Friday, April 19, 2024
Homeरिपोर्टअंतरराष्ट्रीयपाकिस्तानी सेना के टैंक से नहीं डरे बलूच प्रदर्शनकारी, सैनिकों को खदेड़ा, चेक पोस्ट...

पाकिस्तानी सेना के टैंक से नहीं डरे बलूच प्रदर्शनकारी, सैनिकों को खदेड़ा, चेक पोस्ट फूँका: देखें Video

बलूचिस्तान में एक महिला और उसके चार साल के बच्चे की हत्या कर दी गई थी। हत्या का आरोप सत्ताधारी दल के सदस्यों पर है। इसके विरोध में करीब दो सप्ताह से प्रदर्शन चल रहा है।

बलूचिस्तान में करीब दो सप्ताह से जारी प्रदर्शन अब हिंसक हो गया है। प्रदर्शनकारियों द्वारा पाकिस्तानी सैनिकों को खदेड़ने का वीडियो सामने आया है। प्रदर्शन एक बलूच महिला और उसके चार साल के बच्चे की हत्या के बाद शुरू हुआ था।

प्रदर्शनकारियों ने गुरुवार (11 जून, 2020) को तैनात पाकिस्तानी सैनिकों पर पत्थर बरसाए। चेक पोस्ट आग के हवाले कर दिया। जान बचाने के लिए पाकिस्तानी सैनिक पोस्ट छोड़कर भाग खड़े हुए।

जानकारी के मुताबिक बलूच महिला और उसके बच्चे की हत्या के बाद से ही बलूचों का विरोध-प्रदर्शन जारी है। हत्या का आरोप बलूचिस्तान की सत्ताधारी पार्टी बीएपी से जुड़े लोगों पर है, जो इमरान सरकार की समर्थक है।

गुरुवार को बारबचा इलाके में प्रदर्शनकारियों ने पाक सैनिकों को खदेड़ दिया। इसका वीडियो सोशल मीडिया में वायरल हो रहा है। इसमें देखा जा सकता है कि हजारों की संख्या में बलूच प्रदर्शनकारी सेना पर पत्थर बरसा रहे हैं।

इसके बाद कुछ प्रदर्शकारियों ने पहले तो सेना की एक चेक पोस्ट को निशाना बनाते हुए उसमें तोड़फोड़ की और फिर उसको आग के हवाले कर दिया।

इस दौरान लगातार बढ़ते हिंसक प्रदर्शन को देख पाक सेना के जवानों को अपनी पोस्ट छोड़कर भागना पडा। वीडियो में आप देख सकते हैं कि सेना की चेक पोस्ट के पास एक टैंक भी खड़ा दिखाई दे रहा है।

आपको बता दें कि दो हफ्ते पहले पाकिस्तान में बलूचिस्तान प्रांत के तुरबत शहर में एक महिला मलिकनाज और उसकी चार साल की बेटी ब्राम्श की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। प्रदर्शनकारियों का आरोप है कि बलूचिस्तान आवामी पार्टी (बीएपी) के सदस्यों ने उनकी हत्या की है।

इस हत्या के बाद से ही बलूचों का प्रदर्शन जारी है। खबर यह भी है कि पाकिस्तान की सेना बलूचों के खिलाफ ग्राउंड जीरो क्लियरेंस ऑपरेशन चला रही है। इस ऑपरेशन के तहत बलूचिस्तान की आजादी की माँग करने वाली बलूच लिबरेशन आर्मी और बलूच लिबरेशन फ्रंट को खत्म किया जा रहा है। आपको बता दें कि बीते कुछ दिनों में बलूच और पख्तून नेताओं की हत्या के कई मामले सामने आए हैं।

Special coverage by OpIndia on Ram Mandir in Ayodhya

  सहयोग करें  

एनडीटीवी हो या 'द वायर', इन्हें कभी पैसों की कमी नहीं होती। देश-विदेश से क्रांति के नाम पर ख़ूब फ़ंडिग मिलती है इन्हें। इनसे लड़ने के लिए हमारे हाथ मज़बूत करें। जितना बन सके, सहयोग करें

ऑपइंडिया स्टाफ़
ऑपइंडिया स्टाफ़http://www.opindia.in
कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

संबंधित ख़बरें

ख़ास ख़बरें

लोकसभा चुनाव 2024: पहले चरण में 60+ प्रतिशत मतदान, हिंसा के बीच सबसे अधिक 77.57% बंगाल में वोटिंग, 1625 प्रत्याशियों की किस्मत EVM में...

पहले चरण के मतदान में राज्यों के हिसाब से 102 सीटों पर शाम 7 बजे तक कुल 60.03% मतदान हुआ। इसमें उत्तर प्रदेश में 57.61 प्रतिशत, उत्तराखंड में 53.64 प्रतिशत मतदान दर्ज किया गया।

कौन थी वो राष्ट्रभक्त तिकड़ी, जो अंग्रेज कलक्टर ‘पंडित जैक्सन’ का वध कर फाँसी पर झूल गई: नासिक का वो केस, जिसने सावरकर भाइयों...

अनंत लक्ष्मण कन्हेरे, कृष्णाजी गोपाल कर्वे और विनायक नारायण देशपांडे को आज ही की तारीख यानी 19 अप्रैल 1910 को फाँसी पर लटका दिया गया था। इन तीनों ही क्रांतिकारियों की उम्र उस समय 18 से 20 वर्ष के बीच थी।

प्रचलित ख़बरें

- विज्ञापन -

हमसे जुड़ें

295,307FansLike
282,677FollowersFollow
417,000SubscribersSubscribe