अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति और रिपब्लिकन पार्टी की ओर से इस बार भी राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार बनने की दावेदारी कर रहे डोनाल्ड ट्रंप ने ऐलान कर दिया है कि वो राष्ट्रपति बनेंगे, तो अमेरिका में मुस्लिमों की एंट्री पर बैन लगा देंगे। उन्होंने ऐलानिया तौर पर इजरायल के ऐसे समर्थन की बात कही है, जितना अब तक कभी नहीं किया गया। उन्होंने मुस्लिमों पर ‘ट्रैवल बैन’ की याद दिलाते हुए कहा कि वो इस बार और भी कड़ा कदम उठाएँगे। हालाँकि, उनके इस बयान की व्हाइट हाउस ने निंदा की है।
लास वेगस में रिपब्लिकन-यहूदी कंवेंशन में बोलते हुए डोनाल्ट ट्रंप ने खुला ऐलान किया कि वो सत्ता में आते ही न सिर्फ 2017 के ‘ट्रैवल बैन’ को फिर से लागू करेंगे, बल्कि उससे भी कड़े कदम उठाएँगे। उन्होंने याद दिलाया कि उनके राष्ट्रपति रहते 7 मुस्लिम बहुल देशों पर अमेरिका ने ट्रैवल बैन लगा दिया था। उनके इस कदम की काफी निंदा हुई थी। इसके बावजूद उन्होंने अपने कदम वापस नहीं खींचे। उनके इस आदेश को जो बाईडेन ने सत्ता में आने के बाद 2021 में ही वापस ले लिया था।
डोनाल्ड ट्रंप ने अब कहा है कि वो इजरायल का ऐसा समर्थन करेंगे, जैसा समर्थन अब तक नहीं हुआ। वो खुल कर हर लड़ाई में इजरायल का साथ देंगे। डोनाल्ड ट्रम्प ने सभा में कहा, “हम कट्टरपंथी इस्लामी आतंकवादियों को अपने देश से बाहर रखेंगे।” उन्होंने जब ये ऐलान किया, तो उस समय कन्वेंशन सेंटर में रिपब्लिकन पार्टी के कुछ सबसे बड़े यहूदी दानदाता भी मौजूद थे। जिसकी वजह से उनके इस ऐलान को अगले चुनाव में यहूदियों का खुला समर्थन पाने की कोशिश समझा जा रहा है।
बता दें कि डोनाल्ड ट्रंप को इजरायल का समर्थक माना जाता है। उनके राष्ट्रपति रहते ही अमेरिका ने येरूशलम को इजरायल की राजधानी माना था और इजरायल का मुस्लिमों देशों के साथ अब्राहम समझौता कराया था। उनके इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतान्याहू के साथ बेहद अच्छे संबंध हैं और वो खुलकर इजरायल का समर्थन करते हैं।
7 अक्टूबर को हमास ने किया था इजरायल पर सबसे बड़ा हमला
गौरतलब है कि हमास ने 7 अक्टूबर, 2023 की सुबह इजरायल में जल, थल और हवा के रास्ते हमला किया। हमास ने इजरायल पर हजारों रॉकेट छोड़े। इन हमलों में 1400 से अधिक लोगों की मौत हो गई, तो 3 हजार से अधिक लोग घायल हो गए।
इस हमले के दौरान हमास ने 225 से अधिक इजरायलियों को बंधक बना लिया और गाजा पट्टी लेकर गए। हालाँकि, इस हमले के बाद इजरायल ने हमास पर पलटवार किया है और इजरायल के हमलों में अब तक 7000 से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है। इजरायल ने उत्तरी गाजा को खाली करने का अल्टीमेटम दिया है, और गाजा पर अभी भी हमला जारी है।