हिंदू पुजारी लोगों से नारे लगवाते हुए कहते हैं, “बटोगे तो कहोगे।” इसके बाद उन्होंने कहा, “ये हमला कोई अकेला हमला नहीं है। ये हमला हिंदू सभा पर हमला नहीं है। ये हमला पूरे विश्व में जितने हिंदू हैं उनके ऊपर है।”
Canada में भी योगी जी की बात पहुँच गई है
— Kreately.in (@KreatelyMedia) November 4, 2024
बटोगे तो…#Hindus #CanadaIsPakistan pic.twitter.com/mx7LmsgW97
आगे उन्होंने कहा, “सुनिए, आज समय आ गया है जब हमें अपने लिए नहीं बल्कि अपनी संतति के बारे में सोचना पड़ेगा। सबको एक होना पड़ेगा। हम किसी का विरोध नहीं करते हैं लेकिन कोई हमारा विरोध करता है तो हम छोड़ेंगे नहीं उसे तोड़ेंगे।”
इसके अलावा ये भी खबर सामने आई है कि कनाडा की राष्ट्रीय हिंदू परिषद और हिंदू फेडरेशन ने मंदिर के नेताओं और हिंदू समूहों के साथ मिलकर हिंदू मंदिर पर हमले के बाद एक आधिकारिक बयान जारी किया है। इसमें कहा गया है कि अब किसी राजनीतिक दलों के किसी राजनेता को राजनीतिक उद्देश्यों के लिए मंदिर की सुविधाओं का उपयोग करने की अनुमति नहीं दी जाएगी।
#BREAKING: Canadian National Council of Hindus and Hindu Federation, along with temple leaders & Hindu advocacy groups have released an official statement after attack at the Hindu Temple. All Politicians of all political parties will no longer be allowed to use temple facilities… pic.twitter.com/yX5Q6RhLZx
— Aditya Raj Kaul (@AdityaRajKaul) November 4, 2024
बता दें कि कुछ दिन पहले सीएम योगी आदित्यनाथ ने मंच से बटोगे तो कटोगे का बयान दिया था। इसके बाद इस पर चर्चा तेज हो गई। आज इसकी आवाज कनाडा से भी उठी वो भी तब जब खालिस्तानियों ने हिंदू मंदिर के परिसर के भीतर घुसकर हमला कर दिया। इस अटैक के दौरान खालिस्तानियों ने न हिंदू महिलाओं को छोड़ा और न बच्चों को। सबपर लाठी-डंडे से हमले किए गए।
A red line has been crossed by Canadian Khalistani extremists today.
— Chandra Arya (@AryaCanada) November 3, 2024
The attack by Khalistanis on the Hindu-Canadian devotees inside the premises of the Hindu Sabha temple in Brampton shows how deep and brazen has Khalistani violent extremism has become in Canada.
I begin to feel… pic.twitter.com/vPDdk9oble
इस घटना के बाद कनाडाई नेताओं ने इस हमले की निंदा की, लेकिन कुछ नेता निंदा करते समय खुलकर खालिस्तानियों का नाम लेने से बचे। वहीं ओटावा स्थित भारतीय उच्चायोग ने भी इस घटना के बाद भारतीयों की सुरक्षा पर चिंता जाहिर की। उन्होंने कहा कि इस तरह की घटना कनाडा में निराश करने वाली हैं।