अफ्रीकी महाद्वीप के देश केन्या में एक चर्च के पादरी द्वारा फैलाए गए अंधविश्वास के चलते 4 लोगों की भूख से मौत हो गई है। मरने वालों में 3 पुरुष और एक महिला शामिल हैं। पादरी ने कुल 15 लोगों को लम्बे समय तक भूखे रहने पर ईसा मसीह से मिलाने का वादा किया था। पुलिस ने इसी मामले में 11 अन्य लोगों को छापेमारी के बाद एक घर से बरामद किया। भूख से उन सबकी हालत भी बेहद खराब थी। स्थिति देखते हुए उन्हें अस्पताल में भर्ती करवाया गया है। मामले का खुलासा गुरुवार (13 अप्रैल 2023) को हुआ।
रिपोर्ट्स के मुताबिक मामला केन्या के किलिफी काउंटी क्षेत्र का है। यहाँ के गुड न्यूज इंटरनेशनल चर्च में आस-पास के तमाम लोग जुड़ गए हैं। इस चर्च का संचालन पास्टर माकेन्ज़ी नथेन्गे द्वारा किया जाता है। कुछ समय पहले यहाँ प्रार्थना के नाम पर कई लोगों को जमा किया गया था। बताया जा रहा है कि उन सभी को पास्टर ने यीशु से मिलाने का दावा किया। पादरी की बातों में आ कर 15 लोग कुछ भी करने के लिए तैयार हो गए। इस पर माकेन्ज़ी नथेन्गे द्वारा उन्हें भूखा रहने के लिए कहा गया।
पादरी की बातों पर विश्वास कर के 15 लोगों ने खाना छोड़ दिया। वो सभी एक घर में एक साथ रहना शुरू कर दिए थे। इसमें पुरुष और महिलाएँ दोनों शामिल हैं। धीरे-धीरे भूख से उनकी तबीयत खराब होने लगी। इस बात की जानकारी जब पुलिस को हुई तो उसने घर पर दबिश दी। यहाँ पुलिस को सभी 15 लोग बेहद बुरी हालत में मिले। पुलिस ने उन सभी को अस्पताल में भर्ती करवाया जहाँ 4 लोगों को मृत घोषित कर दिया गया। इसमें 3 पुरुष और 1 महिला शामिल है।
मृतकों के पास पहचान पत्र और मोबाइल फोन न होने के चलते पुलिस को उनकी तस्दीक करने में दिक्कत पेश आ रही है। हालाँकि अस्पताल में भर्ती अन्य जीवित लोगों में से कुछ की पहचान पुलिस ने उजागर की है। इसमें एलन ओबिएरो, विक्लिफ वेमोई, मर्सी आओको, पॉल करिसा, जेन न्यांबुरा, जेन न्यांबुरा, फेलिक्स वांडेरा, डेविड अबुहाया, कोलिन्स कबाये, मोनिका मासिका और एक अन्य महिला शामिल है। एलन ओबिएरो की उम्र महज 17 साल बताई जा रही है।
पुलिस को तलाशी के दौरान आस-पास के जंगलों में सामूहिक कब्रें मिली हैं। इन कब्रों को पास्टर माकेन्ज़ी नथेन्गे के अनुयायियों की माना जा रहा है। पिछले ही माह आरोपित पादरी को 2 बच्चों की मौत के मामले में गिरफ्तार किया गया था। हालाँकि बाद में उसे जमानत मिल गई थी। इस मामले में अभी तक आरोपित पादरी की गिरफ्तारी नहीं हुई है। अपनी सफाई में पादरी माकेन्ज़ी नथेन्गे ने बताया कि उसने घटनास्थल वाले चर्च को हमेशा के लिए बंद कर दिया है और पिछले काफी समय से उसका वहाँ से कोई वास्ता नहीं है। फिलहाल पुलिस मामले की जाँच कर रही है।