नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो (एनसीबी) ने अंतरराष्ट्रीय ड्रग्स रैकेट का पर्दाफाश किया है। एनसीबी ने सीएनएन-न्यूज 18 को बताया, अफगानिस्तान और पाकिस्तान के रावलपिंडी से भारत में नार्को टेरर और ड्रग्स का कारोबार किया जा रहा है। नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो (एनसीबी) ने 29 अप्रैल, 2022 (शुक्रवार) को भोगल से दो अफगानी और रविवार को हवाला संचालक शमीम अहमद को गिरफ्तार किया था। शाहीन बाग से गिरफ्तार किए गए शख्स से पूछताछ के बाद दिल्ली में तीन गिरफ्तारियाँ हुईं।
एनसीबी ने एक बड़ी कार्रवाई करते हुए 28 अप्रैल को दिल्ली के शाहीन बाग और जामिया इलाके से 350 करोड़ की 50 किलो हेरोइन जब्त की थी। NCB और सुरक्षा एजेंसियों के सूत्रों के मुताबिक, तालिबान नार्को टेरर और ड्रग्स कारोबार के जरिए भारत में घुसपैठ की बड़ी साजिश रच रहा है।
एजेंसी के मुताबिक, गिरफ्तार किए गए दोनों अफगानी नागरिकों ने पूछताछ में कबूला है कि यह पूरा ऑपरेशन अफगानिस्तान से नियंत्रित है, जहाँ अफीम उगाई जाती है। रिपोर्ट के मुताबिक, पिछले हफ्ते भारत में ड्रग्स स्मगलिंग स्लीपर सेल और पाकिस्तान-अफगानिस्तान के लिंक का खुलासा किया गया था। उन्होंने (NCB) बताया था कि कैसे पाकिस्तान ड्रग्स के कारोबार के लिए अपनी भौगोलिक स्थिति का लाभ उठा रहा था। अफगानिस्तान के साथ इसकी सीमा जुड़ी हुई है, ऐसे में ड्रग्स के लिए यह प्रमुख कॉरिडोर के रूप में काम करता है।
मालूम हो कि शाहीन बाग के अलावा पश्चिमी उत्तर प्रदेश के कैराना और मुज्जफरनगर से भी अफगानिस्तान, तालिबान, पाकिस्तान और दुबई ड्रग्स नेक्सस के तार जुड़े हुए हैं। शाहीन बाग से गिरफ्तार किए गए शख्स ने एनसीबी को बताया कि वह ड्रग्स को प्रोसेस करने के बाद उसे भारत के अलग-अलग हिस्सों में बेचता था। डिस्पैच के बाद, उसने बहुत पैसे जमा किए, जिसमें दो से तीन महीने का समय लगा था। यह पैसा हवाला के जरिए दुबई भेजा गया था। उन्होंने एनसीबी के अधिकारियों को यह भी बताया कि अब तक उन्होंने 10 करोड़ रुपए इकट्ठे कर लिए हैं, जो उन्हें अभी भी मिलना बाकी है। मूल रूप से कैराना के रहने वाले हवाला संचालक शमीम अहमद ने जाँच करने वाले अधिकारियों को बताया कि दुबई में कारोबार संभालने वाला व्यक्ति भी कैराना का ही है।
बता दें कि बीते दिनों उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर से करीब 1300 करोड़ रुपए मूल्य की हेरोइन बरामद की गई थी। इसके तार भी शाहीन बाग में पकड़े गए ड्रग्स रैकेट से जुड़ रहे हैं। इस ठिकाने की जानकारी एनसीबी को यूपी के कैराना निवासी अहमद से पूछताछ के आधार पर मिली थी। अहमद को दो अफगानी नागरिकों के साथ शाहीन बाग से भारी मात्रा में ड्रग्स के साथ पकड़ा गया था। शाहीन बाग में एनसीबी ने 27 अप्रैल 2022 को छापेमारी की थी।