कनाडा में हिंदुओं और उनके धार्मिक स्थलों पर हमले रूक नहीं रहे हैं। एक बार फिर कनाडा के ऑनटोरियो में स्थित तीन हिंदू मंदिरों को निशाना बनाते हुए उनमें तोड़फोड़ की गई है। अराजक तत्वों ने मंदिरों की दान पेटियों को तोड़कर उनमें रखी राशि भी चुरा ली है।
घटना ऑनटोरियो की है, जहाँ भारतीय मूल के लोगों बड़ी संख्या में रहते हैं। इनमें पंजाब से गए लोगों की संख्या सबसे अधिक है। डरहम पुलिस विभाग ने बुधवार को एक बयान में कहा कि आरोपित पुरुष पिकरिंग में बेली स्ट्रीट और क्रोस्नो बुलेवार्ड के क्षेत्र में एक मंदिर में घुस गया था।
डरहम पुलिस ने आरोपित के हुलिया के बारे में जानकारी दी है। पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज के आधार पर बताया कि आरोपित शख्स 5’9” का पुरुष है और उसका वजन लगभग 91 किलोग्राम है। वह लंगड़ाकर चल रहा था। उसने नीला सर्जिकल मास्क, हुड वाला काला पूफी जैकेट, हरा ‘कैमो’ कार्गो पैंट और हरे रंग के रनिंग जूते पहन रखा था।
पुलिस ने कहा कि फुटेज में दिखा कि आरोपित रविवार (8 अक्टूबर 2023) की रात करीब 12.45 बजे मंदिर में घुसा और दान पेटियों में रखी नकदी को चुरा लिया। पुलिस ने आगे बताया कि पुलिस टीम के मौके पर पहुँचने से पहले ही आरोपित वहाँ से भाग निकला था।
मंदिर में चोरी की घटना के लगभग 45 मिनट बाद वेस्ट डिवीजन के सदस्यों ने पिकरिंग में ब्रॉक रोड और डर्सन स्ट्रीट क्षेत्र में स्थित एक मंदिर में तोड़फोड़ की कोशिश करने के बारे में पुलिस को जानकारी दी। मंदिर से जुड़े एक व्यक्ति ने पुलिस को बताया कि आरोपित ने मंदिर की खिड़की तोड़कर दान पेटी चुराने की कोशिश की।
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, वह शख्स पैसे चुराने में नाकाम रहा और पुलिस के आने से पहले ही वह फरार हो गया। पुलिस ने बताया कि यह वही शख्स था, जिसने इसके पहले मंदिर में घुसकर दान पेटी में रखी रकम चुराई थी। दो मंदिरों में चोरी और तोड़फोड़ करने के बाद भी यह उपद्रवी नहीं रूका।
इसने तीसरे मंदिर में भी घुसपैठ करके वहाँ रखी दान पेटी में से पैसे चुरा लिए। इन दो मंदिरों में घटना को अंजाम देने के बाद उसी रात करीब ढाई बजे अजाक्स में वेस्टनी रोड साउथ और बेली स्ट्रीट वेस्ट के क्षेत्र में स्थित एक मंदिर में वह शख्स घुस गया। उसने दान पेटी में रखी ढेर सारी नकदी को चुराने के बाद फरार हो गया।
कनाडा की पुलिस ने मंदिर में चोरी की घटना को अंजाम देने वाले आरोपित के बारे में जानकारी देने के लिए जनता से अपील की है। पुलिस ने घोषणा की है कि इसके बारे में जानकारी देने वाले व्यक्ति को 2,000 कनाडा डॉलर (लगभग 1 लाख 22 हजार रुपए) की राशि इनाम में दी जाएगी।
बता दें कि 1 सितंबर से लेकर 4 अक्टूबर तक तीन मंदिरों में चोरी और तोड़फोड़ को अंजाम दिया गया। पिछले महीने ग्रेटर टोरंटो क्षेत्र के कम से कम 3 मंदिरों को निशाना बनाया गया था। 9 सितंबर 2023 को ब्रैम्पटन में चिंतापूर्णी मंदिर और 18 सितंबर को कैलेडॉन में रामेश्वर मंदिर को निशाना बनाया गया। 4 अक्टूबर को मिसिगॉग में हिंदू हेरिटेज सेंटर को निशाना बनाया गया।
ब्रिटिश कोलंबिया प्रांत के सरे शहर में माता भामेश्वरी दुर्गा मंदिर में 7 सितंबर को तोड़फोड़ की गई। इससे पहले कनाडा के सरे शहर में 12 अगस्त 2023 को खालिस्तानियों ने लक्ष्मी नारायण मंदिर में तोड़फोड़ की थी। मंदिर के गेट पर खालिस्तानी आतंकी हरदीप सिंह निज्जर के पोस्टर चिपका दिए थे। इसका सीसीटीवी फुटेज भी सामने आया था।
इससे पहले इसी साल 31 जनवरी को ही कनाडा के ब्रैम्पटन में एक प्रमुख हिंदू मंदिर में तोड़फोड़ की गई थी। इसके ऊपर भारत-विरोधी भड़काऊ बातें लिखी गई थीं। इसके बाद अप्रैल में भी कनाडा के ओंटारियो में एक और हिंदू मंदिर को खालिस्तानियों ने निशाना बनाया था। भारत-विरोधी नारे लिखे गए थे। इस मामले में कनाडा की सुरक्षा एजेंसियों ने एक सीसीटीवी फुटेज भी जारी किया था, जिसमें दो लोगों को मंदिर की दीवार पर स्प्रे पेंट के जरिए भारत विरोधी नारा लिखते हुए देखा गया था।