Sunday, November 17, 2024
Homeरिपोर्टअंतरराष्ट्रीयकोयले की खदान में विस्फोट से 51 की मौत, कई किलोमीटर तक सुनी गई...

कोयले की खदान में विस्फोट से 51 की मौत, कई किलोमीटर तक सुनी गई आवाज: ईरानी राष्ट्रपति का ऐलान- जो भी होगा जिम्मेदार, उसे मिलेगी सज़ा

घटना पूर्वी ईरान की है। राजधानी तेहरान से लगभग 540 किलोमीटर दूर तबास नाम की जगह है। यहाँ पर कोयले की बड़ी खदान है। रविवार को अन्य दिनों की तरह इस खदान में काम चल रहा था। खदान के B और C ब्लॉक में लगभग 70 लोग मौजूद थे। काम सामान्य रूप से चल ही रहा था कि अचानक खदान के अंदर जोरदार विस्फोट हो गया।

ईरान में विस्फोट रविवार (22 सितंबर 2024) को एक कोयले की खदान में विस्फोट होने से अब तक 51 से ज्यादा लोगों की मौत हो गई, जबकि दर्जनों लोग घायल हो गए। कई घायलों की हालात बेहद गंभीर है, जिसकी वजह से मृतकों की संख्या बढ़ने की आशंका है। वहीं, खदान में काम करने वाले कई लोग अभी भी अंदर फँसे हुए हैं। धमाके की वजह की जाँच कराई जा रही है।

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, घटना पूर्वी ईरान की है। राजधानी तेहरान से लगभग 540 किलोमीटर दूर तबास नाम की जगह है। यहाँ पर कोयले की बड़ी खदान है। रविवार को अन्य दिनों की तरह इस खदान में काम चल रहा था। खदान के B और C ब्लॉक में लगभग 70 लोग मौजूद थे। काम सामान्य रूप से चल ही रहा था कि अचानक खदान के अंदर जोरदार विस्फोट हो गया।

विस्फोट इतना तेज था कि इसकी आवाज कई किलोमीटर दूर तक सुनाई दी। कोई कुछ समझ पाता तब तक लगभग 51 लोगों की मौत हो चुकी थी। कुछ लोग घायल हो गए। घायलों में कइयों की हालात गंभीर है। कई लोगों के अभी भी खदान में फँसे होने की आशंका जताई जा रही है। घटना की सूचना मिलते ही ईरानी प्रशासन ने बड़े पैमाने पर राहत एवं बचाव कार्य शुरू कर दिया है।

राजधानी तेहरान से भी बचाव दल को घटनास्थल की तरफ रवाना किया गया है। घायलों को बेहतर अस्पताल में शिफ्ट किया जा रहा है। ईरान की सरकार ने मृतकों को श्रद्धांजलि देने के लिए 3 दिनों के लिए राजकीय शोक की घोषणा की है। अभी तक विस्फोट की असली वजह सामने नहीं आई है। कुछ रिपोर्ट्स में इसे मीथेन गैस द्वारा आग पकड़ना बताया गया है।

हालाँकि, ईरान की सरकार धमाके के असल कारणों की पड़ताल में जुटी है। अमेरिका की यात्रा पर जाने की तैयारी कर रहे ईरानी राष्ट्रपति मसूद पेजेशकियान ने एलान किया है कि विस्फोट की जाँच करवा करके दोषियों को कड़ी सजा दी जाएगी। उन्होंने धमाके में जान गँवाने वाले परिवारों को हर सम्भव मदद करने का आदेश दिया है।

Join OpIndia's official WhatsApp channel

  सहयोग करें  

एनडीटीवी हो या 'द वायर', इन्हें कभी पैसों की कमी नहीं होती। देश-विदेश से क्रांति के नाम पर ख़ूब फ़ंडिग मिलती है इन्हें। इनसे लड़ने के लिए हमारे हाथ मज़बूत करें। जितना बन सके, सहयोग करें

ऑपइंडिया स्टाफ़
ऑपइंडिया स्टाफ़http://www.opindia.in
कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

संबंधित ख़बरें

ख़ास ख़बरें

महाराष्ट्र में चुनाव देख PM मोदी की चुनौती से डरा ‘बच्चा’, पुण्यतिथि पर बाला साहेब ठाकरे को किया याद; लेकिन तारीफ के दो शब्द...

पीएम की चुनौती के बाद ही राहुल गाँधी का बाला साहेब को श्रद्धांजलि देने का ट्वीट आया। हालाँकि देखने वाली बात ये है इतनी बड़ी शख्सियत के लिए राहुल गाँधी अपने ट्वीट में कहीं भी दो लाइन प्रशंसा की नहीं लिख पाए।

घर की बजी घंटी, दरवाजा खुलते ही अस्सलाम वालेकुम के साथ घुस गई टोपी-बुर्के वाली पलटन, कोने-कोने में जमा लिया कब्जा: झारखंड चुनावों का...

भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) ने बीते कुछ वर्षों में चुनावी रणनीति के तहत घुसपैठियों का मुद्दा प्रमुखता से उठाया है।

प्रचलित ख़बरें

- विज्ञापन -