पाकिस्तान में अहमदिया मुस्लिमों पर अत्याचार और उनकी मस्जिदों को तोड़ने की घटनाएँ लगातार बढ़ती जा रहीं हैं। अब कराची में दिन-दहाड़े अहमदिया मुस्लिमों की एक मस्जिद में तोड़फोड़ करने मामला सामने आया। कहा जा रहा है कि सोमवार (24 जुलाई, 2023) दोपहर करीब एक दर्जन लोगों ने हथौड़ा से मस्जिद की मीनार तोड़ दी। इसके बाद मस्जिद की दीवारों पर विवादास्पद बातें लिख दीं।
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, घटना कराची के ड्रिघ रोड इलाके में शाह फैसल कॉलोनी में स्थित ‘बैत उल मुबारिक’ मस्जिद की है। इस मामले में जमात-ए-अहमदिया के प्रवक्ता आमिर महमूद ने कहा है कि दोपहर करीब 3:45 बजे एक दर्जन लोग मस्जिद में घुस आए। हमलवारों ने हथौड़ों से मीनार को तोड़ दिया और दीवारों पर विवादास्पद बातें लिख दीं।
Islam was saved once again by demolishing the Minarets of another Ahmadi Mosque on Drigh Road Cantt Bazar Karachi. @BBhuttoZardari whenever you find time after criticizing India for her maltreatment of minorities, plz take a look. Regards. pic.twitter.com/EkqAddChQf
— Mona Farooq Ahmad (@MonaChaudhryy) July 24, 2023
आमिर महमूद का दावा है कि इस साल अब तक पाकिस्तान में अहमदिया मुस्लिमों की 11 मस्जिदों पर हमले हो चुके हैं। इससे पहले सदर और मार्टिन क्वार्टर में भी दो मस्जिदों में तोड़फोड़ की घटना हुई थी। शिकायत दर्ज होने के बाद भी पुलिस ने किसी को गिरफ्तार नहीं किया। इस मामले में स्थानीय पुलिस का कहना है कि मस्जिद में हमला हुआ है। लेकिन एक दर्जन नहीं बल्कि 4-5 लोगों ने ही घटना को अंजाम दिया। कुछ हमलावर हेलमेट पहने हुए थे। वहीं कुछ ने कपड़े से अपना चेहरा ढँक रखा था।
Can Pakistani Ahmadis also have a conversation with you regarding these statistics below or this facility is only available to foreigners?? https://t.co/6PfBY0befl pic.twitter.com/oRGZPGKS4Q
— Mona Farooq Ahmad (@MonaChaudhryy) July 24, 2023
पुलिस ने आगे कहा है कि मस्जिद तोड़ने वाले लोग सीढ़ी के सहारे मस्जिद में घुसे थे। इसके बाद मीनार तोड़ी और फरार हो गए। अहमदिया मुस्लिमों से इस मामले में शिकायत दर्ज कराने के लिए कई बार कहा गया है। लेकिन उन्होंने अब तक शिकायत दर्ज नहीं कराई। पुलिस का यह भी कहना है कि अहमदिया मुस्लिमों को मीनार बनाने की इजाजत नहीं थी। इसके बाद भी मीनार बनाई गई थी।
हालाँकि, अहमदिया मुस्लिमों को दावा है कि उन्होंने मामले की पूरी जानकारी पुलिस को देते हुए शिकायत दर्ज कराई है। उन्होंने यह भी कहा है कि शिकायत में मस्जिद के अंदर घुसकर हुए हमले की बात कही गई है। साथ ही इसके सबूत के लिए सीसीटीवी फुटेज भी उपलब्ध कराए गए हैं। हमले के बाद का एक वीडियो भी सामने आया है। वीडियो में टूटी हुई मीनार व मस्जिद के बगल से खड़ी हुई सीढ़ी देखी जा सकती है। साथ ही वीडियो में एक व्यक्ति कह रहा है कि हमलावर नकाब लगाए हुए थे और बाइक से आए थे।
Yet another Ahmadi Mosque on Drigh Road Cantt Bazar Karachi attacked & minarets demolished.
— Shaan (@Shanyousaf6) July 24, 2023
No point tagging any Gov't official as their deafening silence over on going oppression & persecution of Ahmadis is also criminal.
May God have mercy & protect all Ahmadis in Pakistan. pic.twitter.com/6NTwd7CXFN
बता दें कि इससे पहले पाकिस्तान के पंजाब प्रांत के जेहलम जिले में पुलिस ने ही अहमदिया मुस्लिमों की मस्जिद तोड़ दी थी। दरअसल, पाकिस्तान की इस्लामिक कट्टरपंथी पार्टी तहरीक-ए-लब्बैक पाकिस्तान (TLP) ने पाकिस्तान सरकार से मस्जिद की मीनारें तोड़ने के लिए कहा था। मीनार न तोड़ने पर TLP द्वारा खुद ही उसे ध्वस्त करने की धमकी दी गई थी। ज्ञात हो कि साल 1974 में तत्कालीन प्रधानमंत्री जुल्फिकार अली भुट्टो ने संविधान में संशोधन कर अहमदिया मुस्लिमों को गैर मुस्लिम घोषित करार दिया था। इसके बाद से अहमदिया मुस्लिमों को भेदभाव, उत्पीड़न और हमलों का सामना करना पड़ रहा है।
अहमदिया मुस्लिमों को ‘काफ़िर’ बताने पर मोदी सरकार ने जताई नराजगी
गौरतलब है कि आंध्र प्रदेश वक्फ बोर्ड ने एक फतवा जारी कर अहमदिया समाज को ‘ग़ैर-मुस्लिम’ और ‘काफ़िर’ घोषित कर दिया है। इसको लेकर केन्द्र सरकार ने घृणा फैलाने वाली हरकत बताते हुए राज्य सरकार को फटकार लगाई थी। साथ ही पूछा था कि किस ‘आधार’ और ‘अधिकार’ से यह फतवा जारी किया गया।