Friday, September 13, 2024
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बांग्लादेश में हिन्दुओं से माँगी जा रही रंगदारी, लड़कियाँ भी माँग रहे BNP-जमात वाले: ग्राउंड रिपोर्ट में खुलासा, कह रहे पीड़ित – अब भारत का ही सहारा

इस व्यक्ति ने भी BNP वालों को पैसे दिए हैं। उन्होंने कहा कि नई सरकार पर हमें कोई भरोसा नहीं है, बांग्लादेश में हिन्दुओं को अब नौकरी भी मिलने से रही। सरकार के लोग ही परेशान कर रहे हैं, फौज और पुलिस का कोई अता-पता नहीं है।

बांग्लादेश में सत्ता परिवर्तन के बाद हिन्दुओं के खिलाफ हिंसा अब भी जारी है। एक व्यक्ति ने बताया कि 15 अगस्त के दिन 10-12 बाइक सवार चाकू, हथौड़ा और दराँती जैसे हथियार लेकर उसके घर पर पहुँचे और जब उन्हें पता चला कि वो घर पर नहीं हैं तो चले गए, फिर दोबारा भी वो लोग आए। बाद में फोन कर के धमकी देने लगे। उक्त शख्स को एक रिश्तेदार के यहाँ छिपना पड़ा था। जसोर के इस हिन्दू शख्स ने अपना पहचान उजागर करने की अपील की, क्योंकि वहाँ भय का माहौल है।

‘दैनिक भास्कर’ ने अपनी एक एक्सक्लूसिव ग्राउंड रिपोर्ट में बांग्लादेश में हिन्दुओं की पीड़ा के विषय में बताया है। ये पीड़ित हिन्दू भारत से वीजा की माँग कर रहे हैं, ये बिना वीजा के भी सीमा पार करने को तैयार हैं। 17 करोड़ जनसंख्या वाले बांग्लादेश में 1.35 करोड़ हिन्दू हैं। गोपालगंज (26%), मौलवी बाजार (24%), ठाकुरगाँव (22%) और जसोर (20%) में सबसे अधिक हिन्दू हैं। जसोर जमात-ए-इस्लामी और ‘बांग्लादेश नेशनलिस्ट पार्टी’ (BNP) का भी गढ़ है।

वहाँ एक आश्रम में मत्यपालन के पेशे से जुड़े 2 हिन्दुओं ने पत्रकार वैभव पलनीटकर को बताया कि उनसे 2-3 लाख रुपए की माँग की जा रही है, वरना बेटे के अपहरण की धमकी दी जा रही है। कॉल पर गालियाँ भी दी जा रही हैं। गाँव से फोन कर के कहा गया कि पैसे देकर सुलह कर लो तो छोड़ दिया जाएगा। जमात-ए-इस्लामी से जुड़े एक लड़के को इन्होंने 15,000 रुपए भी दिए। इन्होंने कहा कि बांग्लादेश में इनका कोई भविष्य नहीं है, वो अपनी सारी जमीन-जायदाद छोड़ कर भारत में बसना चाहते हैं।

वहाँ उनका कामकाज भी बंद हो गया है। वहीं मत्यपालन से जुड़ी कंपनी में काम करने वाले एक हिन्दू शख्स ने बताया कि कंपनी का मालिक की धमकियों के कारण छिपा हुआ है। अब इनसे कहा जा रहा है कि अपने मालिक से पैसा निकलवाओ, वरना अब तुम्हारी गाय ले जाएँगे। धमकी देने वाले इनके जान-पहचान के ही लोग हैं, वो BNP से जुड़े हुए हैं। वो सोना, पैसों और लड़कियों की माँग कर रहे हैं। पीड़ित हिन्दू ने बताया कि बहुत सी लड़कियों की इज्जत लूटी गई है लेकिन वो बता नहीं पा रही हैं।

इस व्यक्ति ने भी BNP वालों को पैसे दिए हैं। उन्होंने कहा कि नई सरकार पर हमें कोई भरोसा नहीं है, बांग्लादेश में हिन्दुओं को अब नौकरी भी मिलने से रही। सरकार के लोग ही परेशान कर रहे हैं, फौज और पुलिस का कोई अता-पता नहीं है। एक प्राथमिक शिक्षक पर भी हमला हुआ है। उन्हें पलायन करना पड़ा। गाँव के मंदिर की सुरक्षा करनी पड़ रही है। थानाधिकारी भी पीड़ित हिन्दुओं से मुलाकात के लिए राज़ी नहीं हो रहे। कई थाने फ़ौज की मदद से चल रहे हैं।

एक अन्य छात्र ने बताया कि बांग्लादेश में अल्पसंख्यकों के घरों को चिह्नित कर लिया गया है और रंगदारी माँगी जा रही है। उक्त छात्र के माता-पिता बुजुर्ग हैं और चटगाँव में रहते हैं। महाराष्ट्र के कॉलेज से इंजीनियरिंग कर ढाका में कार्यरत उक्त हिन्दू छात्र के परिवार से बांग्लादेश छोड़ने के लिए ही कहा गया है। 5 लाख टका की माँग करने वाले ने खुद को फोन पर एक इस्लामी समूह का सदस्य बताया। अन्य हिन्दुओं को भी ऐसे फोन कॉल्स आ रहे हैं।

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ऑपइंडिया स्टाफ़
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कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

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