बांग्लादेश में एक बार फिर एक हिंदू व्यक्ति के साथ बर्बरता करने का मामला सामने आया है। बांग्लादेश हिंदू बौद्ध ईसाई ओइकिया परिषद के दक्षिण चटगाँव के उपाध्यक्ष जितेंद्र कांति गुहा को एक पेड़ से बाँध कर बुरी तरह पीटने की खबर सामने आई है। बताया जा रहा है कि इफ्तार समारोह के निमंत्रण को लेकर स्थानीय सरकारी अधिकारी के इशारे पर उसके समर्थकों ने इस घटना को अंजाम दिया।
बांग्लादेश में अल्पसंख्यकों के मुद्दे को प्रमुखता से उठाने वाले ‘वॉइस ऑफ बांग्लादेश हिंदू़ (@VoiceOfHindu71)’ नाम के ट्विटर हैंडल ने गुहा की फोटो शेयर की है। इसके साथ हैंडल ने लिखा है, “इफ्तार पार्टी में भाग नहीं लेने पर स्थानीय अवामी लीग के नेता मोहम्मद जसीम द्वारा बर्बर तरीके से चटगाँव के एक हिंदू नेता जितेंद्र कांति गुहा पर हमला किया गया।”
Jitendra Kanti Guha, a Hindu leader from Chittagong, was attacked in a medieval manner by local Awami League leader Mohammad Jasim for not participating in the Iftar party.#BangladeshiHindusUnderAttack@StateIRF @SecBlinken @ANI @WHCongress pic.twitter.com/b38RVrsesy
— Voice Of Bangladeshi Hindus 🇧🇩 (@VoiceOfHindu71) April 29, 2022
उपद्रवियों ने चगाँव के पटिया उप-जिला के हैदगाँव यूनियन में गुहा को न सिर्फ बुरी तरह मारा, बल्कि एक पेड़ से बाँध भी दिया। घटना हैदगाँव में ब्राह्मणघाट के गौचिया कम्युनिटी सेंटर के सामने अंजाम दिया गया। गुहा आवामी लीग के स्थानीय अध्यक्ष भी रह चुके हैं। इस घटना बाद उन्हें पटिया स्वास्थ्य केंद्र ले जाया गया, लेकिन बाद में उन्हें चटगाँव मेडिकल कॉलेज अस्पताल में शिफ्ट कर दिया गया।
बताया जा रहा है कि हैदगाँव यूनियन अवामी लीग ने गौचिया कम्युनिटी सेंटर में इफ्तार पार्टी और बैठक का आयोजन किया था, लेकिन यूनियन परिषद (यूपी) के अध्यक्षद बीएम जसीम को आमंत्रित नहीं किया गया था। रिपोर्ट्स के मुताबिक, घटना के पीछे यही वजह रही।
हैदगांव यूनियन अवामी लीग के संयुक्त संयोजक शाहिदुल इस्लाम ज़ुलु ने आरोप लगाया कि यूनियन अवामी लीग ने बीएम जसीम को इफ्तार समारोह में आमंत्रित नहीं किया, क्योंकि वर्तमान अध्यक्ष को सत्तारूढ़ अवामी लीग के असंतुष्ट उम्मीदवार के रूप में चुना गया था।
नतीजतन, जसीम क्रोधित हो गया और 30-40 व्यक्तियों के एक समूह के साथ स्थान पर पहुँचा और यूनियन अवामी लीग के संयोजक महमूदुल हक हाफ़िज़ सहित कई लोगों का अपमान करना शुरू कर दिया। पूर्व सदस्य ने जितेंद्र गुहा को घूँसा मारा। इसके बाद जितेंद्र गुहा को बाहर निकाला गया और फिर एक पेड़ से जंजीर से बाँध दिया गया। फिर जसीम के समर्थकों द्वारा उन्हें बेरहमी से पीटा गया।
इस मामले पर जब बीएम जसीम ने पूछा गया तो उन्होंने आरोप लगाया कि गुहा ने अध्यक्ष रहते हुए सरकारी आवास, ट्यूबवेल और रोजगार देने का लालच देकर लोगों से पैसे लिए थे। उनका आरोप है कि उन्हीं युवकों ने पैसे वापस माँगते हुए उनकी पिटाई की।