Monday, November 18, 2024
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टेनिस खिलाड़ी जोकोविच की उपस्थिति से देश में अशांति का खतरा: ऑस्ट्रेलियाई मंत्री ने कहा- इससे बढ़ सकती है वैक्सीन विरोधी भावना

हॉक के बयान पर जोकोविच के वकील ने कहा, "मंत्री ने ऐसे किसी सबूत का हवाला नहीं दिया जो उनके इस निष्कर्ष को साबित करता हो कि देश में जोकोविच की उपस्थिति कोरोना की टीकाकरण विरोधी भावना को बढ़ावा दे सकती है।"

टेनिस खिलाड़ी नोवाक जोकोविच (Novak Djokovic) को शनिवार (15 जनवरी 2022) को फुली वैक्सीनेटेड ना होने के कारण ऑस्ट्रेलिया में दूसरी बार हिरासत में लिया गया है। ऑस्ट्रेलिया के आव्रजन मंत्री एलेक्स हॉक (Alex Hawke) ने कहा है कि जोकोविच के कारण देश में ‘नागरिक अशांति’ फैलने का खतरा है। उन्होंने कहा कि इसी को देखते हुए उनकी वीजा को दूसरी बार रद्द किया गया है।

हॉक ने कहा कि देश में कोरोना टीका का विरोध करने वाले लोग उन्हें अपने प्रतिनिधि की तरह देखते हैं। अगर ऐसा ही रहा तो देश में लोग कोरोना टीकाकरण का बहिष्कार कर सकते हैं। इससे देश कोरोना के कॉम्यूनिटी ट्रांसमिशन होने का खतरा बढ़ जाएगा। उन्होंने कहा जोकोविच पर दोष सिद्ध हो जाने के जाने के बाद उन पर देश में तीन साल के लिए बैन लगाया जा सकता है और उन्हें 2024 तक ऑस्ट्रेलिया में आने अनुमति नहीं होगी।

हॉक ने कहा “मुझे लगता है कि ऑस्ट्रेलिया में जोकोविच की उपस्थिति से ऑस्ट्रेलिया के लोगों में कोरोना टीकाकरण विरोधी भावना बढ़ सकती है। इससे देश में सोशल अनरेस्ट बढ़ सकता है। ऑस्ट्रेलिया में पहले ही कोरोना के टीके के खिलाफ कई रैलियाँ और विरोध प्रदर्शन हुए हैं। जोकोविच एक रुतबे वाले व्यक्ति हैं और लोगों के बीच उनका खासा प्रभाव है।”

उन्होंने कहा कि कोरोना से संक्रमित होने के बाद जोकोविच ने जिस तरह का व्यवहार किया, उससे ऑस्ट्रेलिया में उनकी उपस्थिति अन्य लोगों को कोरोना गाइडलाइन मानने से इनकार के लिए प्रोत्साहित कर सकती है। दरअसल, ऑस्ट्रेलिया में कोरोना को लेकर बेहद कड़ी गाइडलाइन्स हैं।

हॉक के बयान पर जोकोविच के वकील ने कहा, “मंत्री ने ऐसे किसी सबूत का हवाला नहीं दिया जो उनके इस निष्कर्ष को साबित करता हो कि देश में जोकोविच की उपस्थिति टीकाकरण विरोधी भावना को बढ़ावा दे सकती है।” जोकोविच के वकील ने तर्कहीन बताते हुए इसके खिलाफ कोर्ट में अपील की है।

बता दें कि विश्व के नंबर वन टेनिस खिलाड़ी के मामले में रविवार (16 जनवरी 2022) को ऑस्ट्रेलिया की हाईकोर्ट में सुनवाई होगी। यानी अब कोर्ट का फैसला तय करेगा कि जोकोविच ऑस्ट्रेलिया में बिना वैक्सीनेशन के रह सकते हैं या नहीं।

मालूम हो कि ऑस्ट्रेलिया ओपन टूर्नामेंट में आने से पहले जोकोविच कोरोना पॉजिटिव थे। इसके बावजूद उन्होंने पिछले महीने अपने देश सर्बिया के कई कार्यक्रमों में भाग लिया था। खिलाड़ी ने इस बात को स्वीकार किया था कि उन्होंने पॉजिटिव रहते हुए एक पत्रकार से मुलाकात भी की थी।

बता दें कि बीते दिनों टेनिस खिलाड़ी नोवाक जोकोविच को फुली वैक्सीनेटेड ना होने के कारण ऑस्ट्रेलिया (Australia) में प्रवेश की अनुमति नहीं दी गई थी। साथ ही उनका वीज़ा भी रद्द कर दिया गया था। यह जानकारी ऑस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री स्कॉट मॉरिसन (Scott Morrison) ने 6 जनवरी (गुरुवार) को दी थी। ऑस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री ने कहा था, “जोकोविच का वीज़ा (Visa) कैंसिल कर दिया है। हमारे देश के अंदर जो कानून है वह लागू होगा। कानून से बढ़कर कोई भी नहीं है। इन्ही कड़े कानूनों से ही हमारे देश में कोरोना काल में दुनिया में सबसे कम मृत्यु दर रही थी। हम कानूनों का उललंघन नहीं होने देंगे।”

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ऑपइंडिया स्टाफ़
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कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

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