पाकिस्तान के बलूचिस्तान प्रांत में पुलिस की अमानवीयता इस समय सुर्खियां बनी हुई है। यहाँ पर हिरासत में ली गई एक महिला को नग्न हो कर डाँस करने पर मजबूर किया गया है। इस अमानवीयता का आरोप एक महिला पुलिस इंस्पेक्टर पर लगा है। जाँच के बाद आरोपित महिला इंस्पेक्टर को बर्खास्त कर दिया गया है। यह बर्खास्तगी 11 नवम्बर 2021 (गुरुवार) को की गई है।
बर्खास्त महिला पुलिस इंस्पेक्टर का नाम शबाना इरशाद है। शबाना के अमानवीय कृत्य की जाँच क़्वेटा की एडिशनल SP परी गुल को सौंपी गई थी। उन्होंने अपनी जाँच में शबाना को दोषी पाया और उनकी बर्खास्तगी की संस्तुति की। परी गुल की रिपोर्ट के आधार पर इंस्पेक्टर शबाना को DIG क़्वेटा मुहम्मद अज़हर अकरम ने बर्खास्त कर दिया। जाँच अधिकारी एडिशनल SP परी गुल ने जाँच रिपोर्ट को अपने ट्विटर हैंडल पर शेयर करते हुए लिखा है कि न्याय की जीत होनी चाहिए।
Justice must prevail…. https://t.co/t0qZTvVBbM
— Pari Gul Tareen (@PariTareen) November 12, 2021
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार जिन्ना टाउनशिप में एक बच्चे की हत्या के सिलसिले में महिला को पूछताछ के लिए बुलाया गया था। जाँच में पाया गया कि पुलिस हिरासत में इंस्पेक्टर शबाना ने महिला को निर्वस्त्र किया। इसी के साथ पीड़िता को बिना कपड़ों के नाचने पर मजबूर किया गया। DIG मोहम्मद अज़हर अकरम ने महिला इंस्पेक्टर शबाना के इस कृत्य पर नाराजगी जताई है। उनके अनुसार यह अधिकारों का दुरूपयोग है। बताया जा रहा है कि जब महिला को नग्न नृत्य करने पर मजबूर किया गया तब वहाँ पर और भी लोग मौजूद थे।
एक अन्य रिपोर्ट के अनुसार आरोपित महिला इंस्पेक्टर ने अपने बचाव में कुछ नहीं कहा। सुरक्षा के दृष्टिकोण से जेल में महिला कैदियों से पूछताछ के लिए महिला पुलिस अधिकारी की ही नियुक्ति की गई थी। यहाँ गौरतलब है कि बलूचिस्तान के निवासी पाकिस्तान की पुलिस और फ़ौज पर आए दिन अमानवीयता का आरोप लगाया करते हैं।