आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) आधारित चैटबॉट चैटजीपीटी (Chatbot ChatGPT) अपनी तमाम खूबियों को लेकर इंटरनेट की दुनिया में छाया हुआ है। इसे बनाने वाली कंपनी का नाम OpenAI है, जो कि एक स्टार्टअप टेक कंपनी है। अब ChatGPT गलत जानकारी देने के कारण विवादों में है।
हाल ही में कैलिफोर्निया में एक शोध अध्ययन के दौरान एक वकील ने ChatGPT से उन कानूनी विद्वानों (Legal Scholars) की सूची तैयार करने के लिए कहा, जिन पर यौन उत्पीड़न का आरोप है। इसके बाद चैटजीपीटी ने एक लिस्ट बनाई। इस लिस्ट में जॉर्ज वॉशिंगटन यूनिवर्सिटी में लॉ प्रोफेसर जोनाथन टर्ली (Jonathan Turley) का नाम भी शामिल था।
चैटबॉट ने द वाशिंगटन पोस्ट में मार्च 2018 के एक लेख का हवाला देता हुए कहा कि टर्ली ने अलास्का की क्लास ट्रिप के दौरान एक छात्रा का यौन उत्पीड़न किया और उस पर अभद्र टिप्पणियाँ की थी। लॉ प्रोफेसर जोनाथन टर्ली को जब इस लिस्ट के बारे में पता चला तो वह हैरान रह गए।
जोनाथन टर्ली अमेरिका के बेहद सम्मानित लॉ प्रोफेसर हैं। उन्होंने कहा कि ऐसा कोई भी लेख मौजूद नहीं है और न ही कभी अलास्का क्लास ट्रिप हुई थी। उन्होंने कहा कि उन पर कभी किसी छात्रा के यौन उत्पीड़न का आरोप नहीं लगा। यह आरोप बेबुनियाद और उनकी छवि को खराब करने वाला है।
A well-known legal expert voices concerns regarding the dangers posed by AI technology following an incident where ChatGPT fabricated allegations of sexual misconduct against him. https://t.co/EXRxjf0pU5
— Intl. Business Times (@IBTimes) April 4, 2023
जोनाथन टर्ली ने सोमवार (3 अप्रैल 2023) को यूएसए टुडे में प्रकाशित एक ओपिनियन में लिखा कि चैटजीपीटी ने उन पर झूठा आरोप लगाया है। उन्होंने आगे लिखा, “मुझे मेरे एक लॉ प्रोफेसर दोस्त से इस शोध के बारे में एक ईमेल मिला। इस ईमेल में यौन उत्पीड़न करने वाले प्रोफेसरों की लिस्ट थी, जिसे चैटजीपीटी ने चलाया था।”
जोनाथन टर्ली ने कहा उन्होंने कभी भी क्लास में किसी छात्रा का यौन शोषण नहीं किया। उन्होंने आगे कहा, “इसमें मैं भी शामिल था। मुझ पर अलास्का की ट्रिप पर लॉ के छात्रों को छेड़ने के आरोप लगाया गया। इसमें साल 2018 में वाशिंगटन पोस्ट में प्रकाशित एक लेख का हवाला भी दिया गया, जिसमें मुझ पर यौन उत्पीड़न का आरोप लगाया गया था।”
उन्होंने चैटजीपीटी जैसे एआई चैटबॉट की सटीकता और विश्वसनीयता पर सवाल उठाते हुए कहा, “यह एक आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस है। क्या हम वास्तव में AI पर भरोसा कर सकते हैं?मुझे इसके बारे में पता चला तो पहले मुझे हास्यास्पद लगा, लेकिन बाद में महसूस हुआ कि मुझ पर लगाया यह आरोप मेरी छवि को नुकसान पहुँचाने वाला है।”