who heeded the government's call to join the iPhone plant facing worker shortage. Here's what we covered previously. https://t.co/aizcFZYcCG
— Bibek Bhandari (@bibekbhandari) November 23, 2022
New development at #Foxconn in #Zhengzhou, #CCPChina: police try to rush in, workers set the gate on fire, police used high-pressure water cannons to put out the fire. Someone is live streaming from the scene. See my previous tweets for background of the fight. pic.twitter.com/uKSZJMr9q4
— Jennifer Zeng 曾錚 (@jenniferzeng97) November 22, 2022
New development at #Foxconn in #Zhengzhou, #CCPChina: police try to rush in, workers set the gate on fire, police used high-pressure water cannons to put out the fire. Someone is live streaming from the scene. See my previous tweets for background of the fight. pic.twitter.com/uKSZJMr9q4
— Jennifer Zeng 曾錚 (@jenniferzeng97) November 22, 2022
इन सब की शुरुआत हुई पिछले सप्ताह 1 लाख नए मजदूरों की बहाली से। चायनीज मीडिया (जो सब सरकारी ही होते हैं) ने तब इस खबर को खूब चलाया, पूरी दुनिया को दिखाया। जो छिपा लिया, वो खौफनाक है – यह कोविड से जुड़ा है, मजदूरों के जीवन-मौत से खिलवाड़ है।
चीन के जेंगझाउ (Zhengzhou) शहर में फॉक्सकॉन (Foxconn) की आईफोन बनाने वाली फैक्ट्री की क्षमता 2 लाख मजदूरों की है। इनके बहुत सारे मजदूरों को कोविड हो गया। उनको ठीक से क्वॉरंटाइन नहीं किया गया। बाकियों को भी कोविड फैल न जाए, इसके डर से हजारों मजदूर फैक्ट्री छोड़ कर भाग गए।
फैक्ट्री से हजारों की संख्या में भागते कर्मचारियों के वीडियो भी चायनीज सोशल मीडिया पर बहुत वायरल हुआ। कम मजदूर और कम उत्पादन के चक्कर में ही 1 लाख नए मजदूरों की बहाली की गई, वो भी ज्यादा सैलरी और बोनस वगैरह का लालच देकर।
नए मजदूरों को कंपनी की ओर से आश्वासन दिया गया था कि उन्हें पुराने मजदूरों से अलग रखा जाएगा, अलग काम कराया जाएगा। लेकिन ऐसा किया नहीं गया। इस कारण से नए मजदूरों को भी कोविड की चपेट में आ जाने का भय हुआ। और तो और, बोनस और नौकरी के नियम-कानून भी जो बोला गया था, उससे अलग था।
चीन में कोविड-कंट्रोल की नीति और फैक्ट्री में काम करने वाले मजदूरों के दमनकारी नियम-कानूनों के कारण यह हालात पैदा हुए। आपको जानकर आश्चर्य होगा कि कोविड-कंट्रोल के नाम पर फॉक्सकॉन (Foxconn) की आईफोन बनाने वाली फैक्ट्री से कर्मचारी घर नहीं जा सकते। इन मजदूरों का रहना और काम करना सब कुछ इसी फैक्ट्री की चारदीवारी के भीतर होता है।