Saturday, December 21, 2024
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कोयले की खदान में विस्फोट से 51 की मौत, कई किलोमीटर तक सुनी गई आवाज: ईरानी राष्ट्रपति का ऐलान- जो भी होगा जिम्मेदार, उसे मिलेगी सज़ा

घटना पूर्वी ईरान की है। राजधानी तेहरान से लगभग 540 किलोमीटर दूर तबास नाम की जगह है। यहाँ पर कोयले की बड़ी खदान है। रविवार को अन्य दिनों की तरह इस खदान में काम चल रहा था। खदान के B और C ब्लॉक में लगभग 70 लोग मौजूद थे। काम सामान्य रूप से चल ही रहा था कि अचानक खदान के अंदर जोरदार विस्फोट हो गया।

ईरान में विस्फोट रविवार (22 सितंबर 2024) को एक कोयले की खदान में विस्फोट होने से अब तक 51 से ज्यादा लोगों की मौत हो गई, जबकि दर्जनों लोग घायल हो गए। कई घायलों की हालात बेहद गंभीर है, जिसकी वजह से मृतकों की संख्या बढ़ने की आशंका है। वहीं, खदान में काम करने वाले कई लोग अभी भी अंदर फँसे हुए हैं। धमाके की वजह की जाँच कराई जा रही है।

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, घटना पूर्वी ईरान की है। राजधानी तेहरान से लगभग 540 किलोमीटर दूर तबास नाम की जगह है। यहाँ पर कोयले की बड़ी खदान है। रविवार को अन्य दिनों की तरह इस खदान में काम चल रहा था। खदान के B और C ब्लॉक में लगभग 70 लोग मौजूद थे। काम सामान्य रूप से चल ही रहा था कि अचानक खदान के अंदर जोरदार विस्फोट हो गया।

विस्फोट इतना तेज था कि इसकी आवाज कई किलोमीटर दूर तक सुनाई दी। कोई कुछ समझ पाता तब तक लगभग 51 लोगों की मौत हो चुकी थी। कुछ लोग घायल हो गए। घायलों में कइयों की हालात गंभीर है। कई लोगों के अभी भी खदान में फँसे होने की आशंका जताई जा रही है। घटना की सूचना मिलते ही ईरानी प्रशासन ने बड़े पैमाने पर राहत एवं बचाव कार्य शुरू कर दिया है।

राजधानी तेहरान से भी बचाव दल को घटनास्थल की तरफ रवाना किया गया है। घायलों को बेहतर अस्पताल में शिफ्ट किया जा रहा है। ईरान की सरकार ने मृतकों को श्रद्धांजलि देने के लिए 3 दिनों के लिए राजकीय शोक की घोषणा की है। अभी तक विस्फोट की असली वजह सामने नहीं आई है। कुछ रिपोर्ट्स में इसे मीथेन गैस द्वारा आग पकड़ना बताया गया है।

हालाँकि, ईरान की सरकार धमाके के असल कारणों की पड़ताल में जुटी है। अमेरिका की यात्रा पर जाने की तैयारी कर रहे ईरानी राष्ट्रपति मसूद पेजेशकियान ने एलान किया है कि विस्फोट की जाँच करवा करके दोषियों को कड़ी सजा दी जाएगी। उन्होंने धमाके में जान गँवाने वाले परिवारों को हर सम्भव मदद करने का आदेश दिया है।

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ऑपइंडिया स्टाफ़
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कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

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