Sunday, September 29, 2024
Homeरिपोर्टअंतरराष्ट्रीय'भारत को ऐसा पत्र क्यों नहीं भेजते हो?': रूस की निंदा करने को कहा...

‘भारत को ऐसा पत्र क्यों नहीं भेजते हो?’: रूस की निंदा करने को कहा तो EU पर भड़के इमरान खान, कहा – हमने ₹7.71 लाख करोड़ गँवा दिए

"क्या कभी इन यूरोपीय देशों ने भारत के साथ व्यापारिक रिश्ते ख़त्म किए, या उसकी गैर-कानूनी गतिविधियों पर आपत्ति जताई?

रूस-यूक्रेन युद्ध से जुड़े एक पत्र मिलने के बाद पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान पूरे ‘यूरोपियन यूनियन (EU)’ पर भड़क गए हैं। उन्होंने EU के एम्बेसडर के बयान को ‘अकूटनीतिक’ करार देते हुए पूछा कि क्या उन्होंने भारत को ऐसा कोई पत्र भेजा है? दरअसल, EU के राजदूत ने पाकिस्तान को रूस की निंदा करते हुए बयान जारी करने के लिए कहा था। बदले में इमरान खान ने कश्मीर को ‘स्वतंत्र क्षेत्र’ बताते हुए भारत पर ‘संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (UNSC)’ के प्रस्तावों का उल्लंघन करने का आरोप मढ़ दिया

इमरान खान ने कहा, “क्या आपने कभी उस आतंक के खिलाफ पाकिस्तान के रुख का संज्ञान लिया, जिसने न सिर्फ 80,000 लोगों की जिंदगियाँ लील ली बल्कि संपत्ति की भी भारी क्षति हुई। क्या कभी इन यूरोपीय देशों ने भारत के साथ व्यापारिक रिश्ते ख़त्म किए, या उसकी गैर-कानूनी गतिविधियों पर आपत्ति जताई?” बता दें कि 23 देशों के समूह ने अंतरराष्ट्रीय कानूनों और UN चार्टर का हवाला देते हुए पाकिस्तान से रूस की निंदा करने को कहा था।

पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय ने इस बयान पर आपत्ति जताते हुए कहा कि कूटनीति इस तरह से नहीं की जानी चाहिए। पाकिस्तान ने दावा किया कि वो यूक्रेन में शांति के सभी प्रयासों का समर्थन कर रहा है और सीजफायर के साथ-साथ बातचीत की वकालत कर रहा है। मुल्क ने कहा कि अगर उसने यूक्रेन रिजोल्यूशन का समर्थन किया होता तो दोनों देशों के बीच कूटनीति के लिए कुछ नहीं बचता। इमरान खान ने कहा कि वो एक ‘स्वतंत्र देश’ में जन्मे हैं और किसी के सामने इज्जत खो कर सिर नहीं झुकाएँगे।

इमरान खान ने कहा कि अगर वो अपने पूर्ववर्तियों की जगह होते तो कभी इस क्षेत्र में किसी युद्ध के लिए बाहरी ताकतों को अनुमति नहीं देते। उन्होंने कहा कि उनके मुल्क ने 80,000 लोग खो दिए, 35 लाख को पलायन करना पड़ा और 100 बिलियन डॉलर (7.71 लाख करोड़ रुपए) गँवा दिए। उन्होंने गिनाया कि 2008-18 में पाकिस्तान में 400 ड्रोन हमले हुए, लेकिन उनके समय में एक भी नहीं। उन्होंने कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ और पूर्व राष्ट्रपति आसिफ अली जरदारी जैसे ‘चोरों’ ने इन ड्रोन हमलों पर आपत्ति नहीं जताई, क्योंकि वो अपनी अवैध कमाई बचाना चाहते थे।

याद हो कि पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान पूर्वी यूक्रेन में रूसी सैनिकों द्वारा चल रहे ‘स्पेशल मिलिट्री ऑपरेशन’ के बीच रूस में मेहमानवाजी का लुत्फ उठा रहे थे। उनके मॉस्को पहुँचने के दौरान ही रूस ने यूक्रेन पर हमला किया। मनी लॉन्ड्रिंग के खिलाफ नियमों के उल्लंघन पर अमेरिका ने पाकिस्तान के नेशनल बैंक (NBP) और इसकी न्यूयॉर्क ब्रांच पर $55 मिलियन का जुर्माना लगाया। वहीं न्यूयॉर्क स्टेट डिपार्टमेंट ऑफ फाइनेंशियल सर्विसेज ने पाकिस्तान के नेशनल बैंक ने $35 मिलियन का भुगतान करने के लिए कहा।

Join OpIndia's official WhatsApp channel

  सहयोग करें  

एनडीटीवी हो या 'द वायर', इन्हें कभी पैसों की कमी नहीं होती। देश-विदेश से क्रांति के नाम पर ख़ूब फ़ंडिग मिलती है इन्हें। इनसे लड़ने के लिए हमारे हाथ मज़बूत करें। जितना बन सके, सहयोग करें

ऑपइंडिया स्टाफ़
ऑपइंडिया स्टाफ़http://www.opindia.in
कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

संबंधित ख़बरें

ख़ास ख़बरें

जातिगत आरक्षण: जरूरतमंदों को लाभ पहुँचाना उद्देश्य या फिर राजनीतिक हथियार? विभाजनकारी एजेंडे का शिकार बनने से बचना जरूरी

हमें सोचना होगा कि जातिगत आरक्षण के जरिए क्या हम वास्तव में जरूरतमंदों की मदद कर रहे हैं या फिर हम एक नई जातिगत विभाजन की नींव रख रहे हैं?

इजरायल की ताबड़तोड़ कार्रवाई से डरा ईरान! सेफ हाउस भेजे गए सुप्रीम लीडर आयतुल्ला अली खामेनेई: हिज्बुल्लाह चीफ से पहले हमास प्रमुख का भी...

ईरान ने इस्लामिक सहयोग संगठन (ओआईसी) की आपात बैठक बुलाने की माँग की है ताकि मुस्लिम देशों को एकजुट किया जा सके।

प्रचलित ख़बरें

- विज्ञापन -