जापान में आयोजित होने जा रहे क्वाड समिट से पहले अमेरिकी राष्ट्रपति जो बॉयडेन ने चीन को धमकी दी है। उन्होंने स्पष्ट तौर पर ड्रैगन को चेताते हुए कहा कि यदि चीन ने ताइवान पर हमला किया तो अमेरिका ताइवान की सैन्य मदद करेगा। हालाँकि, यहाँ अमेरिकी राष्ट्रपति दुनिया के सामने ताइवान को बचाने का ऐलान करते नजर आ रहे हैं। यह वैसा ही कुछ मामला है जैसा बयान अमेरिका ने रूस द्वारा यूक्रेन पर हमले के समय दिया था। सोशल मीडिया पर लोग याद दिला रहे हैं कि ऐसे ही समय आने पर अमेरिका ने यूक्रेन के साथ क्या किया था।
#UPDATE President Biden says the US would defend Taiwan militarily if Beijing invaded the self-ruled island.
— AFP News Agency (@AFP) May 23, 2022
"We agreed with the One China policy, we signed on to it… but the idea that it can be taken by force is just not appropriate", he says. pic.twitter.com/YVWFUtYUhQ
जहाँ अमेरिकी राष्ट्रपति ने चीन को धमकी देते हुए कहा कि चीन खतरे से खेलने का प्रयास कर रहा है। मीडिया को सम्बोधित करते हुए जो बाइडेन ने कहा कि यह हमारा कमिटमेंट है कि ताइवान की रक्षा करेंगे। उन्होंने कहा, “वन चाइना पॉलिसी को लेकर सहमत हैं, लेकिन किसी भी क्षेत्र पर यदि चीन की ओर से जबरन कब्जा किया जाता है तो फिर उसका जवाब दिया जाएगा।”
VIDEO: President Joe Biden says United States would defend Taiwan militarily if Beijing invaded the self-ruled island.
— AFP News Agency (@AFP) May 23, 2022
"That's the commitment we made… We agreed with the One China policy, we signed on to it… but the idea that it can be taken by force is just not appropriate" pic.twitter.com/gWkmj2y7d9
अमेरिकी राष्ट्रपति के इस चेतावनी के बाद सोशल मीडिया पर लोग पूछते नजर आ रहे हैं। समवर नाम के एक ट्विटर यूजर ने लिखा, “यूक्रेन को बुरी तरह तबाह करने के बाद अब ताइवान की बारी है। क्या अब वह एक नया युद्ध शुरू करने की तैयारी है। क्या अगला निशाना ताइवान है?”
Is he about to start a new war? screwed Ukraine badly, converted it into ruins. Now Taiwan is next? https://t.co/ffhuP4ghTu
— Samwar (@3bdsam) May 23, 2022
किसी ने अमेरिकी राष्ट्रपति पर तंज कस्ते हुए लिखा है, “बायडेन ऐसा कर सकते हैं हमने अफगानिस्तान और यूक्रेन में देखा ही है।”
वहीं सोशल मीडिया पर किसी ने इसे वॉर मोंगरिंग कहते हुए ऐसे युद्दों की पूरी लिस्ट ही जारी कर दी।
Same old same old. War mongering pic.twitter.com/z1OV4grH25
— People First🇿🇦🌍 (@pakesdikgetsi) May 23, 2022
बाबो नाम के किसी अंडरग्राउंड पत्रकार ने ट्विटर पर लिखा, “यदि ताइवान सैन्य रूप से अमेरिका पर निर्भर है, तो इसका भी अंत वियतनाम की तरह होगा। हम बीजिंग-वाशिंगटन समझौते में बस बलि का बकरा थे।”
If Taiwan relies on the US militarily, it'll will end up another South of Vietnam. We were the scapegoat resulting from Beijing – Washington compromise
— Babo (@babojaaaa) May 23, 2022
बायडेन ने कहा, “हम वन चाइना पॉलिसी से सहमत हैं। हमने उस पर हस्ताक्षर किए हैं, लेकिन बलपूर्वक कुछ भी हथियाने का काम चीन करता है तो वह अच्छा नहीं होगा। इससे पूरे क्षेत्र में अशांति होगी और यहाँ भी वैसा ही ऐक्शन होगा, जैसा यूक्रेन में लिया जा रहा है।”
इस तरह से देखा जाए तो अमेरिकी राष्ट्रपति ने यह साफ कर दिया कि कैसे पश्चिमी देशों ने यूक्रेन को मदद की है और इसके चलते रूस को बड़ा झटका लगा है। वहीं अब इस उथल-पुथल के बीच यदि चीन की ओर से ताइवान को लेकर हमले जैसी स्थिति पैदा की जाती है तो फिर उसके खिलाफ भी ऐसा ही ऐक्शन लिया जाएगा।
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, इस दौरान अमेरिकी राष्ट्रपति ने रूस को लेकर भी टिप्पणी की। उन्होंने कहा, “यह महत्वपूर्ण है कि यूक्रेन में बर्बरता की कीमत व्लादिमीर पुतिन को चुकानी होगी। रूस को लंबे वक्त तक इसकी कीमत अदा करनी होगी।”
#UPDATE President Joe Biden says Russia "has to pay a long-term price" for its "barbarism in Ukraine", referring to the possibility of sustaining sanctions imposed on Moscow by the United States and its allies. pic.twitter.com/oIL22HoUJm
— AFP News Agency (@AFP) May 23, 2022
जो बायडेन ने यह भी कहा, “यह बात सिर्फ यूक्रेन को लेकर ही नहीं है। चीन भी यह देख रहा है कि कैसे पश्चिमी देशों के दखल के चलते रूस को पीछे हटना पड़ा है। चीन को इससे ज्यादा क्या संकेत दिया जा सकता है कि यदि उसने ताइवान पर हमला किया तो फिर क्या कीमत चुकानी पड़ सकती है। उन्होंने कहा कि चीन के पास यह अधिकार नहीं है कि वह ताइवान पर जबरन कब्जा कर ले।