Wednesday, May 1, 2024
Homeदेश-समाजन सोर्स, न ट्रिप… फिर भी ChatGPT ने प्रसिद्ध लॉ प्रोफेसर को बता दिया...

न सोर्स, न ट्रिप… फिर भी ChatGPT ने प्रसिद्ध लॉ प्रोफेसर को बता दिया छात्रा का यौन उत्पीड़न करने वाला, जोनाथन टर्ली ने पूछा- क्या हम AI पर भरोसा कर सकते हैं

जोनाथन टर्ली ने कहा उन्होंने कभी भी क्लास में किसी छात्रा का यौन शोषण नहीं किया। उन्होंने आगे कहा, "इसमें मैं भी शामिल था। मुझ पर अलास्का की ट्रिप पर लॉ के छात्रों को छेड़ने के आरोप लगाया गया। इसमें साल 2018 में वाशिंगटन पोस्ट में प्रकाशित एक लेख का हवाला भी दिया गया, जिसमें मुझ पर यौन उत्पीड़न का आरोप लगाया गया था।"

आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) आधारित चैटबॉट चैटजीपीटी (Chatbot ChatGPT) अपनी तमाम खूबियों को लेकर इंटरनेट की दुनिया में छाया हुआ है। इसे बनाने वाली कंपनी का नाम OpenAI है, जो कि एक स्टार्टअप टेक कंपनी है। अब ChatGPT गलत जानकारी देने के कारण विवादों में है।

हाल ही में कैलिफोर्निया में एक शोध अध्ययन के दौरान एक वकील ने ChatGPT से उन कानूनी विद्वानों (Legal Scholars) की सूची तैयार करने के लिए कहा, जिन पर यौन उत्पीड़न का आरोप है। इसके बाद चैटजीपीटी ने एक लिस्ट बनाई। इस लिस्ट में जॉर्ज वॉशिंगटन यूनिवर्सिटी में लॉ प्रोफेसर जोनाथन टर्ली (Jonathan Turley) का नाम भी शामिल था।

चैटबॉट ने द वाशिंगटन पोस्ट में मार्च 2018 के एक लेख का हवाला देता हुए कहा कि टर्ली ने अलास्का की क्लास ट्रिप के दौरान एक छात्रा का यौन उत्पीड़न किया और उस पर अभद्र टिप्पणियाँ की थी। लॉ प्रोफेसर जोनाथन टर्ली को जब इस लिस्ट के बारे में पता चला तो वह हैरान रह गए।

जोनाथन टर्ली अमेरिका के बेहद सम्मानित लॉ प्रोफेसर हैं। उन्होंने कहा कि ऐसा कोई भी लेख मौजूद नहीं है और न ही कभी अलास्का क्लास ट्रिप हुई थी। उन्होंने कहा कि उन पर कभी किसी छात्रा के यौन उत्पीड़न का आरोप नहीं लगा। यह आरोप बेबुनियाद और उनकी छवि को खराब करने वाला है।

जोनाथन टर्ली ने सोमवार (3 अप्रैल 2023) को यूएसए टुडे में प्रकाशित एक ओपिनियन में लिखा कि चैटजीपीटी ने उन पर झूठा आरोप लगाया है। उन्होंने आगे लिखा, “मुझे मेरे एक लॉ प्रोफेसर दोस्त से इस शोध के बारे में एक ईमेल मिला। इस ईमेल में यौन उत्पीड़न करने वाले प्रोफेसरों की लिस्ट थी, जिसे चैटजीपीटी ने चलाया था।”

जोनाथन टर्ली ने कहा उन्होंने कभी भी क्लास में किसी छात्रा का यौन शोषण नहीं किया। उन्होंने आगे कहा, “इसमें मैं भी शामिल था। मुझ पर अलास्का की ट्रिप पर लॉ के छात्रों को छेड़ने के आरोप लगाया गया। इसमें साल 2018 में वाशिंगटन पोस्ट में प्रकाशित एक लेख का हवाला भी दिया गया, जिसमें मुझ पर यौन उत्पीड़न का आरोप लगाया गया था।”

उन्होंने चैटजीपीटी जैसे एआई चैटबॉट की सटीकता और विश्वसनीयता पर सवाल उठाते हुए कहा, “यह एक आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस है। क्या हम वास्तव में AI पर भरोसा कर सकते हैं?मुझे इसके बारे में पता चला तो पहले मुझे हास्यास्पद लगा, लेकिन बाद में महसूस हुआ कि मुझ पर लगाया यह आरोप मेरी छवि को नुकसान पहुँचाने वाला है।”

Special coverage by OpIndia on Ram Mandir in Ayodhya

  सहयोग करें  

एनडीटीवी हो या 'द वायर', इन्हें कभी पैसों की कमी नहीं होती। देश-विदेश से क्रांति के नाम पर ख़ूब फ़ंडिग मिलती है इन्हें। इनसे लड़ने के लिए हमारे हाथ मज़बूत करें। जितना बन सके, सहयोग करें

ऑपइंडिया स्टाफ़
ऑपइंडिया स्टाफ़http://www.opindia.in
कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

संबंधित ख़बरें

ख़ास ख़बरें

मनोज तिवारी-रवि किशन के गाने शेयर करने वाले राज बब्बर के बलात्कार वाले दृश्यों पर चुप: कॉन्ग्रेस ने गुरुग्राम से बनाया है उम्मीदवार, PM...

एक तो ऐसा दृश्य है जिसमें राज बब्बर सूट-बूट में कुर्सी पर बैठे हुए हैं और एक लड़की को एक-एक कर अपने कपड़े उतारने के लिए मजबूर कर रहे हैं। मनोज तिवारी और रवि किशन के गानों से नेहा सिंह राठौड़ को आपत्ति है, लेकिन राज बब्बर के दृश्यों को लेकर उन्होंने चूँ तक नहीं किया।

जिंदा होते चंदा बाबू तो तेजाब से भी तेज उन्हें गलाता ज्ञानेश्वर की थेथरई, आतंकी की बेवा के लिए बिछने वाले को पत्रकार क्यों...

अपने आपको पत्रकार कहने वाले ज्ञानेश्वर ने शहाबुद्दीन का जिस तरह से महिमामंडन किया है उसे अगर चंदाबाबू देखते तो शायद उनके दुख की सीमा नहीं होती।

प्रचलित ख़बरें

- विज्ञापन -