अपनी महिला फॉलोअर को वर्षों तक कैद में रखने और उनके साथ रेप के दोषी वामपंथी नेता अरविंदन बालाकृष्णन उर्फ कॉमरेड बाला की 81 साल की उम्र में मौत हो गई है। दक्षिणी लंदन के डार्टमूर की जेल में बंद बालाकृष्णन की मौत 7 अप्रैल (गुरुवार) को हुई।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, अरविंदन को साल 2016 में 23 साल की सज़ा हुई थी। उस पर अपनी 6 महिला अनुयायियों को घर में कैद रखने और उन्हें डराने-धमकाने का दोषी पाया गया था। उस पर नाबालिग से रेप, महिला उत्पीड़न और जबरन कैद करने का भी दोषी पाया गया था। महिलाओं को डराने-धमकाने के लिए वो जैकी नाम के एक काल्पनिक रोबोट का जिक्र किया करता था और कहता था कि उन कैदी महिला कैदियों का यह दिमाग पढ़ सकता है।
रिपोर्ट के मुताबिक, बालकृष्णन खुद को ‘कॉमरेड बाला’ या ‘कामरेड बी’ कहता था। उस पर अपनी ही बेटी को 30 साल तक घर में कैद करने का आरोप लगा था। पीड़िता का नाम केटी मोर्गन है, जिनकी उम्र लगभग 39 साल है। उसने अपने पिता द्वारा 6 अन्य महिलाओं के साथ भी ऐसी ही हरकत करने का आरोप लगाया था। साल 2013 में वह 30 साल की उम्र में जैसे-तैसे करके कैद से निकलने में सफल रही। इसके 8 साल बाद केटी ने अपनी जिंदगी के बारे में दुनिया को बताया।
बालकृष्णन का जन्म केरल में हुआ था। बाद में वह अपने पिता के साथ सिंगापुर चला गया था। उसके पिता ब्रिटिश नौसेना में क्लर्क थे। बाद में वह लंदन में शिफ्ट हो गया और लंदन स्कूल ऑफ़ इकोनॉमिक्स से ग्रेजुएशन किया। इसके बाद वह इंग्लैंड में सक्रिय लेनिनवादी कम्युनिस्ट पार्टी के सम्पर्क में आया। वह खुद को और अपनी पत्नी चंदा को कॉमरेड कहने लगा। इसी के साथ उसने अपनी विचारधारा की कई महिला फॉलोअर भी बना लिए। बाद में इन महिलाओं को कॉमरेड बाला की क्रूरता का शिकार होना पड़ा था।
कॉमरेड बाला खुद को भगवान बताता था। उसने कैदियों पर तमाम पाबंदियाँ लगा दी थीं। किसी को एक दूसरे से बात करना और शोर करना भी मना था। वो अपने नियम अपने अनुसार जब चाहे तब बदल देता था। उसने घर से बाहर कदम न रखने की धमकी देते हुए कैदियों से चप्पे-चप्पे पर अपने जासूस होने की धमकी दी थी। इस धमकी में वो जैकी नाम के काल्पनिक रोबोट की भी बात करता था। कॉमरेड बाला कहता था कि जैकी किसी के गलती करने पर उसे मार डालेगा।